नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद की सुनवाई बुधवार को पूरी हो गई. सुनवाई पूरी होने के बाद अयोध्या वार्ता कमेटी के अध्यक्ष मौलाना शोएब कासमी ने कहा, ' उच्चतम न्यायालय में चली इस सुनवाई से हम पूरी तरह संतुष्ट हैं. हालांकि अब तक न्यायालय ने फैसला नहीं सुनाया है.
ईटीवी भारत से शोएब कासमी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर यदि आपसी सहमति बन जाती है तो इससे समाज के दोनों धर्मों के लोगों में आपसी मोहब्बत बढ़ेगी और दुनिया में सबको यह पता चलेगा कि भारत की 130 करोड़ आबादी एकजुट है.
कासमी ने कहा, 'मैं यह चाहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला 130 करोड़ भारतीयों के पक्ष में आए न कि हिन्दू या मुसलमान. जब यह फैसला आए. तब मैं चाहता हूँ कि सभी धर्म के लोग एक दूसरे को मिठाइयां बांटे.'
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन द्वारा फाड़े गए नक्शे पर उन्होंने कहा कि उन्होंने गलत किया. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था.
बता दें कि हिन्दू महासभा के वरिष्ठ वकील विकास सिन्हा ने इस नक्शे को पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब अयोध्या रिविजिटेड से निकाल कर अदालत में पेश किया था और यह किताब 2016 में प्रकाशित की गई थी.