कोलकाता: पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. राज्य में एक के बाद एक हत्याएं हो रही हैं. शनिवार रात राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के नाजट इलाके में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में अब तक आठ लोगों कथित तौर पर मारे जाने और कई लोग गंभीर रूप से घायल होने की बात सामने आ रही है.
पुलिस ने इन मौतों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. हालांकि, पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजा है.
दोनों पार्टियों के सूत्रों ने यह दावा किया है कि यह झड़प क्षेत्र से भगवा पार्टी का झंडा हटाने को लेकर हुई.
पढ़ें- गिरिराज सिंह ने ममता की तुलना किम जोंग उन से की
भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव सयान्तन बोस ने बताया कि उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ता सुकांत मंडल, प्रदीप मंडल और शंकर मंडल ने जब टीएमसी के समर्थकों को पार्टी का झंडा फेंकने से रोकने की कोशिश तो उन्हें गोली मार दी गई.
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने कहा कि पार्टी केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घटना की जानकारी देगी क्योंकि बंगाल में भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हिंसा के लिए तृणमूल ही जिम्मेदार है.
वहीं, टीएमसी ने भी हिंसा में अपने एक कार्यकर्ता के मारे जाने का दावा किया है. पार्टी के 24 उत्तर परगना जिले के अध्यक्ष तथा राज्य के मंत्री जे मुलिक ने बताया कि पार्टी समर्थक कयूम मुल्ला की भाजपा कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी.
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में मरने वालो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही जो कथित रुप से अब कस से कम आठ हो गई है.
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि तृणमूल समर्थित लोगों द्वारा उनके पांच कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई है और 18 अन्य लापता हो गए हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ता संदेशखली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाके हत्गाछी में हुए खूनी संघर्ष में मारे गए हैं.
संदेशखली संघर्ष में मारे गए लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई हैं. भाजपा नेता मुकुल रॉय ने शनिवार देर रात ट्वीट कर कहा, 'भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा के लिए ममता बनर्जी सीधे जिम्मेदार हैं. संदेशखली में हुई हत्याओं के बारे में जानकारी देने के लिए हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास जाएंगे.'
वही पुलिस ने इस घटना में अब तक भाजपा के दो और तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत होने की पुष्टि की है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शनिवार दोपहर भाजपा के झंडे हटाने को लेकर दो समूहों के बीच झड़प शूरू हो गई थी, इसने जल्द ही एक हिंसक रुप ले लिया और गोलियां चलाई जाने लगी.
साथ ही भाजापा के महासचिव सायंतन बसु ने झड़प में शनिवार को पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं प्रदीप मंडल, तपन मंडल और सुकांता मंडल की मौत होने और पांच अन्य कार्यकर्ताओं के घायल होने की जानकारी दी है.
पढ़ें: असम: सिलचर-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में लगी आग, बचाव कार्य जारी
भाजपा सूत्रों ने कहा कि बाद में एक अन्य घायल भाजपा कार्यकर्ता शंकर मंडल का शव मिला,जिनकी आज सुबह मौत हो गई थी.
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि हत्गाछी में उसके कार्यकर्ता कयूम मुल्ला की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि दो अन्य को पानी में फेंक दिया गया. तृणमूल के जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रिया मलिक ने कहा, 'हत्गाछी में हमारी बूथ स्तरीय बैठक पर भाजपा समर्थित तत्वों ने हमला कर दिया. वे लोग 26 वर्षीय मुल्ला को खींचकर ले गए और चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी' दो अन्य कार्यकर्ताओं को नदी में डुबो दिया. छह महिलाओं समेत तृणमूल के 18 कार्यकर्ता हमले में घायल भी हुए हैं.