बेंगलुरु : कन्नड़ विकास प्राधिकरण (केडीए) ने बेंगलुरु में कन्नड़ भाषा के बारे में जागरुकता फैलाने और लोगों को दुकानों के नाम कन्नड़ में लिखने के लिए प्रेरित करने के लिए एक अभियान शुरू किया है.
केडीए ने एक वर्ष के लिए 'कायक वर्शचरने' के नाम से एक अभियान शुरू किया है. प्राधिकरण की एक गाड़ी (कन्नड़ रथ) बेंगलुरु शहर में घूमती है. इस गाड़ी को पीले और लाल रंग से रंगा गया है और इसे कन्नड़ झंडे से सजाया गया है.
इस रथ के माध्याम से लोगों को कन्नड़ साहित्य और कन्नड़ भाषा के महत्व के बारे में बताया जा रहा है.
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बेंगलुरु में अभियान की शुरुआत करने वाले केडीए के चेयरमैन टी. एस. नागभरण ने कहा कि सभी दुकानदारों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों को स्वेच्छा से कन्नड़ साइनबोर्ड लगाकर इस अभियान में अपना योगजान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम कन्नड़ के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए यह अभियान चला रहे हैं.