नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संसदीय दल की बैठक में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती दिखाई और नए सांसदों को सही आचरण रखने की हिदायत दी.
सूत्रों की माने तो पीएम ने आकाश विजयवर्गीय मामले में अपनी नाराजगी जताई है. सूत्र के अनुसार उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि किसी को मनमानी करने नहीं दिया जाएगा. चाहे वह किसी का भी बेटा हो. उन्होंने खास तौर पर नए सांसदों से अपने आचरण और सामाजिक व्यवहार को नियंत्रित और मर्यादा में रखने की चेतावनी दी.
प्रधानमंत्री छह जुलाई को वाराणसी से भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छह जुलाई को वाराणसी से भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि इस दौरान पूरे देश में हर मतदान केन्द्र पर कम से कम पांच पेड़ लगाए जाने चाहिए.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पार्टी के सांसदों से कहा है कि अगर कोई भी अपने आचरण से संगठन का नाम खराब करता है तो यह ‘अस्वीकार्य’ होगा.
संसदीय मामलों के मंत्री प्रलहाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के संसदीय दल की पहली बैठक में वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने मोदी को सम्मानित किया. इस चुनाव में उनकी अगुवाई में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीती है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी उन्हें सम्मानित किया.
जोशी ने कहा कि अपने संबोधन में मोदी ने पार्टी सांसदों से संसद सत्र के दौरान उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा और कहा के उन्हें लोगों की सेवा के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए ताकि वे जान सकें कि उन्होंने जनता के लिए जो किया है उसके लिए उन्हें जाना जाता है.
भाजपा के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंति पर छह जुलाई को मोदी सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे. शाह तेलंगाना में और अन्य वरिष्ठ नेता देश के अन्य हिस्सों में इसकी शुरुआत करेंगे.
पीएम ने इस दौरान आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना सख्ती दिखाई.
बता दें कि आकाश विजयवर्गीय भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र हैं. इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक बेटे आकाश को कच्चा खिलाड़ी बताया था.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि उन्हें लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए. उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए. उन्होंने इसकी कमी देखी है. दोनों को समझना चाहिए ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो.
आकाश ने अफसर को कैसे पीटा- पढ़ें और देखें वीडियों- मध्यप्रदेश : इंदौर जिला कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज की
बता दें कि आकाश विजयवर्गीय इंदौर में एक जर्जर मकान को तोड़ने आए नगर निगम के कर्मचारियों की कार्रवाई पर भड़क गए थे और क्रिकेट के बल्ले से नगर निगम के अफसर की पिटाई कर दी.
बाद में उन्हें इस मामले में जेल भी जाना पड़ा. हालांकि बाद में उन्हें रिहा जमानत पर रिहा कर दिया गया.