हैदराबाद : तेलंगाना के आदिलाबाद में 18 दिसंबर को मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के एक नेता द्वारा की गई गोलीबारी में घायल हुए एक व्यक्ति ने शनिवार को अपना दम तोड़ दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. आदिलाबाद के टाटीगुडा के पूर्व पार्षद 52 वर्षीय सैयद जमीर ने हैदराबाद में निजाम के आयुर्विज्ञान संस्थान (एनआईएमएस) में अंतिम सांस ली.
18 दिसंबर को आदिलाबाद के टाटीगुडा इलाके में जब एमआईएम के नेता मोहम्मद फारूक अहमद ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिंग शुरू कर दी तो सैयद जमीर इस हमले में अपने भाई सैयद मन्नान और भतीजे सैयद मोहतेसिन के साथ घायल हो गए थे. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इन पर चाकू से भी हमला किया गया. जहां जमीर और मोहतेसिन को गोलियां लगीं हैं, वहीं मन्नान को चाकू के घाव लगे हैं. चूंकि जमीर की हालत सबसे ज्यादा गंभीर थी, तो उसे उपचार के लिए हैदराबाद में ले जाया गया.
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आदिलाबाद नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष मोहम्मद फारूक ने टाटीगुडा इलाके में क्रिकेट खेल रहे दो समूहों के बीच हुई झड़प में अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमला किया. इस हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें फारूक अपने एक हाथ से हवा में गोलीबारी करते और दूसरे हाथ में चाकू लिए नजर आ रहे हैं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था और अब जमीर की मौत के साथ आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा. पुलिस ने आरोपी के बंदूक के लाइसेंस को रद्द करने के लिए कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट से भी सिफारिश की है.