राजनांदगांव : मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार देर रात ऑक्सीजन सिलेंडर बदलते समय अधिक प्रेशर होने के कारण अचानक सिलेंडर फट गया. मरीज के शरीर में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन प्रवेश होने से उसकी मौत हो गई. वहीं, मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. शुरुआती जांच में सामने आया है कि ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने का काम आईसीयू में वार्ड ब्वॉय देख रहा था.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पेट की बीमारी का इलाज कराने पहुंचे बालोद जिले के कईल गांव के निवासी 65 वर्षीय मोहन सिंह को आईसीयू में ऑक्सीजन पर रखा गया था देर रात ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के दौरान हुए हादसे में उनकी मौत हो गई.
मामले को लेकर आज जिला प्रशासन की टीम ने जांच की. लोगों के बयान दर्ज किए जाने की बात सामने आ रही है. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अब तक इस मामले में कुछ भी कहने से साफ तौर पर बच रहे हैं.
9 लोगों को किया शिफ्ट
आईसीयू में इलाज करा रहे अन्य नौ लोगों को अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया है. मौके पर आग लगने के खतरे को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने आईसीयू में भर्ती मरीजों को अलग वार्ड में शिफ्ट किया है.
प्रबंधन कर रहा साफ इनकार
घटना के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक अजय कोसा ने सिलेंडर फटने के कारण मरीज की मौत से इनकार किया. उनका कहना है कि मृतक पहले से ही पेट का इलाज कराने के लिए आईसीयू में भर्ती था. इस दौरान उसकी हालत काफी गंभीर थी. मृतक की मौत किस कारण से हुई है, पोस्टमार्टम में इसका खुलासा हो सकता है.
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