श्रीनगरः कश्मीर घाटी में लगातार 5वें दिन भी कर्फ्यू लगा रहा. जहां एक तरफ स्थानीय लोग अपने घरों में बंद हैं तो दूसरी तरफ मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
श्रीनगर के अस्पतालों में अन्य जिलों के रोगी और उनके रिश्तेदार भी हैं जो अपने घर वापस जाना चाहते हैं. यातायात की सुविधा के बंद होने के कारण मरीज और उनके परिजन कहीं नहीं जा पा रहे हैं.
शुक्रवार को ईटीवी भारत के संवाददाता से बात करते हुए, मरीज के परिजनों में से एक ने बताया कि सुरक्षा बल शहर के हर कोने में तैनात हैं, जो बिना जांच के एक कदम भी नहीं चलने देते.
उन्होंने कहा कि उन्हें एम्बुलेंस सेवाएं भी नहीं मिल सकती हैं क्योंकि उनके पास संचार का कोई साधन नहीं है.
पिछले पांच दिनों से कश्मीर में संचार पूरी तरह से बंद है. मोबाइल फोन, लैंडलाइन, इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं. यहां तक कि केबल टेलीविजन सुविधा भी बंद है. इस तनावपूर्ण स्थिति में काश्मीर घाटी बाकी दुनिया से कट गई है.
कुलगाम जिले के एक मरीज के परिजन ने बताया कि, हमें मरीज को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कत हो रही है. यही नहीं एटीएम में रुपए भी नहीं हैं.
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ईटीवी भारत से बात करते हुए एक और मरीज के रिश्तेदार ने कहा कि उनका अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं है. उनके परिवार को, वह किस जगह पर हैं इसके बारे में कोई खबर नहीं है. यहाँ तक कि उनको अपने परिवार की स्थिति के बारे में भी नहीं पता है.
मरीजों के परिजनों ने बताया, उन्हें अस्पतालों में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उनके पास दवाइयां खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं. उनके पास कोई परिवहन सुविधा भी नहीं है, उन्हें खुद से मरिजों को अस्पताल ले जाना पड़ रहा है.