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राजस्थान : 4.77 करोड़ के नकली नोट के साथ दो युवक गिरफ्तार

जयपुर में पुलिस ने नकली नोटों की खेप पकड़ी है. मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 4 करोड़ 77 लाख की नकली भारतीय मुद्रा जब्त की है. साथ ही दो आरोपियों को नकली पिस्टल सहित कई संदिग्ध चीजों के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.

पुलिस ने जब्त किए नकली नोट
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Published : Sep 19, 2019, 8:12 AM IST

Updated : Oct 1, 2019, 4:02 AM IST

जयपुर: राजधानी जयपुर की मानक चौक थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए असली नोटों की तरह दिखने वाले भारतीय मनोरंजन बैंक के फर्जी नोटों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों से 4.77 करोड़ रुपए नकली नोटों सहित बड़ी मात्रा में फर्जी स्टांप, मोहरे, आवंटन पत्र, एटीएम कार्ड, दो नकली पिस्टल और एक कटार बरामद की है.

मानक चौक थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सिटी पैलेस के बाहर नकली नोटों की खेप के साथ कुछ बदमाश सौदा करने के लिए पहुंचे हैं. सूचना के आधार पर मानव चौक थाना पुलिस ने तुरंत टीम का गठन किया और जलेबी चौक पहुंची. जहां पर दो संदिग्ध व्यक्ति हाथ में बैग लेकर खड़े थे. पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की तो वह जवाब नहीं दे पाए. जिसके आधार पर पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास मौजूद बैग में नोटों की खेप बरामद हुई.

पुलिस ने जब्त किए नकली नोट

पहले भी लिप्त रहे हैं वारदातों में
साथ ही आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद हुए. पुलिस ने जांच की तो चार करोड़ 77 लाख रुपए के नकली नोट मिले. पुलिस ने मामले में आमेर निवासी खेमचंद और राजेश को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी खेमचंद के खिलाफ पहले भी नकली नोटों के मामले दर्ज हैं, जिनमें वह जेल भी जा चुका है. इसके अलावा खेमचंद के खिलाफ हत्या, चोरी और नकबजनी के भी दर्जनों मामले दर्ज हैं.

पढ़ेंः गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा ऐलान, कहा- पूरे देश में लागू किया जाएगा NRC

एटीएम लूट में चल रहे थे फरार
पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपी चंदवाजी में हुई एटीएम लूट की वारदात में फरार भी चल रहे हैं. आरोपी खेमचंद वर्ष 2005 में हत्या के मामले में गिरफ्तार हो चुका है 2010 में ब्रह्मपुरी पुलिस ने खेमचंद को जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. जिसके तार बंगाल के दो अभियुक्तों सहित 19 लोगों से जुड़े हुए थे. जिनको भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वर्ष 2016 में जाली नोटों के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया था.

वारदात करने का शातिर तरीका
पूछताछ में सामने आया है कि बदमाश एक अनोखे तरीके से वारदात को अंजाम दिया करते थे. बदमाश अपने पुराने अपराधो की अखबारों में छपी कटिंग को अपने पास रखते और लोगों को दिखा कर ग्राहकों को फसाया करते थे, और उन्हें कम राशि में नकली नोट देने का झांसा देते अगर ग्राहक को किसी तरह का संदेह हो जाता तो अपने पास बदमाश नकली हथियार भी रखा करते थे. जिनसे डरा धमका कर उनसे असली रूप लेकर उन्हें वहां से भगा देते थे. पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने चंदवाजी में भी एटीएम लूट की वारदात को अंजाम दिया था.

पढ़ेंः 'हाउडी मोदी' पर राहुल का कटाक्ष, कहा- मोदी जी, अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या है?

जमीनों की धोखाधड़ी में भी माहिर
पुलिस की जांच में सामने आया है कि जमीनों के नाम पर भी यह बदमाश धोखाधड़ी करते थे. कई गृह निर्माण सहकारी समितियों के नाम से यह लोगों को आवंटन पत्र देते थे. बदमाशों के पास में सहकारी समितियों की 11 मोहरे और कई दस्तावेज सहित एटीएम कार्ड भी मिले है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

जयपुर: राजधानी जयपुर की मानक चौक थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए असली नोटों की तरह दिखने वाले भारतीय मनोरंजन बैंक के फर्जी नोटों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों से 4.77 करोड़ रुपए नकली नोटों सहित बड़ी मात्रा में फर्जी स्टांप, मोहरे, आवंटन पत्र, एटीएम कार्ड, दो नकली पिस्टल और एक कटार बरामद की है.

मानक चौक थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सिटी पैलेस के बाहर नकली नोटों की खेप के साथ कुछ बदमाश सौदा करने के लिए पहुंचे हैं. सूचना के आधार पर मानव चौक थाना पुलिस ने तुरंत टीम का गठन किया और जलेबी चौक पहुंची. जहां पर दो संदिग्ध व्यक्ति हाथ में बैग लेकर खड़े थे. पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की तो वह जवाब नहीं दे पाए. जिसके आधार पर पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास मौजूद बैग में नोटों की खेप बरामद हुई.

पुलिस ने जब्त किए नकली नोट

पहले भी लिप्त रहे हैं वारदातों में
साथ ही आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद हुए. पुलिस ने जांच की तो चार करोड़ 77 लाख रुपए के नकली नोट मिले. पुलिस ने मामले में आमेर निवासी खेमचंद और राजेश को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी खेमचंद के खिलाफ पहले भी नकली नोटों के मामले दर्ज हैं, जिनमें वह जेल भी जा चुका है. इसके अलावा खेमचंद के खिलाफ हत्या, चोरी और नकबजनी के भी दर्जनों मामले दर्ज हैं.

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एटीएम लूट में चल रहे थे फरार
पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपी चंदवाजी में हुई एटीएम लूट की वारदात में फरार भी चल रहे हैं. आरोपी खेमचंद वर्ष 2005 में हत्या के मामले में गिरफ्तार हो चुका है 2010 में ब्रह्मपुरी पुलिस ने खेमचंद को जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. जिसके तार बंगाल के दो अभियुक्तों सहित 19 लोगों से जुड़े हुए थे. जिनको भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वर्ष 2016 में जाली नोटों के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया था.

वारदात करने का शातिर तरीका
पूछताछ में सामने आया है कि बदमाश एक अनोखे तरीके से वारदात को अंजाम दिया करते थे. बदमाश अपने पुराने अपराधो की अखबारों में छपी कटिंग को अपने पास रखते और लोगों को दिखा कर ग्राहकों को फसाया करते थे, और उन्हें कम राशि में नकली नोट देने का झांसा देते अगर ग्राहक को किसी तरह का संदेह हो जाता तो अपने पास बदमाश नकली हथियार भी रखा करते थे. जिनसे डरा धमका कर उनसे असली रूप लेकर उन्हें वहां से भगा देते थे. पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने चंदवाजी में भी एटीएम लूट की वारदात को अंजाम दिया था.

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जमीनों की धोखाधड़ी में भी माहिर
पुलिस की जांच में सामने आया है कि जमीनों के नाम पर भी यह बदमाश धोखाधड़ी करते थे. कई गृह निर्माण सहकारी समितियों के नाम से यह लोगों को आवंटन पत्र देते थे. बदमाशों के पास में सहकारी समितियों की 11 मोहरे और कई दस्तावेज सहित एटीएम कार्ड भी मिले है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर की मानक चौक थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए असली नोटों की तरह दिखने वाले भारतीय मनोरंजन बैंक के फर्जी नोटों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से 4.77 करोड़ रुपए नकली नोटो सहित बड़ी मात्रा में फर्जी स्टांप, मोहरे, आवंटन पत्र, एटीएम कार्ड, दो नकली पिस्टल और एक कटार बरामद की है।


Body:मानक चौक थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सिटी पैलेस के बाहर नकली नोटों की खेप के साथ कुछ बदमाश सौदा करने के लिए पहुंचे हैं। सूचना के आधार पर मानव चौक थाना पुलिस ने तुरंत टीम का गठन किया और जलेबी चौक पहुंची। जहां पर दो संदिग्ध व्यक्ति हाथ में बैग लेकर खड़े थे। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की तो वह जवाब नहीं दे पाए। जिसके आधार पर पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास मौजूद बैग में नोटों की खेप बरामद हुई। साथ ही आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद हुए। पुलिस ने जांच की तो चार करोड़ 77 लाख रुपए के नकली नोट मिले। पुलिस ने मामले में आमेर निवासी खेमचंद और राजेश को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी खेमचंद के खिलाफ पहले भी नकली नोटों के मामले दर्ज है, जिनमें वह जेल भी जा चुका है। इसके अलावा खेमचंद के खिलाफ हत्या चोरी और नकबजनी के भी दर्जनों मामले दर्ज हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपी चंदवाजी में हुई एटीएम लूट की वारदात में फरार भी चल रहे हैं। आरोपी खेमचंद वर्ष 2005 में हत्या के मामले में गिरफ्तार हो चुका है 2010 में ब्रह्मपुरी पुलिस ने खेमचंद को जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। जिसके तार बंगाल के दो अभियुक्तों सहित 19 लोगों से जुड़े हुए थे। जिनको भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वर्ष 2016 में जाली नोटों के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।

पूछताछ में सामने आया है कि बदमाश एक अनोखे तरीके से वारदात को अंजाम दिया करते थे। बदमाश अपने पुराने अपराधो की अखबारों में छपी कटिंग को अपने पास रखते और लोगों को दिखा कर ग्राहकों को फसाया करते थे, और उन्हें कम राशि में नकली नोट देने का झांसा देते अगर ग्राहक को किसी तरह का संदेह हो जाता तो अपने पास बदमाश नकली हथियार भी रखा करते थे। जिनसे डरा धमका कर उनसे असली रूप लेकर उन्हें वहां से भगा देते थे। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने चंदवाजी में भी एटीएम लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि जमीनों के नाम पर भी यह बदमाश धोखाधड़ी करते थे। कई गृह निर्माण सहकारी समितियों के नाम से यह लोगों को आवंटन पत्र देते थे। बदमाशों के पास में सहकारी समितियों की 11 मोहरे और कई दस्तावेज सहित एटीएम कार्ड भी मिले है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

बाईट- जितेंद्र सिंह, एसएचओ, माणक चौक थाना





Conclusion:
Last Updated : Oct 1, 2019, 4:02 AM IST
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