नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कई नेता अपनी-अपनी पार्टियां छोड़ दूसरी पार्टयों में शामिल हो रहे हैं. इसी को लेकर कांग्रेस ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. एक विशेष साक्षात्कार में ईटीवी भारत से बात करते हुए, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष अनिल थॉमस ने कहा कि अगर कुछ नेता कांग्रेस छोड़ भी देते हैं तो इससे पार्टी में कुछ असर नहीं पड़ेगा.
उनका यह बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस छोड़ दी और शिवसेना में शामिल हो गईं.
थॉमस ने कहा कि वे सभी लोग जो सत्ता के भूखे हैं और स्वार्थ के लिये दूसरी पार्टियां ज्वाइन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'वे नेता नहीं थे, वे केवल कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी थे.'
बता दें, कुछ दिन पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टॉम वडक्कन भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे.
थॉमस ने कहा, 'ये सभी लोग या तो भाजपा या उसके संबद्धित दलों में शामिल हो रहे हैं क्योंकि वे (नेता) सत्ता के भूखे हैं.'
उन्होंने दावा किया कि इस बार कांग्रेस निश्चित रूप से सत्ता में आएगी. थॉमस ने कहा, 'चाहे वह दक्षिण हो या उत्तर, पूरे भारत में कांग्रेस की लहर है.'
थॉमस भारत में पार्टी का प्रचार कर रहे हैं. ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि होने के नाते, उन्होंने दावा किया कि भारत में अल्पसंख्यक लोग भी कांग्रेस के समर्थन में हैं.