रायपुर : नक्सलियों के शहरी नेटवर्क मामले में पुलिस सुकमा लाइन में पदस्थ एएसआई और प्रधान आरक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. एएसपी सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर मामले की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों को गोला-बारूद सप्लाई के मामले में हिरासत में लिया गया है. इतना ही नहीं ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि जांच में कई वर्दीवालों के चहरे से नकाब हटेगा.
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि पुलिस लाइन में पदस्थ एएसआई आनंद जाटव और प्रधान आरक्षक सुभाष सिंह की संलिप्तता सामने आने पर दोनों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है. पूरे मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में नौ सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है.
एसपी ने बताया कि चार जून को नक्सलियों के लिए गोला-बारूद सप्लाई करने की सूचना मिली थी, जिसके बाद धमतरी निवासी मनोज शर्मा और बालोद निवासी हरिशंकर गेडाम को सुकमा मलकानगिरी चौक से घेराबंदी कर पकड़ा गया था. इनके कब्जे से 303 और एसएलआर हथियारों के 395 राउंड कारतूस मिले थे.
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कांकेर के बड़े नक्सली लीडर से आरोपियों के संपर्क
सिन्हा ने बताया कि आगे की पूछताछ में मनोज शर्मा और हरिशंकर गेडाम की निशानदेही पर दुर्गकोंदल के गणेश कुंजाम और आत्माराम नरेटी को गिरफ्तार किया गया. उन दोनों का संपर्क कांकेर के बड़े नक्सली लीडर दर्शन पेद्दा प्रतापपुर एरिया कमेटी सचिव से होने की बात सामने आई. इनके कब्जे से भी 70 राउंड इंसास और 303 के कारतूस मिले. इसके अलावा 303, एके 47, एसएलआर, इंसास के कुल 695 राउंड कारतूस बरामद हुए. इस पर कोतवाली थाना सुकमा में अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है.