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छत्तीसगढ़ में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दयनीय, कंधे पर ढोई गई गर्भवती - एंबुलेंस में प्रसव

छत्तीसगढ़ के सरगुजा में समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने का मामला सामने आया है. मैनपाट के परपटिया इलाके में एंबुलेंस न मिलने की वजह से ग्रामीण गर्भवती महिला को कांवर में लेकर दो किलोमीटर तक पैदल चले. देखें घटना की वीडियो

कंधे पर ढोई गई गर्भवती महिला
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Published : Aug 12, 2019, 11:43 AM IST

Updated : Sep 26, 2019, 5:49 PM IST

सरगुजा: छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट के परपटिया में समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने की वजह से पहले तो ग्रमीणों ने गर्भवती महिला को कांवर पर टांगकर ग्रामीणों ने दो किलोमीटर का सफर किया. जैसे ही एंबुलेंस को लेकर स्वास्थ्य केंद्र की ओर बढ़ी वो दोबारा कीचड़ में फंस गई, इसके बाद महतारी एक्सप्रेस में तैनात कर्मचारियों ने एंबुलेंस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया.

पहुंच मार्ग नहीं होने की वजह से एंबुलेंस को महिला के घर से दो किलोमीटर पहले ही रोकना पड़ा. जिसकी वजह से ग्रामीणों ने कांवर पर टांककर जैसे-तैसे महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाया. महिला को एंबुलेंस में बैठाकर परिवार अस्पताल की ओर रवाना हुआ, लेकिन खराब सड़क की वजह से एंबुलेंस रास्ते में फंस गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने धक्का लगाकर एंबुलेंस को बाहर निकाला.

एंबुलेंस में हुआ महिला का प्रसव
जैसे-जैसे समय बीत रहा था प्रसूता की तबीयत बिगड़ती जा रही थी. महिला की तबीयत बिगड़ते देख एंबुलेंस में मौजूद स्टाफ ने डांडकेसरा गांव के पास महतारी एक्सप्रेस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया.

कंधे पर ढोई गई गर्भवती

BEO ने नहीं रिसीव किया फोन
मैनपाट और सरगुजा संभाग में कई ऐसी ग्राम पंचायत हैं जो बारिश के दिनों में पहुंचविहीन हो जाती हैं. कहीं सड़क नहीं है, तो कहीं पुलिया नहीं है. ग्रामीणों को जान हथेली पर रखकर उफनती नदी का पुल पार करना पड़ता है. इस मामले में ETV भारत की टीम ने मैनपाट खंड चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

पढ़ें : 15 अगस्त को देखते हुए धमतरी में हाई अलर्ट, नक्सल प्रभावित इलाकों में सर्चिंग तेज

एसडीएम ने कही ये बात
वहीं इस मामले में एसडीएम का कहना है कि, ETV भारत के माध्यम से उन्हें मामले की जानकारी मिली है. स्वास्थ्य विभाग से जानकारी लेने के बाद ही वो कुछ कह पाएंगे.

सरगुजा: छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट के परपटिया में समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने की वजह से पहले तो ग्रमीणों ने गर्भवती महिला को कांवर पर टांगकर ग्रामीणों ने दो किलोमीटर का सफर किया. जैसे ही एंबुलेंस को लेकर स्वास्थ्य केंद्र की ओर बढ़ी वो दोबारा कीचड़ में फंस गई, इसके बाद महतारी एक्सप्रेस में तैनात कर्मचारियों ने एंबुलेंस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया.

पहुंच मार्ग नहीं होने की वजह से एंबुलेंस को महिला के घर से दो किलोमीटर पहले ही रोकना पड़ा. जिसकी वजह से ग्रामीणों ने कांवर पर टांककर जैसे-तैसे महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाया. महिला को एंबुलेंस में बैठाकर परिवार अस्पताल की ओर रवाना हुआ, लेकिन खराब सड़क की वजह से एंबुलेंस रास्ते में फंस गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने धक्का लगाकर एंबुलेंस को बाहर निकाला.

एंबुलेंस में हुआ महिला का प्रसव
जैसे-जैसे समय बीत रहा था प्रसूता की तबीयत बिगड़ती जा रही थी. महिला की तबीयत बिगड़ते देख एंबुलेंस में मौजूद स्टाफ ने डांडकेसरा गांव के पास महतारी एक्सप्रेस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया.

कंधे पर ढोई गई गर्भवती

BEO ने नहीं रिसीव किया फोन
मैनपाट और सरगुजा संभाग में कई ऐसी ग्राम पंचायत हैं जो बारिश के दिनों में पहुंचविहीन हो जाती हैं. कहीं सड़क नहीं है, तो कहीं पुलिया नहीं है. ग्रामीणों को जान हथेली पर रखकर उफनती नदी का पुल पार करना पड़ता है. इस मामले में ETV भारत की टीम ने मैनपाट खंड चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

पढ़ें : 15 अगस्त को देखते हुए धमतरी में हाई अलर्ट, नक्सल प्रभावित इलाकों में सर्चिंग तेज

एसडीएम ने कही ये बात
वहीं इस मामले में एसडीएम का कहना है कि, ETV भारत के माध्यम से उन्हें मामले की जानकारी मिली है. स्वास्थ्य विभाग से जानकारी लेने के बाद ही वो कुछ कह पाएंगे.

Intro:मैनपाट~हमेशा सुर्खियों में रहने वाला सरगुजा जिले का मैनपाट वहीं छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाला मैनपाट आज एक बार फिर विकास की बात करने वाले शासन और प्रशासन की उदासीनता के कारण चर्चे में आया है,,,जर्जर और टेढ़ी~मेढ़ी सड़क में जब महतारी एक्सप्रेस गाँव तक नहीं पहुंच पाई तो परिजनों ने खुद प्रसुता को झेलगी पर टांग कर लाया और 4 घंटे में महतारी एक्सप्रेस ने केवल 32 किलोमीटर का सफर किया है।

Body:छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री और सीतापुर विधायक अमरजीत भगत अपने विधानसभा क्षेत्र मैनपाट में भले ही सरकारी योजनाओं का बखान जोर-शोर से कर रहे हों लेकिन सरगुजा संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है आपको बता दे कि मैनपाट ब्लॉक के ग्राम परपटिया का पनही पकना नामक गाँव बारिश के दिनों पूरी तरह बदहाल और पहुँच विहीन हो जाता है जिससे ग्रामीणों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में जूझना पड़ता है।

मैनपाट ब्लॉक के परपटिया का पनही पकना नामक गाँव में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल पहुंचाने के लिए महतारी एक्सप्रेस तो समय पर पहुँच गई पर रास्ता खराब और बदहाल होने के कारण घर से 2 किमी दूर ही एंबुलेंस को रोकना पड़ गया और गर्भवती की स्थिति को देखते हुए परिजनों ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को झेलगी में टांग कर एंबुलेंस तक चलकर महतारी एक्सप्रेस तक पहुँचाया इसके बाद भी परिजनों की मुसीबतें कम नहीं हुई।

आपको बता दे कि परपटिया की कच्ची सड़क होने के कारण बीच रास्ते मे एंबुलेंस फँसने पर महिला की जान बचाने के लिए प्रसव कराने साथ में जा रही महिलाओं को एंबुलेंस को धक्का देना पड़ा है वहीं काफी कठिन रास्ता होने की वजह से एंबुलेंस की गति काफी धीमी भी थी वहीं प्रसुता की हालत भी बिगड़ती ही जा रही थी जो कुछ देर बाद एंबुलेंस में ही प्रसव की स्थिति बनने लगी,यह देख एंबुलेंस स्टाफ ने ग्राम डांड़केसरा के पास महिला का सुरक्षित प्रसव कराया फिर उसे मैनपाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया वहीं महतारी एक्प्रेस को ग्राम परपटिया से कमलेश्वरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल पहुंचने में 4 घंटे का समय लग गया।

ज्ञातव्य हो कि मैनपाट ब्लॉक से 32 किमी दूर परपटिया पंचायत के ग्राम पनही पकना निवासी 22 वर्षीय धनेश्वरी कोरवा पति दिलीप कोरवा को आज प्रसव पीड़ा शूरू हुई थी जिससे वह दर्द से जूझ रही थी जिसे देखते हुए गाँव की मितानिन निर्मला ने महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए महतारी एक्सप्रेस को फोन किया था। वहीं गाँव तक जाने के लिए रास्ता नहीं होने के कारण एंबुलेंस चालक ने घर से 2 किमी पीछे ही वाहन रोक दिया था।

Conclusion:गौरतलब हो कि मैनपाट और सरगुजा संभाग में कई ऐसे ग्राम पंचायत है जो बारिश के दिनों में पहुंचविहीन हो जाते है कहीं सड़क नहीं है तो कहीं पुलिया नहीं होने से उफनती नदी को जान हथेली पर रख कर ग्रामीणों को पुल पार करना पड़ता है।प्रसव से तड़प रही महिला के परिजनों ने गर्भवती महिला को झेलगी में टांग कर किसी तरह एंबुलेंस तक पहुंचाया और परिजनों को रास्ते में कई समस्याओं से जूझना पड़ा।

इन सभी चीजों को लेकर इस मामलें में अधिक जानकारी के लिए Etv Bharat ने मैनपाट खण्ड चिकित्सा अधिकारी से बात करनी चाही तब उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया वहीं इस मामलें सीतापुर SDM से बात हुई तब उन्होंने बताया कि मुझे आपके द्वारा अभी तत्काल जानकारी प्राप्त हुई है,,,आज मैं अधिक समय तक मैनपाट में था किंतु इस मामलें में कोई जानकारी नहीं है पता करके बताता हूँ।

विजुअल 01~वायरल वीडियो जिसमें गर्भवती महिला को परिजनों द्वारा झेलगी में ढ़ोते हुए महतारी एक्सप्रेस तक ले जाते हुए का दृश्य।

विजुअल 02~परिजनों द्वारा एम्बुलेंस फँसने पर धक्का लगाते हुए का दृश्य।

Report~Roshan Soni
Etv bharat Surguja_Mainpat...!!!
Last Updated : Sep 26, 2019, 5:49 PM IST
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