अयोध्या : लावारिस शवों के वारिस मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जाएगा. मोहम्मद शरीफ अब तक 3000 हिंदू और 2500 मुस्लिम लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं. वह अयोध्या शहर के अलीबेग में रहते हैं. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनके बेटे की सुल्तानपुर में हत्या हुई थी. उसके बाद 30 साल पहले उन्होंने लावारिश शवों के अंतिम संस्कार का प्रण लिया था.
मोहम्मद शरीफ ने पद्मश्री अवार्ड के लिए चुने जाने पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जैसा पूरी दुनिया में कोई इंसान नहीं. वह एक फरिश्ते की तरह हैं, जिन्होंने गरीबों के लिए काम किया है. पीएम मोदी के बारे में बताते हुए वह भावुक होते हुए बोले कि मोदी एकमात्र ऐसे पीएम हैं, जिन्होंने हम लोगों के दर्द को समझा है.
मोहम्मद शरीफ का कहना है कि उनके बेटे का कुछ साल पहले सुल्तानपुर में कत्ल हो गया था. वह मेडिकल का काम करता था. उसके बाद से उन्होंने हर एक लावारिस शव का अंतिम संस्कार अपने बेटे को मानकर ही किया है. वह कहते हैं 'मैं हर वक्त अपने बेटे को याद करता हूं'. मैं किसी शव का अंतिम संस्कार उसके धर्म को मानकर या देखकर नहीं करता.
पढ़ें- छन्नूलाल मिश्र ने पद्म विभूषण मिलने पर सभी का आभार जताया
उन्होंने बताया कि उनकी साइकिल की छोटी सी दुकान है और उसी से अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं. उन्होंने कहा कि इस अवार्ड की जानकारी मीडिया के माध्यम से ही हुई है और ईटीवी भारत के माध्यम से ही हुई है. मैं सभी का धन्यवाद देता हूं. अगर मीडिया ने मेरी आवाज वहां तक नहीं पहुंचाई होती, मेरे कामों को नहीं पहुंचाया होता, तो आज मुझे यह अवार्ड नहीं मिलता. मेरे जैसे गरीब व्यक्ति को अवार्ड दे करके उन्होंने हर गरीब का सम्मान किया है.