नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी के शाहीन बाग धरनास्थल के पास रविवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंक दिया. हालांकि इस बम से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यह जानकारी पुलिस ने दी.
इस बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ तीन महीन से भी ज्यादा समय से शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने प्रधानमंत्री के आह्वान पर आहूत स्वैच्छिक जनता कर्फ्यू को समर्थन दिया है. इस क्रम में प्रदर्शन स्थल पर आज सिर्फ पांच महिलाएं ही आईं.
पुलिस ने बताया कि घटना पूर्वाह्न करीब 9.30 बजे सुबह हुई. पुलिस को घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी करीब पांच-छह बोतलें मिली हैं. फोरेंसिक जांच टीम और दिल्ली पुलिस के अधिकारी पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां पेट्रोल बम फेंके जाने के बाद कथित रूप से आग लग गई थी.
वैसे शाहीन बाग में जनता कर्फ्यू के दिन भी प्रदर्शन जारी रहा. हालांकि प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने कोरोना वायरस से संघर्ष के क्रम में आहूत जनता कर्फ्यू का समर्थन किया और धरनास्थल पर सिर्फ पांच महिलाएं प्रदर्शन करने पहुंचीं. वहीं, कुछ महिलाओं द्वारा प्रदर्शन स्थल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए अपनी चप्पलों को वहां मौजूद तख्त पर रखा गया है.
पढ़ें : बड़ा फैसला : 31 मार्च तक नहीं चलेंगी पैसेंजर ट्रेनें, मेट्रो और बस संचालन पर भी रोक
गौरतलब है कि देश और दुनिया में फैल रही कोरोना महामारी को देखते हुए एहतियातन कई कदम उठाए जा रहे हैं. इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों से आज जनता कर्फ्यू की अपील की गई है. सुबह सात बजे शुरू हुआ जनता कर्फ्यू रात नौ बजे तक रहेगा. इस दौरान देशभर में आपात सेवाओं को छोड़ अन्य ज्यादातर जगहों पर स्वैच्छिक बंदी रखी गई है.