पौड़ी : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल पत्नी संग आज अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे हैं. यहां उन्होंने अपनी कुलदेवी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. उसके बाद ग्रामीणों से मुलाकात की.
करीब एक साल पहले अजीत डोभाल अपने पैतृक गांव पहुंचे थे और इसी मंदिर में पूजा के बाद लंबा समय ग्रामीणों के साथ गुजारा था.
अजीत डोभाल के आने की खबर मिलते ही आसपास के ग्रामीण सुबह से ही मंदिर के समीप पहुंच गए थे, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से किसी को अजीत डोभाल से मिलने की इजाजत नहीं थी. मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद डोभाल खुद ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उनसे बातचीत की. साथ ही बुजुर्गों का आशीर्वाद भी लिया.
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ज्वाल्पा देवी मंदिर में भी की थी पूजा
इससे पहले अजीत डोभाल ने शुक्रवार को ज्वाल्पा देवी मंदिर में भी पूजा-अर्चना की थी. मंदिर के मुख्य पुजारी राजेंद्र अंथवाल और सुरेंद्र कुकरेती ने पूजा संपन्न करवाई थी. पूजा से पूर्व डोभाल और उनकी पत्नी ने हरियाली माता के दर्शन और पूजा की. करीब एक घंटे तक चले इस पूजा कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से बाहर रखा गया था.
निजी दौरे पर हैं डोभाल
एनएसए अजीत डोभाल गुरुवार देर शाम ऋषिकेश परमार्थ आश्रम पहुंचे थे. यहां उन्होंने गंगा दर्शन किए और यज्ञ में भी शामिल हुए थे. उन्होंने देश की प्रगति और विश्व शांति के लिए यज्ञ में आहुतियां डालीं. डोभाल का ये निजी दौरा है. जानकारी के मुताबिक वो वापसी में स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम लौटेंगे और यहां गंगा आरती में शामिल होने के बाद रात्रि विश्राम करेंगे.