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मुस्लिम संगठनों ने शाह से कार्यकर्ताओं, छात्रों का 'उत्पीड़न' रोकने की अपील की

जमात-ए-इस्लामी की ओर से जारी बयान में मिल्ली इत्तेहाद परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा, पूर्व सांसद उदित राज, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर जफर उल इस्लाम खान, जमात-ए-इस्लामी हिंद के अमीर सैयद सादतुल्ला के नामों का जिक्र है, जिनके पत्र पर हस्ताक्षर हैं. इसके अलावा कई और लोगों ने भी इसपर दस्तखत किये हैं.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
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Published : Apr 10, 2020, 8:22 AM IST

नई दिल्ली : मुस्लिम संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों के उत्पीड़न को रोकने की अपील की.

पत्र में दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं को हिरासत में लिये जाने और गिरफ्तार करने के कई मामले सामने आए हैं.

पत्र में कहा गया है, 'प्रारंभिक अध्ययन के बाद सामने आया है कि पुलिस ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल लोगों पर ज्यादती की है.

जमात-ए-इस्लामी की ओर से जारी बयान में मिल्ली इत्तेहाद परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा, पूर्व सांसद उदित राज, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर जफर उल इस्लाम खान, जमात-ए-इस्लामी हिंद के अमीर सैयद सादतुल्ला के नामों का जिक्र है, जिनके पत्र पर हस्ताक्षर हैं। इसके अलावा कई और लोगों ने भी इसपर दस्तखत किये हैं.

पत्र में दावा किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान कार्यकर्ताओं को पूछताछ के लिये पुलिस थाने चलने के लिये कहा जा रहा है.

पत्र के अनुसार इस समय जब लॉकडाउन के चलते अदालतें आंशिक रूप से काम कर रही हैं और संचार सुविधाएं सीमित कर दी गई हैं, ऐसे में ये कदम पुलिस द्वारा किये जा रहे गैरजरूरी उत्पीड़न के समान हैं.

नई दिल्ली : मुस्लिम संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों के उत्पीड़न को रोकने की अपील की.

पत्र में दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं को हिरासत में लिये जाने और गिरफ्तार करने के कई मामले सामने आए हैं.

पत्र में कहा गया है, 'प्रारंभिक अध्ययन के बाद सामने आया है कि पुलिस ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल लोगों पर ज्यादती की है.

जमात-ए-इस्लामी की ओर से जारी बयान में मिल्ली इत्तेहाद परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा, पूर्व सांसद उदित राज, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर जफर उल इस्लाम खान, जमात-ए-इस्लामी हिंद के अमीर सैयद सादतुल्ला के नामों का जिक्र है, जिनके पत्र पर हस्ताक्षर हैं। इसके अलावा कई और लोगों ने भी इसपर दस्तखत किये हैं.

पत्र में दावा किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान कार्यकर्ताओं को पूछताछ के लिये पुलिस थाने चलने के लिये कहा जा रहा है.

पत्र के अनुसार इस समय जब लॉकडाउन के चलते अदालतें आंशिक रूप से काम कर रही हैं और संचार सुविधाएं सीमित कर दी गई हैं, ऐसे में ये कदम पुलिस द्वारा किये जा रहे गैरजरूरी उत्पीड़न के समान हैं.

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