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महाराष्ट्र : दही-हांडी उत्सव पिछले सालों के मुकाबले रहा फीका, मुंबई में 119 से ज्यादा जख्मी

महाराष्ट्र में दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव का हिस्सा है जिसमें युवा जिन्हें गोविंदा कहते हैं रंगबिरंगे कपड़ों में मानव पिरामिड बनाकर दही की हांडी फोड़ने की कोशिश करते हैं. मुबंई में दही हांडी उत्सव मनाने के दौरान 119 और ठाणे में 14 गोविंदा जख्मी हो गए..पढ़ें पूरी खबर....

महाराष्ट्र में हर सालों के मकाबले फीका रहा दही-हांडी उत्सव
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Published : Aug 25, 2019, 8:41 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 4:41 AM IST

मुंबई: दही हांडी उत्सव मनाने के दौरान मुंबई में कम से कम 119 और ठाणे में 14 गोविंदा जख्मी हो गए. अधिकारियों ने बताया कि कई इलाकों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित दही हांडी के समारोह फीके ही रहे.

BMC के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर गोविंदा दही हांडी तोड़ने के लिए बनाए गए अपने मानव पिरामिड गिरने की वजह से जख्मी हुए हैं. इस बार जन्माष्टमी का उत्सव कई इलाकों में फीका रहा.

कई दही हांडी आयोजकों ने राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई और और कुछ मंडलों ने राहत कार्य के लिए पैसे दान करने का फैसला किया. नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि 26 गोविंदाओं को मुंबई के नगर निकाय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे में मानव पिरामिड से गिरने की वजह से 10 साल के एक बच्चे की पैर की हड्डी टूट गई है. उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.

पढ़ें: महाराष्ट्र के भिवंडी में चार मंजिला इमारत गिरी- 2 की मौत, पांच घायल

अधिकारी ने बताया कि ठाणे में ही, एक पिरामिड एक किशोरी पर गिर गया, जिस वजह से वह घायल हो गई. महाराष्ट्र में दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव का हिस्सा है जिसमें युवा जिन्हें गोविंदा कहते हैं रंगबिरंगे कपड़ों में मानव पिरामिड बनाकर दही की हांडी फोड़ने की कोशिश करते हैं.

महिला गोविंदाओं के संगठन गोरखनाथ महिला दही हांडी पाठक मंडल ने फैसला किया कि उसकी सदस्य केवल परंपरा को कायम रखने के लिए त्योहार मनाएंगी. मंडल के संस्थापक भाऊ कोरेगांवकर ने कहा, 'हम बाढ़ की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे अपने भाइयों और बहनों को नहीं भूल सकते'. हमारी महिलाएं आयोजन स्थल पर जाएंगी और केवल दही हांडी फोड़ेंगी.

भव्य दही हांडी उत्सव आयोजित करने के लिए चर्चित रहे भाजपा नेता राम कदम ने भी इस बार साधरण तरीके से उत्सव मनाने का फैसला किया.

पढ़ें: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत करने की विधि

उन्होंने कहा, 'हम इस उत्सव को संस्कृति का हिस्सा होने की वजह से मनाएंगे, लेकिन यह साधारण तरीके से होगा. दिखावे पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है. बचे हुए पैसे राज्य में आई बाढ़ से प्रभावित भाई-बहनों की मदद के लिए भेजे जाएंगे.

मुंबई पुलिस ने लेागों से तेज आवाज में गाने नहीं बजाने को कहा है. दादर, वर्ली, वडाला, घाटकोपर, अंधेरी, लोखंडवाला, बोरीवली समेत कई इलाकों में त्योहार मनाया गया.

पढ़ें: कृष्ण लीला: सिर्फ दो घंटे में यहां दिखाया जाता है भगवान श्री कृष्ण का पूरा जीवन चक्र​​​​​​​

गिरगांव में स्थित इस्कॉन के राधा गोपीनाथ मंदिर को सजाया गया और भक्त दर्शन के लिए देर तक कतार में इंतजार करते रहे. इस्कॉन से जुड़े राधानाथ स्वामी ने कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षाएं सदियों से प्रासंगिक हैं.

डोम्बिवली में, पुलिस ने ईवीएम की आकृति वाली दही हांडी जब्त की है. इसे कथित रूप से महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने लगाया था.

मुंबई: दही हांडी उत्सव मनाने के दौरान मुंबई में कम से कम 119 और ठाणे में 14 गोविंदा जख्मी हो गए. अधिकारियों ने बताया कि कई इलाकों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित दही हांडी के समारोह फीके ही रहे.

BMC के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर गोविंदा दही हांडी तोड़ने के लिए बनाए गए अपने मानव पिरामिड गिरने की वजह से जख्मी हुए हैं. इस बार जन्माष्टमी का उत्सव कई इलाकों में फीका रहा.

कई दही हांडी आयोजकों ने राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई और और कुछ मंडलों ने राहत कार्य के लिए पैसे दान करने का फैसला किया. नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि 26 गोविंदाओं को मुंबई के नगर निकाय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे में मानव पिरामिड से गिरने की वजह से 10 साल के एक बच्चे की पैर की हड्डी टूट गई है. उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.

पढ़ें: महाराष्ट्र के भिवंडी में चार मंजिला इमारत गिरी- 2 की मौत, पांच घायल

अधिकारी ने बताया कि ठाणे में ही, एक पिरामिड एक किशोरी पर गिर गया, जिस वजह से वह घायल हो गई. महाराष्ट्र में दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव का हिस्सा है जिसमें युवा जिन्हें गोविंदा कहते हैं रंगबिरंगे कपड़ों में मानव पिरामिड बनाकर दही की हांडी फोड़ने की कोशिश करते हैं.

महिला गोविंदाओं के संगठन गोरखनाथ महिला दही हांडी पाठक मंडल ने फैसला किया कि उसकी सदस्य केवल परंपरा को कायम रखने के लिए त्योहार मनाएंगी. मंडल के संस्थापक भाऊ कोरेगांवकर ने कहा, 'हम बाढ़ की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे अपने भाइयों और बहनों को नहीं भूल सकते'. हमारी महिलाएं आयोजन स्थल पर जाएंगी और केवल दही हांडी फोड़ेंगी.

भव्य दही हांडी उत्सव आयोजित करने के लिए चर्चित रहे भाजपा नेता राम कदम ने भी इस बार साधरण तरीके से उत्सव मनाने का फैसला किया.

पढ़ें: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत करने की विधि

उन्होंने कहा, 'हम इस उत्सव को संस्कृति का हिस्सा होने की वजह से मनाएंगे, लेकिन यह साधारण तरीके से होगा. दिखावे पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है. बचे हुए पैसे राज्य में आई बाढ़ से प्रभावित भाई-बहनों की मदद के लिए भेजे जाएंगे.

मुंबई पुलिस ने लेागों से तेज आवाज में गाने नहीं बजाने को कहा है. दादर, वर्ली, वडाला, घाटकोपर, अंधेरी, लोखंडवाला, बोरीवली समेत कई इलाकों में त्योहार मनाया गया.

पढ़ें: कृष्ण लीला: सिर्फ दो घंटे में यहां दिखाया जाता है भगवान श्री कृष्ण का पूरा जीवन चक्र​​​​​​​

गिरगांव में स्थित इस्कॉन के राधा गोपीनाथ मंदिर को सजाया गया और भक्त दर्शन के लिए देर तक कतार में इंतजार करते रहे. इस्कॉन से जुड़े राधानाथ स्वामी ने कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षाएं सदियों से प्रासंगिक हैं.

डोम्बिवली में, पुलिस ने ईवीएम की आकृति वाली दही हांडी जब्त की है. इसे कथित रूप से महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने लगाया था.

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महाराष्ट्र में दही-हांडी उत्सव पिछले सालों के मुकाबले फीका रहा, मुंबई में 119 से ज्यादा जख्मी

मुंबई, 24 अगस्त (भाषा) दही हांडी उत्सव मनाने के दौरान मुंबई में शनिवार को कम से कम 119 और ठाणे में 14 गोविंदा जख्मी हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कई इलाकों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित दही हांडी के समारोह फीके ही रहे।



बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर गोविंदा दही हांडी तोड़ने के लिए बनाए गए अपने मानव पिरामिड गिरने की वजह से जख्मी हुए हैं।



इस बार जन्माष्टमी का उत्सव कई इलाकों में फीका रहा।



कई दही हांडी आयोजकों ने राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई और और कुछ मंडलों ने राहत कार्य के लिए पैसे दान करने का फैसला किया।



नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि 26 गोविंदाओं को मुंबई के नगर निकाय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।



नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे में मानव पिरामिड से गिरने की वजह से 10 साल के एक बच्चे की पैर की हड्डी टूट गई है। उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।





अधिकारी ने बताया कि ठाणे में ही, एक पिरामिड एक किशोरी पर गिर गया, जिस वजह से वह घायल हो गई।



महाराष्ट्र में दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव का हिस्सा है जिसमें युवा जिन्हें गोविंदा कहते हैं रंगबिरंगे कपड़ों में मानव पिरामिड बनाकर दही की हांडी फोड़ने की कोशिश करते हैं।



महिला गोविंदाओं के संगठन ‘गोरखनाथ महिला दही हांडी पाठक मंडल’ ने फैसला किया कि उसकी सदस्य केवल परंपरा को कायम रखने के लिए त्योहार मनाएंगी। मंडल के संस्थापक भाऊ कोरेगांवकर ने कहा, ‘‘हम बाढ़ की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे अपने भाइयों और बहनों को नहीं भूल सकते। हमारी महिलाएं आयोजन स्थल पर जाएंगी और केवल दही हांडी फोड़ेंगी।’’



भव्य दही हांडी उत्सव आयोजित करने के लिए चर्चित रहे भाजपा नेता राम कदम ने भी इस बार साधरण तरीके से उत्सव मनाने का फैसला किया।



उन्होंने कहा, ‘‘हम इस उत्सव को संस्कृति का हिस्सा होने की वजह से मनाएंगे, लेकिन यह साधारण तरीके से होगा। दिखावे पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। बचे हुए पैसे राज्य में आई बाढ़ से प्रभावित भाई-बहनों की मदद के लिए भेजे जाएंगे।’’



मुंबई पुलिस ने लेागों से तेज आवाज में गाने नहीं बजाने को कहा है।



दादर, वर्ली, वडाला, घाटकोपर, अंधेरी, लोखंडवाला, बोरीवली समेत कई इलाकों में त्योहार मनाया गया।



गिरगांव में स्थित इस्कॉन के राधा गोपीनाथ मंदिर को सजाया गया और भक्त दर्शन के लिए देर तक कतार में इंतजार करते रहे।



इस्कॉन से जुड़े राधानाथ स्वामी ने कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षाएं सदियों से प्रासंगिक हैं।



डोम्बिवली में, पुलिस ने ईवीएम की आकृति वाली दही हांडी जब्त की है। इसे कथित रूप से महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने लगाया था।


Conclusion:
Last Updated : Sep 28, 2019, 4:41 AM IST
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