ETV Bharat / bharat

डॉक्टरों का आंदोलन: देशभर में ठप रहेंगे बड़े अस्पताल - एम्स

डॉक्टरों के खिलाफ हुए हिंसा के लेकर देशभर के डॉक्टरों में रोष है. डॉक्टरों ने शुक्रवार से चार दिन के राष्ट्रव्यापी विरोध का आह्वान किया है.आईएमए ने इस मामले में स्वास्थय मंत्री से मुलाकात की.

डॉक्टरों का हड़ताल.
author img

By

Published : Jun 15, 2019, 8:02 AM IST

Updated : Jun 15, 2019, 12:22 PM IST

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुए हिंसा के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने समर्थन दिया और इसकी निंदा करते हुए 17 जून को गैर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं को बंद करने वाली हड़ताल का आह्वान किया है. आईएमए ने पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत डॉक्टरों के प्रति एकजुटता जताते हुये शुक्रवार से चार दिन के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस संबंध में आईएमए ने गृह मंत्री को पत्र लिखा है. साथ ही बंगाल में डॉक्टरों की चल रही हड़ताल को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसियेशन (आईएमए) का एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मुलाकात की.

कोलकाता में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर

इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के प्रति हिंसा को रोकने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने का आईएमए ने आग्रह किया.

ima
स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करता आईएमए का प्रतिनिधिमंडल

इधर प.बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का आज पांचवा दिन भी हिंसा के खिलाफ हड़ताल चल रहा है.

देश में डॉक्टरों के इस शीर्ष निकाय ने हिंसा के किसी भी प्रकार सहित चिकित्सा सेवा कर्मियों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुये कहा कि शुक्रवार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार और रविवार को भी जारी रहेगा. इसमें डॉक्टर काले रंग के बिल्ले लगायेंगे और धरना देने के अलावा शांति मार्च निकालेंगे.

doctors
डॉक्टर हड़ताल पर हैं.

आईएमए ने 17 जून सोमवार को गैर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं को बंद करने वाली हड़ताल का भी आह्वान किया.

शाह को लिखे एक पत्र में आईएमए ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों और डॉक्टरों के प्रति हिंसा के खिलाफ एक केंद्रीय स्तर पर कानून बनाने का आग्रह किया.

आईएमए के महासचिव आरवी अशोकन ने कहा कि आईएमए एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हिंसक भीड़ का शिकार बने डॉ. परिबाहा मुखर्जी के प्रति हुई हिंसा की निंदा करता है.

आईएमए ने सोमवार को राष्ट्रीय स्तरपर सभी चिकित्सा सेवा संस्थानों में गैर आवश्यक सेवाओं को रोके जाने का आह्वान किया. इसमें कहा गया है कि सुबह छह बजे से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी जायेंगी. हालांकि, इस दौरान आपातकालीन सेवाएं काम करती रहेंगी.

उधर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के बच्चे भी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का साथ देते दिखे.

मुख्यमंत्री के भाई कार्तिक बनर्जी के पुत्र आबेश बनर्जी कोलकाता के केपीसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुये विरोध प्रदर्शन में शामिल हुये. वह इस अस्पताल में डॉक्टर हैं.

पढ़ें: डॉक्टरों की ममता से माफी की मांग, आंदोलन वापस लेने के लिए रखी 6 शर्तें

इसके अलावा कोलकाता मेयर और राज्य शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम की बेटी सबा और टीएससी के वरिष्ठ नेता और सांसद काकोली घोष दस्तीदार के पुत्र बैद्यनाथ ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया.

बता दें कि पश्चिम बंगाल में अब तक 150 से ज्यादा डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है.

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुए हिंसा के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने समर्थन दिया और इसकी निंदा करते हुए 17 जून को गैर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं को बंद करने वाली हड़ताल का आह्वान किया है. आईएमए ने पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत डॉक्टरों के प्रति एकजुटता जताते हुये शुक्रवार से चार दिन के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस संबंध में आईएमए ने गृह मंत्री को पत्र लिखा है. साथ ही बंगाल में डॉक्टरों की चल रही हड़ताल को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसियेशन (आईएमए) का एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मुलाकात की.

कोलकाता में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर

इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के प्रति हिंसा को रोकने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने का आईएमए ने आग्रह किया.

ima
स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करता आईएमए का प्रतिनिधिमंडल

इधर प.बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का आज पांचवा दिन भी हिंसा के खिलाफ हड़ताल चल रहा है.

देश में डॉक्टरों के इस शीर्ष निकाय ने हिंसा के किसी भी प्रकार सहित चिकित्सा सेवा कर्मियों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुये कहा कि शुक्रवार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार और रविवार को भी जारी रहेगा. इसमें डॉक्टर काले रंग के बिल्ले लगायेंगे और धरना देने के अलावा शांति मार्च निकालेंगे.

doctors
डॉक्टर हड़ताल पर हैं.

आईएमए ने 17 जून सोमवार को गैर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं को बंद करने वाली हड़ताल का भी आह्वान किया.

शाह को लिखे एक पत्र में आईएमए ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों और डॉक्टरों के प्रति हिंसा के खिलाफ एक केंद्रीय स्तर पर कानून बनाने का आग्रह किया.

आईएमए के महासचिव आरवी अशोकन ने कहा कि आईएमए एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हिंसक भीड़ का शिकार बने डॉ. परिबाहा मुखर्जी के प्रति हुई हिंसा की निंदा करता है.

आईएमए ने सोमवार को राष्ट्रीय स्तरपर सभी चिकित्सा सेवा संस्थानों में गैर आवश्यक सेवाओं को रोके जाने का आह्वान किया. इसमें कहा गया है कि सुबह छह बजे से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी जायेंगी. हालांकि, इस दौरान आपातकालीन सेवाएं काम करती रहेंगी.

उधर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के बच्चे भी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का साथ देते दिखे.

मुख्यमंत्री के भाई कार्तिक बनर्जी के पुत्र आबेश बनर्जी कोलकाता के केपीसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुये विरोध प्रदर्शन में शामिल हुये. वह इस अस्पताल में डॉक्टर हैं.

पढ़ें: डॉक्टरों की ममता से माफी की मांग, आंदोलन वापस लेने के लिए रखी 6 शर्तें

इसके अलावा कोलकाता मेयर और राज्य शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम की बेटी सबा और टीएससी के वरिष्ठ नेता और सांसद काकोली घोष दस्तीदार के पुत्र बैद्यनाथ ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया.

बता दें कि पश्चिम बंगाल में अब तक 150 से ज्यादा डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है.

Intro:Body:Conclusion:
Last Updated : Jun 15, 2019, 12:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.