ETV Bharat / bharat

भारत-चीन तनाव : एनएसए अजीत डोभाल ने की स्थिति की समीक्षा - सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद

पूर्वी लद्दाख में एलसीए पर 29/30 अगस्त की रात को, चीनी सैनिकों ने सैन्य और राजनयिक स्तर पर बनी पिछली सहमति का उल्लंघन किया और यथास्थिति को बदलने के लिए उकसाने वाली गतिविधियों को अंजाम दिया.

एनएसए अजीत डोभाल
एनएसए अजीत डोभाल
author img

By

Published : Sep 1, 2020, 3:07 PM IST

Updated : Sep 1, 2020, 3:24 PM IST

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में तनाव बढ़ने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ भारत-चीन सीमा पर स्थिति की समीक्षा की.

सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आज उच्च स्तरीय बैठक बुला सकते हैं. उन्होंने कहा कि चीनी सेना लद्दाख के चुशूल के समीप पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट के पास भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास कर रही थी, जिसे भारतीय सेना विफल कर दिया.

इस बीच, भारतीय और चीनी सेना के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बैठक चुशूल/ मोल्दो में बैठक चल रही है

सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने सोमवार को कहा था कि 29/30 अगस्त की रात को, चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ता में बनी आम सहमति का उल्लंघन किया और उकसाने वाली सैन्य गतिविधियों को अंजाम दिया.

भारत और चीन के बीच मई में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा फिंगर एरिया, गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगरुंग नाला सहित कई क्षेत्रों में किए गए अवैध कब्जे को लेकर गतिरोध चल रहा है.

चीन द्वारा पैंगोंग त्सो क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने का ताजा प्रयास 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद क्षेत्र में पहली बड़ी घटना है जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे.

यह भी पढ़ें- एलएसी पर तनाव : जहां थी चीन की नजर, भारत ने उस पर कब्जा जमाया

उक्त झड़प में चीन के सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन चीन ने यह सार्वजनिक तौर पर नहीं बताया कि इसमें उसके कितने सैनिक हताहत हुए थे. हालांकि अमेरिकी गुप्तचर रिपोर्ट के अनुसार इसमें चीन के 35 सैनिक मारे गए थे.

भारत और चीन ने पिछले ढाई महीनों में कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की है, लेकिन पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध के समाधान के लिए कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई.

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में तनाव बढ़ने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ भारत-चीन सीमा पर स्थिति की समीक्षा की.

सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आज उच्च स्तरीय बैठक बुला सकते हैं. उन्होंने कहा कि चीनी सेना लद्दाख के चुशूल के समीप पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट के पास भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास कर रही थी, जिसे भारतीय सेना विफल कर दिया.

इस बीच, भारतीय और चीनी सेना के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बैठक चुशूल/ मोल्दो में बैठक चल रही है

सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने सोमवार को कहा था कि 29/30 अगस्त की रात को, चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ता में बनी आम सहमति का उल्लंघन किया और उकसाने वाली सैन्य गतिविधियों को अंजाम दिया.

भारत और चीन के बीच मई में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा फिंगर एरिया, गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगरुंग नाला सहित कई क्षेत्रों में किए गए अवैध कब्जे को लेकर गतिरोध चल रहा है.

चीन द्वारा पैंगोंग त्सो क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने का ताजा प्रयास 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद क्षेत्र में पहली बड़ी घटना है जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे.

यह भी पढ़ें- एलएसी पर तनाव : जहां थी चीन की नजर, भारत ने उस पर कब्जा जमाया

उक्त झड़प में चीन के सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन चीन ने यह सार्वजनिक तौर पर नहीं बताया कि इसमें उसके कितने सैनिक हताहत हुए थे. हालांकि अमेरिकी गुप्तचर रिपोर्ट के अनुसार इसमें चीन के 35 सैनिक मारे गए थे.

भारत और चीन ने पिछले ढाई महीनों में कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की है, लेकिन पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध के समाधान के लिए कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई.

Last Updated : Sep 1, 2020, 3:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.