नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPM) ने लोकसभा चुनाव के लिये आज मेनिफेस्टो जारी किया. इसमें इस बार के आम चुनाव को स्वतंत्र भारत के इतिहास का ऐसा चुनाव बताया जहां देश का भविष्य दांव पर लगा है. इस दौरान सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य CPM की ताकत को बढ़ाना और बीजेपी को हराना है.
दरअसल, कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPM) ने अपना 15 सूत्री घोषणापत्र जारी किया और कहा कि इस चुनाव अभियान में सीपीएम तीन चीजों पर मुख्य तौर पर ध्यान देगा. इसमें पहला होगा बीजेपी अलायंस को हराना, दूसरा होगा सीपीएम की ताकत और लोकसभा में लेफ्ट को बढ़ाना और तीसरा यह सुनिश्चित करना कि केंद्र में एक वैकल्पिक धर्मनिरपेक्ष सरकार बने.
रिलीज के समय, CPM के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'देश में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार की आवश्यकता है जो हमारे संवैधानिक गणराज्य की रक्षा कर सके. संवैधानिक गणराज्य के समेकित होने के बाद ही हम लोगों के कल्याण के लिए सोच सकते हैं और इसके लिए वर्तमान नीति दिशा में एक क्रांतिकारी बदलाव बेहद जरूरी है. इसलिए हम लोगों से अपील करेंगे कि 17वीं लोकसभा में सीपीएम का साथ दें.'
येचुरी ने आगे कहा, 'यह स्पष्ट है कि हमारे देश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन अंबानी और अडानी जैसे क्रोनी कैपिटलिस्टों द्वारा संसाधनों की वर्तमान लूट और राफेल जैसे भ्रष्टाचार घोटाले इस देश के आम लोगों को अवसर प्रदान करने से रोक रहे हैं.'
मेनिफेस्टो में CPM ने सत्ता में आने पर निजी क्षेत्र में एससी और एसटी को आरक्षण देने का भी वादा किया है. साथ ही मौके पर CPM ने अपने अभियान के लिए एक गीत भी जारी किया.