अहमदाबाद: गुजरात के वलसाड जिले में एक ऐसा गांव है, जहां लोगों को एंबुलेंस के लिए भी 8 किलोमीटर घाटी में चढ़ाई करनी पड़ती है. ये गांव 'खोबा' महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर बसा हुआ है. यहां के हालात ऐसे हैं कि यहां दूर-दूर तक मोबाइल नेटवर्क भी नहीं आता.
गौरतलब है कि यहां लोग आज भी एक दूसरे से मिलकर ही बातचीत करते है क्योंकि उनके पास इसके सिवा कोई और जरिया या साधन नहीं है. ग्रामीण यहां कॉल और मैसेज का इस्तेमाल नहीं कर पाते.
हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि लोगों को एक एंबुलेंस या 108 पर भी कॉल करने के लिए करीब 8 किमी की लंबी घाटी को पार करना पड़ता है.
आपको बता दें, इस गांव में कुल दो हजार की आबादी है. लेकिन जब कभी यहां किसी तरह की चिकित्सा या कोई आपदा आ जाए तो इस गांव की खबर लेने वाला कोई नहीं होता.
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सबसे अहम बात ये है इस मुश्किल को सुलझाने के लिए सिर्फ एक मोबाइल टावर की जरूरत है, जिससे न सिर्फ इस गांव में बल्कि आस-पास के 20 अन्य गांवों में भी मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत खत्म हो सकती है.