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शक्ति मलिक हत्याकांड : तेजस्वी और तेजप्रताप पर लगे आरोप बेबुनियाद - आरजेडी नेता शक्ति मलिक

एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि शक्ति मलिक ब्याज पर रुपये देकर लोगों का शोषण करता था. इनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं की थी, जिनके साथ वह पैसे के एवज में जबरन गलत काम करता था. ऐसे 1200 से अधिक लोग उसके भुक्तभोगी थे.

शक्ति मलिक हत्याकांड
शक्ति मलिक हत्याकांड
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Published : Oct 7, 2020, 10:53 PM IST

पूर्णिया : आरजेडी नेता शक्ति मलिक हत्याकांड मामले का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. घटना में शामिल सभी सात मास्टरमाइंड को पुलिस ने 72 घंटे के भीतर धर दबोचा है. पुलिस के मुताबिक घटना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दलित नेता शक्ति मलिक की हत्या के अहम साजिशकर्ताओं ने एक कुख्यात शार्प शूटर को भी भाड़े पर लिया था. वहीं इस केस से जोड़कर देखे जा रहे आरजेडी नेता तेजस्वी और तेजप्रताप यादव पर लगे आरोपों को पुलिस ने बेबुनियाद बताया है.

बरामद हुए हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार
फिलहाल पुलिस के हत्थे चढ़े सभी सात अभियुक्तों के पास से घटना में शामिल पांच पिस्टल, तीन कारतूस, पांच मोबाइल फोन, एक चाकू व घटना में प्रयोग किए गए दो बाइक बरामद हुए हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह बना पूर्व आरजेडी नेता की हत्या का कारण
शक्ति मलिक हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि शक्ति मलिक ब्याज पर रुपये देकर लोगों का शोषण करता था. इनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं की थी, जिनके साथ वह पैसे के एवज में जबरन गलत काम करता था. ऐसे 1200 से अधिक लोग उसके भुक्तभोगी थे. एसपी ने बताया उसके पास से ऐसे 45 लोगों के नाम मिलें हैं, जिन्हें बयाज पर रुपये देकर वह उनसे दोगुने रुपये वसूल करता था.

शक्ति मलिक के साथ पुलिस की साठगांठ आ रही सामने
घटना में शामिल अभियुक्त आफताब ने बताया कि उसने शक्ति मालिक से 70,000 रुपये लिए थे, जिसके बदले उसे 2 लाख 10 हजार रुपये मांगे जा रहे थे. इसके लिए उसके दुकान पर तोड़फोड़ भी की गई थी. वहीं ब्याज लेने वाले सभी लोगों का वह राजनैतिक व अपराधिक मामलों में फंस जाने पर इस्तेमाल करता था. अपने बयान में आफताब ने कहा है कि कई पुलिस वालों की शक्ति मलिक के साथ साठगांठ थी, जो उनकी मदद करते थे. जिसके बदले शक्ति उन्हें आर्थिक लाभ पहुंचाया करता था.

यह भी पढ़ें- बिहार : शक्ति मलिक हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग, पत्नी ने मांगी सुरक्षा

बेबुनियाद निकले तेजस्वी व तेजप्रताप पर लगे आरोप
अभियुक्त आफताब ने बताया कि ब्याज के रुपये देकर लोगों से शोषण करना ही उसकी मौत का कारण बना. तेजस्वी और तेजप्रताप समेत अन्य सभी 6 लोगों पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं. यहां तक कि वो तेजस्वी और तेजप्रताप से कभी मिला भी नहीं था.

नोट गिनने की मशीन समेत महिलाओं के 3 दर्जन आधार कार्ड बरामद
वहीं एसपी विशाल शर्मा ने कहा वैज्ञानिक अनुसंधान में पत्नी की ओर से लगाए गए आरोप सिद्ध नहीं हो सके हैं. जिन लोगों पर आरोप लगाए गए थे, वैज्ञानिक अनुसंधान में वे सिद्ध नहीं हो सके हैं. पुलिस को शक्ति मालिक के घर से नोट गिनने की मशीन, छह ब्लैंक नन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर, चार ग्राहकों का ब्लैंक चेक, 36 महिलाओं का आधार कार्ड, ग्राहकों के नाम व दिए गए नकद राशि से संबंधित डायरी मिली है.

पूर्णिया : आरजेडी नेता शक्ति मलिक हत्याकांड मामले का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. घटना में शामिल सभी सात मास्टरमाइंड को पुलिस ने 72 घंटे के भीतर धर दबोचा है. पुलिस के मुताबिक घटना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दलित नेता शक्ति मलिक की हत्या के अहम साजिशकर्ताओं ने एक कुख्यात शार्प शूटर को भी भाड़े पर लिया था. वहीं इस केस से जोड़कर देखे जा रहे आरजेडी नेता तेजस्वी और तेजप्रताप यादव पर लगे आरोपों को पुलिस ने बेबुनियाद बताया है.

बरामद हुए हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार
फिलहाल पुलिस के हत्थे चढ़े सभी सात अभियुक्तों के पास से घटना में शामिल पांच पिस्टल, तीन कारतूस, पांच मोबाइल फोन, एक चाकू व घटना में प्रयोग किए गए दो बाइक बरामद हुए हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह बना पूर्व आरजेडी नेता की हत्या का कारण
शक्ति मलिक हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि शक्ति मलिक ब्याज पर रुपये देकर लोगों का शोषण करता था. इनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं की थी, जिनके साथ वह पैसे के एवज में जबरन गलत काम करता था. ऐसे 1200 से अधिक लोग उसके भुक्तभोगी थे. एसपी ने बताया उसके पास से ऐसे 45 लोगों के नाम मिलें हैं, जिन्हें बयाज पर रुपये देकर वह उनसे दोगुने रुपये वसूल करता था.

शक्ति मलिक के साथ पुलिस की साठगांठ आ रही सामने
घटना में शामिल अभियुक्त आफताब ने बताया कि उसने शक्ति मालिक से 70,000 रुपये लिए थे, जिसके बदले उसे 2 लाख 10 हजार रुपये मांगे जा रहे थे. इसके लिए उसके दुकान पर तोड़फोड़ भी की गई थी. वहीं ब्याज लेने वाले सभी लोगों का वह राजनैतिक व अपराधिक मामलों में फंस जाने पर इस्तेमाल करता था. अपने बयान में आफताब ने कहा है कि कई पुलिस वालों की शक्ति मलिक के साथ साठगांठ थी, जो उनकी मदद करते थे. जिसके बदले शक्ति उन्हें आर्थिक लाभ पहुंचाया करता था.

यह भी पढ़ें- बिहार : शक्ति मलिक हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग, पत्नी ने मांगी सुरक्षा

बेबुनियाद निकले तेजस्वी व तेजप्रताप पर लगे आरोप
अभियुक्त आफताब ने बताया कि ब्याज के रुपये देकर लोगों से शोषण करना ही उसकी मौत का कारण बना. तेजस्वी और तेजप्रताप समेत अन्य सभी 6 लोगों पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं. यहां तक कि वो तेजस्वी और तेजप्रताप से कभी मिला भी नहीं था.

नोट गिनने की मशीन समेत महिलाओं के 3 दर्जन आधार कार्ड बरामद
वहीं एसपी विशाल शर्मा ने कहा वैज्ञानिक अनुसंधान में पत्नी की ओर से लगाए गए आरोप सिद्ध नहीं हो सके हैं. जिन लोगों पर आरोप लगाए गए थे, वैज्ञानिक अनुसंधान में वे सिद्ध नहीं हो सके हैं. पुलिस को शक्ति मालिक के घर से नोट गिनने की मशीन, छह ब्लैंक नन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर, चार ग्राहकों का ब्लैंक चेक, 36 महिलाओं का आधार कार्ड, ग्राहकों के नाम व दिए गए नकद राशि से संबंधित डायरी मिली है.

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