श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी चुनाव प्रचार में ‘डर की भावना’ का सहारा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार के मुद्दे को देखकर आश्चर्यचकित हैं.
मोदी के चुनाव प्रचार को देखकर आश्चर्यचकित हैं उमर
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पांच साल के शासन के रिकार्ड पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय चुनाव प्रचार में ‘डर की भावना’ का सहारा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे मोदी के चुनाव प्रचार के मुद्दों को देखकर आश्चर्यचकित हैं.
प्रधानमंत्री ने लिया डर का सहारा- उमर
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष ने मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि जिन्हें यह चुनाव अपने शासन के पांच साल के ट्रैक रिकार्ड पर लड़ना चाहिए था, वे इस डर की भावना का सहारा ले रहे हैं कि सिर्फ पाकिस्तान और आतंकवादी चाहते हैं कि वह (मोदी) चुनाव हार जाएं.
राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद पर बोले मोदी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी के लोकसभा चुनाव के प्रचार का शंखनाद किया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित किया.
मोदी ने गिनवाई भाजपा की उपलब्धियां
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए कहा कि किस तरह से उनकी निर्णायक सरकार ने धरती, गगन और अंतरिक्ष में सर्जिकल स्ट्राइक करने का साहस दिखाया है.
उमर ले लगाए PM पर आरोप
वहीं, उमर ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कल 10 बार पाकिस्तान का जिक्र किया, जबकि नौकरियों का सिर्फ तीन बार (तीनों रैलियों में एक-एक बार) जिक्र किया.' उमर ने कहा कि इससे यह जाहिर होता है कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकताएं क्या हैं और वह क्या संदेश देना चाहते हैं.
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महागठबंधन पर उमर को आपत्ति
उन्होंने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. देश में कई आंतरिक समस्याएं हैं, फिर भी प्रधानमंत्री डर के आधार पर (लोगों का) समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. एक राष्ट्रव्यापी गठबंधन बनाने की विपक्ष की नाकामी पर चर्चा करते हुए उमर ने कहा कि महागठबंधन पर उन्हें हमेशा से आपत्ति रही है.
'कांग्रेस ही अखिल भारतीय विपक्षी दल'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि एकमात्र कांग्रेस ही अखिल भारतीय विपक्षी दल है और राज्यों में क्षेत्रीय गठबंधन बनाया जाना चाहिए.
गठबंधन पर बोले उमर
जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर भी उमर ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह असल में एक गठजोड़ नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हमने जम्मू और उधमपुर में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला नहीं किया ताकि धर्मनिरपेक्ष वोट नहीं बंटे.'
अब्दुल्ला के खिलाफ कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं
उन्होंने कहा, 'श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला नहीं किया है. लेकिन हम तीन अन्य सीटों- दक्षिण कश्मीर, उत्तर कश्मीर और लद्दाख में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.’
11 अप्रैल से जम्मू-कश्मीर में चुनाव
उमर के मुताबिक लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगी. आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की छह सीटें हैं और वहां 11 अप्रैल से कई चरणों में मतदान होने हैं.