हैदराबाद : तेलंगाना के श्रीशैलम पावर स्टेशन में आग लगने की घटना में नौ लोगों की मौत हो गई. इसमें से सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. जबकि दो शवों की तलाश जारी है. 10 लोगों को बचाने में कामयाबी मिली है. छह लोगों को अस्तपाल में भर्ती कराया गया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. दूसरी तरफ तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस हादसे की आपराधिक जांच शाखा (सीआईडी) को जांच के आदेश दिए हैं.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों को आग लगने के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने सीआईडी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गोविंद सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए एक आदेश जारी किया है. सिंह को एक विस्तृत जांच करने और इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपने के लिए कहा गया है.
मुख्यमंत्री ने हादसे में नौ लोगों की मौत पर शोक जताते हुए इसे अत्यंत दुखद करार दिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक, उन्होंने फंसे हुए लोगों को बचाने की नाकाम कोशिश पर खेद व्यक्त किया है.
घटना गुरुवार देर रात को हुई थी है. आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. आग पर काबू पा लिया गया है. मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है.
अधिकारियों ने बिजली की आपूर्ति को बंद करके एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया. घटनास्थल पर मौजूद लोगों में से आठ लोग सुरंग के रास्ते सुरक्षित स्थान पर चले गए.
नागरकुर्नूल कलेक्टर शरमन, मंत्री जगदीश रेड्डी और टीएस जेनको सीएमडी प्रभाकर राव मौके पर पहुंचे और बचाव प्रयासों का जायजा लिया.
जगदीश रेड्डी ने कहा कि पावर स्टेशन की पहली यूनिट में यह हादसा हुआ और चार पैनल क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने कहा कि बचावकर्मी घने धुएं के कारण सुरंग में प्रवेश करने में असमर्थ थे.
घटना के बाद पावर स्टेशन पर पावर जनरेशन ऑपरेशन को निलंबित कर दिया गया है. आपको बता दें कि श्रीशैलम बांध कृष्णा नदी पर स्थित है.