नई दिल्ली : मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर एक गांव का निर्माण कराया है. विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई भी सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है. मंत्रालय ने कहा कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में तेजी से ढांचागत निर्माण कार्य को विकसित करने में लगा हुआ है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने सड़कें, पुलों आदि के निर्माण सहित बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाया है, जिसने सीमा के साथ स्थानीय आबादी को बहुत आवश्यक कनेक्टिविटी प्रदान की है.
मंत्रालय ने कहा कि सरकार अरुणाचल प्रदेश सहित सीमा पर रहे नागरिकों की आजीविका में सुधार के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा बनाने के उद्देश्य से प्रतिबद्ध है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की सुरक्षा पर असर डालने वाले सभी घटनाक्रमों पर सरकार लगातार नजर रखती है और अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करती है.
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दरअसल, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने भूटान के बाद अब भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर गांव बसा लिया है. इस गांव में करीब 101 घर भी बनाए गए हैं. निर्माण कार्य कथित तौर पर अगस्त 2019 के बाद किए गए हैं. साक्ष्य के तौर पर सैटेलाइट तस्वीर छापी गई है.
इस पर भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि यह मानना बड़ी गलती होगी कि चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है.
कांग्रेस ने खड़े किए सवाल
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है. प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बताएं कि क्या गलत है और क्या सही. वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अरुणाचल में सीमा पर एक गांव बनाया है.