हैदराबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को संबोधित भी किया. पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन पर निशाना साधा है.
प्रधानमंत्री मोदी का आज का संबोधन दर्शाता है कि वह एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं मानते हैं. जबकि मुस्लिमों के लिए शैक्षिणिक संस्थान संविधान के अनुच्छेद 30 के तहत है.
ओवैसी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि यह बहुत चिंताजनक है कि कई निर्दोष एएमयू छात्रों पर झूठे आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों को वापस लिया जाना चाहिए. आप उस विश्वविद्यालय की प्रशंसा नहीं कर सकते, जबकि उसके प्रतिभाशाली छात्र झूठे आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री को बिहार के किशनगंज में एएमयू सेंटर स्थापित करने में लंबित मामले को हल करना चाहिए. यही उनका एएमयू को उसके शताब्दी वर्ष पर सबसे बेहतर तोहफा होगा. लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र को फंड की कमी और भूमि संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.