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नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोग दलित विरोधी : नड्डा

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि जो लोग नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) का विरोध कर रहे हैं, वे दलित विरोधी हैं. साथ ही भाजपा नेता ने दावा किया है कि CAA का सबसे अधिक फायदा दलितों को होगा.

जे पी नड्डा
जे पी नड्डा
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Published : Dec 29, 2019, 8:01 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल दलित विरोधी हैं, क्योंकि इस कानून से जिन लोगों को फायदा होगा, उनमें 70-80 प्रतिशत इसी वर्ग से होंगे.

नड्डा ने कहा कि नागरिकता कानून का विरोध कर रहे दलित नेताओं की सचाई सामने आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समुदाय के सबसे बड़े संरक्षक हैं.

एक दलित संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कांग्रेस पर नए नागरिकता कानून को लेकर अल्पसंख्यकों को गुमराह करने के लिए अभियान चलाने का आरोप लगाया.

एक दलित संगठन के कार्यक्रम को संबोधित करते भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा.

नड्डा ने जोर दिया कि नया कानून तीन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के बारे में है, ना कि किसी की नागरिकता लेने के लिए है.

अधिकतर विपक्षी दल CAA का यह कहकर विरोध कर रहे हैं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए लोगों को धर्म के आधार पर नागरिकता देना सही नहीं है.

इस संदर्भ में नड्डा ने कहा कि संशोधित कानून में उन लोगों के साथ न्याय हुआ, जिनका इन देशों में उत्पीड़न हुआ और जो अपने अधिकारों से वंचित रहे.

उन्होंने कहा कि इस कानून ने कांग्रेस के दिए जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया.

पढ़ें - CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को नहीं दबा सकती सरकार : CPM

संशोधित नागरिकता कानून से अपेक्षित लाभार्थियों में अनेक जातियों के शामिल होने का जिक्र करते हुए नड्डा ने दावा किया कि इनमें 70 से 80 प्रतिशत दलित हैं.

उन्होंने कहा, 'इसका विरोध कर रहे लोग दलित विरोधी हैं. हमें यह बात समझनी चाहिए.'

उसके साथ ही उन्होंने लोगों से दलित समुदाय के सदस्यों तक संदेश पहुंचाने को कहा.

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर वोट बैंक तथा तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा कि वे देश से पहले वोट रखते हैं.

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल दलित विरोधी हैं, क्योंकि इस कानून से जिन लोगों को फायदा होगा, उनमें 70-80 प्रतिशत इसी वर्ग से होंगे.

नड्डा ने कहा कि नागरिकता कानून का विरोध कर रहे दलित नेताओं की सचाई सामने आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समुदाय के सबसे बड़े संरक्षक हैं.

एक दलित संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कांग्रेस पर नए नागरिकता कानून को लेकर अल्पसंख्यकों को गुमराह करने के लिए अभियान चलाने का आरोप लगाया.

एक दलित संगठन के कार्यक्रम को संबोधित करते भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा.

नड्डा ने जोर दिया कि नया कानून तीन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के बारे में है, ना कि किसी की नागरिकता लेने के लिए है.

अधिकतर विपक्षी दल CAA का यह कहकर विरोध कर रहे हैं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए लोगों को धर्म के आधार पर नागरिकता देना सही नहीं है.

इस संदर्भ में नड्डा ने कहा कि संशोधित कानून में उन लोगों के साथ न्याय हुआ, जिनका इन देशों में उत्पीड़न हुआ और जो अपने अधिकारों से वंचित रहे.

उन्होंने कहा कि इस कानून ने कांग्रेस के दिए जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया.

पढ़ें - CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को नहीं दबा सकती सरकार : CPM

संशोधित नागरिकता कानून से अपेक्षित लाभार्थियों में अनेक जातियों के शामिल होने का जिक्र करते हुए नड्डा ने दावा किया कि इनमें 70 से 80 प्रतिशत दलित हैं.

उन्होंने कहा, 'इसका विरोध कर रहे लोग दलित विरोधी हैं. हमें यह बात समझनी चाहिए.'

उसके साथ ही उन्होंने लोगों से दलित समुदाय के सदस्यों तक संदेश पहुंचाने को कहा.

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर वोट बैंक तथा तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा कि वे देश से पहले वोट रखते हैं.

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CITIZENSHIP-NADDA
Those opposing CAA are 'anti-Dalits', Cong misleading minorities: Nadda
          New Delhi, Dec 29 (PTI) BJP working president J P Nadda said on Sunday that opposition parties, which are protesting against the amended citizenship law, are "anti-Dalits" as 70-80 per cent of the people to be benefited from the legislation are from the community.
          The Dalit leaders who are opposing the law should be exposed, he said, asserting that Prime Minister Narendra Modi is the "biggest protector" of the community.
          Addressing a programme organised by a Dalit group, Nadda accused the Congress of spearheading the campaign to "mislead" minorities over the Citizenship Amendment Act (CAA) and stressed that the new law is all about giving citizenship to minorities from three neighbouring countries and not about taking away anyone's citizenship.
          With most opposition parties opposing the CAA for incorporating religion as a criterion for granting citizenship to people who have fled Pakistan, Afghanistan and Bangladesh, Nadda said the amended law has done "justice" to the people who were exploited and deprived of their rights in these countries.
          It has acted as a balm on festering wounds left behind by the Congress, he said.
          Naming many castes to which the expected beneficiaries of the amended law belong, he claimed 70 to 80 per cent of them are Dalits.
          "Those who are opposing it are anti-Dalits. We should understand," the BJP leader said and asked people to reach out to the members of the community over the issue.
          Accusing the Congress and other opposition parties using "vote bank and appeasement" politics, Nadda said they put their votes ahead of the country.
          "Our opponents first opposed the Citizenship Amendment Bill in Parliament and are now they are opposing the other way. The public is being misled. When India's partition had happened, Congress was behind it and religion was the basis of that partition. Few Hindus went there and Muslims came here," Nadda said addressing another event in memory of Atal Bihari Vajpayee at Talkatora stadium here.
          "Nehru had signed a pact that India will take care of their people living here and they will take care of our people and minorities will be protected.
          "India being a secular country kept its word while Pakistan declared itself an Islamic country and East Pakistan became Bangladesh. With CAA we just want that our Hindu, Sikh, Christian and other brothers, who have been tortured or not treated well, are welcomed home and are able to become part of their own country," he added.
          Nadda said that "majority of these people are dalit and harijans" and lamented that dalit leaders are opposing the new law. PTI KR/GJS
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