नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अनुसूचित जाति-जनजाति के 40 सांसदों से भेंट की. सभी सांसदों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर अपना परिचय दिया. पीएम से भेंट करने वालों में बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया भी शामिल थे. ईटीवी भारत ने उनसे पीएम मोदी की इस पहल के बारे में बात की.
बीजेपी सांसद कठेरिया ने बताया कि सभी सांसदों ने पीएम मोदी से अपने जीवन, अपने क्रियाकलाप साझा किए. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी ने सभी की बातें सुनीं. ये हम सांसदों के लिए खुशी और प्रेरणा की भी बात है.
सोशल इंजीनियरिंग पर किसी भी चर्चा से इनकार करते हुए कठेरिया ने बताया कि सभी लोगों ने प्रधानमंत्री जी से बताया कि वे कैसे राजनीति में आए.
मायावती की टिप्पणी पर कठेरिया ने कहा कि उनका मन और दिमाग सही नहीं है, ये चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि जनता ने पीएम मोदी के पक्ष में मतदान कर सभी को जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि जनता ये मानती है कि मोदी जी के कार्यकाल में जनता के मुद्दों पर काम हो रहा है.
राहुल गांधी के इस्तीफे से जुड़े सवाल पर कठेरिया ने कहा कि ये उनका निजी मामला है. उन्होंने हार के कारण इस्तीफा दिया है, या वे ये समझते हैं कि वे सक्षम नहीं हैं, इस कारण इस्तीफा दिया है. इस पर वे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
प्रधानमंत्री ने भी उन सांसदों से उनका जीवन और पृष्ठभूमि जानने की कोशिश की. बीजेपी के सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी सांसदों से भेंट कर इच्छा-अनिच्छा जानना चाहते हैं. इस जानकारी का प्रयोग उन्हें दी जाने वाली जिम्मेदारी के निर्णय करने के दौरान किया जाएगा.
हालांकि, ईटीवी से खास बातचीत के दौरान भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया. बता दें कि कठेरिया अनुसूचित जाति जनजाति कमीशन के अध्यक्ष भी हैं.
गौरतलब है कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर में नगर निगम कर्मचारी से मारपीट की थी. पीएम मोदी ने इस पर सख्त रूख अपनाते हुए 'पार्टी से बाहर कर देना चाहिए' जैसी टिप्पणी की थी.