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चक्रवात बुलबुल : ओडिशा तट पर तबाही शुरू, कोलकाता एयरपोर्ट पर रोकी गयीं सभी उड़ानें

चक्रवात बुलबुल ने ओडिशा के तटीय इलाकों में तबाही मचानी शुरू कर दी है. बंगाल के तटीय इलाकों में भी तूफान के दस्तक देने के बाद इसका और अधिक प्रभाव देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग की ओर से दोनों ही राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है. तूफान से भारी नुकसान की आशंका जतायी जा रही है. दोनों ही राज्यों में राहत दल और नौसेना तूफान से निबटने के लिए तैनात हैं. ऐसी परिस्थिति में कोलकाता एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें स्थगित कर दी गयी हैं.

चक्रवात बुलबुल का असर.
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Published : Nov 9, 2019, 5:39 PM IST

Updated : Nov 9, 2019, 8:46 PM IST

भुवनेश्वर/कोलकाता : चक्रवाती तूफान बुलबुल पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में दस्तक दे चुका है. तटीय इलाकों में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. वहीं ओडिशा के तटीय इलाकों में इसने तबाही मचानी शुरू कर दी है.

इस प्रचंड तूफान के प्रभाव से शनिवार को तटीय जिलों में भारी बारिश के साथ ही तीव्र हवाएं चल रही हैं. चक्रवाती तूफान ने सैकड़ों पेड़ों को जड़ से उखाड़ फेंका है जबकि एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ, पुलिस और अग्निशमन कर्मी सड़कों पर गिरे पेड़ों को साफ करने में जुटे हैं, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारु हो सके.

ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के लिए हवाई यात्राएं पूरी तरह से रोक दी गयी हैं. कोलकाता एयरपोर्ट पर सारा कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है. हवाई यात्राएं पूरी तरह से रोकने का आदेश शनिवार शाम छह बजे से लागू होगा. बता दें, यह पूर्वी इलाकों का सबसे व्यस्त मार्ग है.

गृह मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने शाह तथा कैबिनेट सचिव राजीव गॉबा को देशभर में सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया. गॉबा बंगाल की खाड़ी में भयावह तूफान बुलबुल के लिए जरूरी राहत एवं बचाव अभियान की तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की भी अध्यक्षता कर रहे हैं. बुलबुल से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों के प्रभावित होने की संभावना है.

'बुलबुल से निबटने के लिए नौसेना तैयार'
प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल के प्रभाव से होने वाले किसी भी तरह की समस्या से निबटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने विमानों और तीन जहाजों को तैयार रखा है. यह जानकारी सुरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी. प्रवक्ता ने कहा कि ईस्टर्न नेवल कमांड (ईएनसी) ने उत्तरी दिशा में बढ़ रहे चक्रवाती तूफान पर करीब से नजर बनाये रखी है.

cyclone bulbul etv bharat
भारतीय नौसेना द्वारा जारी सूचना.

प्रवक्ता ने कहा, 'बंगाल की खाड़ी में तैनात किए गए नौसेना के विमान, मछुआरों को चक्रवाती तूफान को देखते हुए चेतावनी देने के साथ उन्हें करीबी बंदरगाह पर आश्रय लेने की सलाह दे रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'भारतीय नौसेना के तीन जहाजों को राहत साम्रगी के साथ विशाखापत्तनम में तैनात किया गया है, ताकि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके.' ओडिशा और पश्चिम बंगाल में राहत कार्य के लिए दस गोताखोर और चिकित्सीय दलों को भी तैयार रखा गया है.

ओडिशा में राहत-बचाव प्रक्रिया शुरू
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने सूचित किया कि उन्हें केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और भद्रक जिलों में पेड़ों के गिरने से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी मिली है. उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल उन्हें जानमाल की हानि होने की कोई जानकारी नहीं मिली है.

एसआरसी ने कहा कि भद्रक जिले के धामरा में हवा की गति 110 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की गयी है. वहीं केंद्रापाड़ा जिला प्रशासन ने 1070 लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से हटा कर अलग-अलग आश्रय शिविरों में पहुंचाया है. बालासोर और जगतसिंहपुर जिलों में 1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

cyclone bulbul etv bharat
ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

बीते 24 घंटों में पारादीप में सबसे अधिक 159 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. वहीं चांदबाली में 143 मिलीमीटर और बालासोर में 32 मिलीमीटर बारिश हुई है. मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निर्देशक एच. आर विश्वास के साथ शनिवार सुबह हालात की समीक्षा की. त्रिपाठी ने कहा, 'हम हालात पर निगरानी रख रहे हैं.'

cyclone bulbul etv bharat
ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल ओडिशा के पारादीप के 98 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में और बालासोर के 135 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिमी में स्थित है.

तूफान बुलबुल का बंगाल पर प्रभाव
पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में घोषित किये गये अलर्ट के बाद प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल के प्रभाव से दक्षिणी बंगाल में हवाओं की गति 70-80 किलोमीटर के साथ ही भारी बारिश दर्ज की गई है. शनिवार सुबह चक्रवाती तूफान का केंद्र सागर द्वीप से 140 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आंका गया. बुलबुल पर सुबह 10.10 बजे अपडेट देते हुए क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि चक्रवाती तूफान फिलहाल पूर्वी मिदनापुर जिले के तटीय क्षेत्र दीघा से 100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में है.

बंगाल में चक्रवात से तबाही.

तूफान के धीरे-धीरे कमजोर होने के साथ ही पूर्वोत्तर क्षेत्र की ओर बढ़ने की उम्मीद है. इसके साथ ही शनिवार मध्यरात्रि को तूफान के पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों को पार करने के दौरान सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुरपारा से सुंदरबन डेल्टा क्षेत्र में 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की ही तीव्र हवा चलने की भी संभावना है.

पढ़ें : पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराएगा चक्रवात 'बुलबुल'

ताजा जानकारी के अनुसार, राज्य के तटीय जिलों में लगातार हल्की से मध्यम और भारी से अधिक भारी बारिश हो सकती है. तूफान के प्रभाव से पूर्वी मिदनापुर, 24 परगना उत्तरी, और 24 परगना दक्षिणी क्षेत्र में चल रही हवा की गति 70-80 किमी प्रतिघंटा से 90 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है.

सुरक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार ने तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है. वहीं तूफान की वजह से 24 परगना उत्तरी, 24 परगना दक्षिणी, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा, कोलकाता और झाड़ग्राम प्रभावित हो सकते हैं. राज्य सरकार ने इन सात जिलों के स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है. साथ ही निजी स्कूलों से भी ऐसा करने के लिए कहा गया है. वहीं आपदा प्रतिक्रिया बल भी राहत और बचाव सामग्रियों के साथ परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क है.

ममता बनर्जी की लोगों से अपील
ममता ने सिलसिलेवार तीन ट्वीट कर लोगों से अनुरोध किया कि वे न घबराएं. साथ ही रेस्क्यू और राहत-बचाव दल का सहयोग करने के लिए भी कहा है.

cyclone bulbul etv bharat
ममता बनर्जी की लोगों से अपील.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने स्कूल, कॉलेजों और आंगनवाडी़ केंद्रों को बंद किए जाने की सूचना दी है. साथ ही बताया कि 1 लाख 20 बजार लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.

वहीं उन्होंने लोगों को सूचित करते हुए लिखा, 'चक्रवात बुलबुल आने वाला है. इस पर 24 घंटे पैनी नजर बनाई गई है. हम हर मुश्किल से निबटने के लिए तैयार हैं. कुछ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ टीमें भी तैनात हैं.'

भुवनेश्वर/कोलकाता : चक्रवाती तूफान बुलबुल पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में दस्तक दे चुका है. तटीय इलाकों में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. वहीं ओडिशा के तटीय इलाकों में इसने तबाही मचानी शुरू कर दी है.

इस प्रचंड तूफान के प्रभाव से शनिवार को तटीय जिलों में भारी बारिश के साथ ही तीव्र हवाएं चल रही हैं. चक्रवाती तूफान ने सैकड़ों पेड़ों को जड़ से उखाड़ फेंका है जबकि एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ, पुलिस और अग्निशमन कर्मी सड़कों पर गिरे पेड़ों को साफ करने में जुटे हैं, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारु हो सके.

ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के लिए हवाई यात्राएं पूरी तरह से रोक दी गयी हैं. कोलकाता एयरपोर्ट पर सारा कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है. हवाई यात्राएं पूरी तरह से रोकने का आदेश शनिवार शाम छह बजे से लागू होगा. बता दें, यह पूर्वी इलाकों का सबसे व्यस्त मार्ग है.

गृह मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने शाह तथा कैबिनेट सचिव राजीव गॉबा को देशभर में सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया. गॉबा बंगाल की खाड़ी में भयावह तूफान बुलबुल के लिए जरूरी राहत एवं बचाव अभियान की तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की भी अध्यक्षता कर रहे हैं. बुलबुल से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों के प्रभावित होने की संभावना है.

'बुलबुल से निबटने के लिए नौसेना तैयार'
प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल के प्रभाव से होने वाले किसी भी तरह की समस्या से निबटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने विमानों और तीन जहाजों को तैयार रखा है. यह जानकारी सुरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी. प्रवक्ता ने कहा कि ईस्टर्न नेवल कमांड (ईएनसी) ने उत्तरी दिशा में बढ़ रहे चक्रवाती तूफान पर करीब से नजर बनाये रखी है.

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भारतीय नौसेना द्वारा जारी सूचना.

प्रवक्ता ने कहा, 'बंगाल की खाड़ी में तैनात किए गए नौसेना के विमान, मछुआरों को चक्रवाती तूफान को देखते हुए चेतावनी देने के साथ उन्हें करीबी बंदरगाह पर आश्रय लेने की सलाह दे रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'भारतीय नौसेना के तीन जहाजों को राहत साम्रगी के साथ विशाखापत्तनम में तैनात किया गया है, ताकि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके.' ओडिशा और पश्चिम बंगाल में राहत कार्य के लिए दस गोताखोर और चिकित्सीय दलों को भी तैयार रखा गया है.

ओडिशा में राहत-बचाव प्रक्रिया शुरू
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने सूचित किया कि उन्हें केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और भद्रक जिलों में पेड़ों के गिरने से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी मिली है. उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल उन्हें जानमाल की हानि होने की कोई जानकारी नहीं मिली है.

एसआरसी ने कहा कि भद्रक जिले के धामरा में हवा की गति 110 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की गयी है. वहीं केंद्रापाड़ा जिला प्रशासन ने 1070 लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से हटा कर अलग-अलग आश्रय शिविरों में पहुंचाया है. बालासोर और जगतसिंहपुर जिलों में 1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

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ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

बीते 24 घंटों में पारादीप में सबसे अधिक 159 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. वहीं चांदबाली में 143 मिलीमीटर और बालासोर में 32 मिलीमीटर बारिश हुई है. मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निर्देशक एच. आर विश्वास के साथ शनिवार सुबह हालात की समीक्षा की. त्रिपाठी ने कहा, 'हम हालात पर निगरानी रख रहे हैं.'

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ओडिशा में चक्रवात से तबाही.

वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल ओडिशा के पारादीप के 98 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में और बालासोर के 135 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिमी में स्थित है.

तूफान बुलबुल का बंगाल पर प्रभाव
पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में घोषित किये गये अलर्ट के बाद प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल के प्रभाव से दक्षिणी बंगाल में हवाओं की गति 70-80 किलोमीटर के साथ ही भारी बारिश दर्ज की गई है. शनिवार सुबह चक्रवाती तूफान का केंद्र सागर द्वीप से 140 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आंका गया. बुलबुल पर सुबह 10.10 बजे अपडेट देते हुए क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि चक्रवाती तूफान फिलहाल पूर्वी मिदनापुर जिले के तटीय क्षेत्र दीघा से 100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में है.

बंगाल में चक्रवात से तबाही.

तूफान के धीरे-धीरे कमजोर होने के साथ ही पूर्वोत्तर क्षेत्र की ओर बढ़ने की उम्मीद है. इसके साथ ही शनिवार मध्यरात्रि को तूफान के पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों को पार करने के दौरान सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुरपारा से सुंदरबन डेल्टा क्षेत्र में 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की ही तीव्र हवा चलने की भी संभावना है.

पढ़ें : पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराएगा चक्रवात 'बुलबुल'

ताजा जानकारी के अनुसार, राज्य के तटीय जिलों में लगातार हल्की से मध्यम और भारी से अधिक भारी बारिश हो सकती है. तूफान के प्रभाव से पूर्वी मिदनापुर, 24 परगना उत्तरी, और 24 परगना दक्षिणी क्षेत्र में चल रही हवा की गति 70-80 किमी प्रतिघंटा से 90 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है.

सुरक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार ने तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है. वहीं तूफान की वजह से 24 परगना उत्तरी, 24 परगना दक्षिणी, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा, कोलकाता और झाड़ग्राम प्रभावित हो सकते हैं. राज्य सरकार ने इन सात जिलों के स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है. साथ ही निजी स्कूलों से भी ऐसा करने के लिए कहा गया है. वहीं आपदा प्रतिक्रिया बल भी राहत और बचाव सामग्रियों के साथ परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क है.

ममता बनर्जी की लोगों से अपील
ममता ने सिलसिलेवार तीन ट्वीट कर लोगों से अनुरोध किया कि वे न घबराएं. साथ ही रेस्क्यू और राहत-बचाव दल का सहयोग करने के लिए भी कहा है.

cyclone bulbul etv bharat
ममता बनर्जी की लोगों से अपील.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने स्कूल, कॉलेजों और आंगनवाडी़ केंद्रों को बंद किए जाने की सूचना दी है. साथ ही बताया कि 1 लाख 20 बजार लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.

वहीं उन्होंने लोगों को सूचित करते हुए लिखा, 'चक्रवात बुलबुल आने वाला है. इस पर 24 घंटे पैनी नजर बनाई गई है. हम हर मुश्किल से निबटने के लिए तैयार हैं. कुछ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ टीमें भी तैनात हैं.'

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CYCLONE-AIRPORT
Operations at Kolkata airport suspended for 12 hours due to cyclone 'Bulbul'
          New Delhi, Nov 9 (PTI) Operations at the Kolkata airport, the busiest in eastern India, will be suspended for 12 hours beginning 6 PM on Saturday due to severe cyclone 'Bulbul', Home Ministry officials said.
          The severe cyclone is expected to make a landfall on the West Bengal coast this evening.
          "Due to very severe cyclone 'Bulbul', operations at Kolkata airport is being suspend from 1800 hours on November 9 up to 0600 hours on November 10," a home ministry official said.
          Severe cyclone 'Bulbul' at 1430 hours Saturday lay about 90 km south-southeast of Digha, 85 km south of Sagar Islands and 185 km Southeast of Kolkata.
          Heavy to extremely heavy rainfall, accompanied by winds reaching up to 120 kmph and tidal waves up to one to two metre, is expected while the cyclone is expected to make a landfall on the West Bengal coast at around 2000 to 2200 hours on Saturday.
          The National Crisis Management Committee (NCMC), the country's apex body to handle any emergency, on Saturday reviewed the preparedness to deal with the very severe cyclone 'Bulbul' over the Bay of Bengal which is likely to affect coastal districts of West Bengal and Odisha.
          The meeting of the NCMC, headed by Cabinet Secretary Rajiv Gauba, was informed by the India Meteorological Department (IMD) that the cyclone has now intensified and is likely to cross the West Bengal coast by Saturday evening. PTI ACB
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Last Updated : Nov 9, 2019, 8:46 PM IST
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