हैदराबाद : अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है. इसी देश में संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुई है. संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा स्वास्थ्य कर्मियों को है. इसलिए संक्रमितों के इलाज में तकनीक बेहद कारगर साबित हो रही है. वायरस संक्रमितों और कोरोनरी धमनी रोग से पीड़ितों की देखभाल और उनको चिकित्सीय व सामान्य सलाह प्रदान करने के लिए नेस्ट कैमरों का उपयोग किया जा रहा है.
अमेरिकी माउंट सिनाई हेल्थ सिस्टम और गूगल नेस्ट इस कैमरा सिस्टम को विकसित करने के लिए साथ आए हैं. उनकी देखरेख में विभिन्न अस्पतालों में सैकड़ों कैमरे लगाए गए हैं.
अस्पताल के वार्डों में विभिन्न जगहों पर कैमरे लगे हैं. यह कैमरा सेटअप अस्पताल के निगरानी कक्ष से जुड़ा है. मेडिकल स्टाफ निगरानी कक्ष से ही कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर आवश्यक मरीजों की देखरेख कर रहे हैं. इससे रोगियों को उनकी बीमारी से जुड़े दिशानिर्देश देना और उनका मार्गदर्शन करना आसान हो गया है.
अस्पताल के एक कर्मचारी का मानना है कि हर बार मरीज के पास जाने से पहले पीपीई किट पहनना मुश्किल होता है. मरीजों को उनकी दवाओं से जुड़े दिशानिर्देश देने के लिए या फिर और किसी काम से उनके पास समय बिताना दोनो के लिए खरतनाक है. नेस्ट कैमरों के साथ एक ही स्थान से मरीजों की देखरेख की जा सकती है और संक्रमित मरीजों से उचित दूरी भी बनी रहती है.
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