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अपने बयान पर बोले कमल हासन, जो ऐतिहासिक सच था, बस वही कहा

महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में दिये अपने बयान पर कमल हासन ने कहा है कि मैंने बस वही कहा जो ऐतिहासिक सच था. साथ ही उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया.

कमल हासन ( फाइल फोटो)
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Published : May 16, 2019, 8:00 AM IST

मदुरै: महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में दिये गये बयान पर विवादों में घिरे मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने वही कहा है जो एक ऐतिहासिक सच था.

हासन ने मद्रास उच्च न्यायलय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. इससे पहले अदालत ने हासन की पूर्व याचिका पर गौर करने से इनकार कर दिया था जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी खारिज करने की अपील की थी.

मदुरै पीठ के न्यायमूर्ति वी पुगलेंधी ने कहा कि प्राथमिकी रद्द करने की याचिकाओं को अवकाश के दौरान तत्काल सुनवाई की याचिकाओं के तौर पर नहीं लिया जा सकता.हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर अग्रिम जमानत याचिका दायर की जाती है तो उस पर सुनवाई हो सकती है.

बता दें कि मंगलवार को हासन के खिलाफ अरवाकुरिचि पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने से जुड़ी धारा 153ए और 295ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी.
अपने बयान पर पहली बार प्रकिक्रिया देते हुए कमल हासन ने अपने विरोधियों से बस जायज आरोप लगाने को कहा है.

हासन ने मदुरै के समीप तिरूपुरकुंदरम में उप चुनाव के प्रचार के दौरान कहा,' मैं अरवाकुरिचि में जो कुछ कहा, उससे वे नाराज हो गये.मैंने जो कुछ कहा है वह ऐतिहासिक सच है. मैंने किसी को झगड़े के लिए नहीं उकसाया.

उन्होंने कहा कि विजय सच की होती है न कि जाति और धर्म की और मैंने ऐतिहासिक सच कहा है.

पढ़ें- मोदी को डैडी बताने वाले मंत्री ने कहा- काट देंगे कमल हासन की जीभ

हासन ने कहा, ' शब्द का अर्थ समझिए. मैं (गोडसे के खिलाफ) आतंकवादी या हत्यारा शब्द का इस्तेमाल कर सकता था.हम सक्रिय राजनीति में हैं, कोई हिंसा नहीं होगी.

उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाषण को चुनिंदा ढंग से संपादित किया गया .उन्होंने यह कहते हुए विरोधियों पर निशाना साधा कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोप के लिए हमारे मीडिया के दोस्त भी जिम्मेदार हैं.

उन्होंने कहा कि क्या मेरे आलोचक दिखा सकते हैं कि उनके बयान में कुछ ऐसा है जो हिंसा भड़का सकता है.

हासन ने कहा कि 'कह रहे हैं कि मैंनें हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई. मेरे परिवार में भी कई हिंदू हैं. मेरी बेटी भी हिंदू धर्म को मानती है.

हासन ने कहा, 'मुझे अपमानित करने के लिए मेरी विचारधारा का ढोल मत पीटिए. आपके हाथ कुछ नहीं आएगा. दरअसल, ईमानदारी मेरी विचारधारा का आधार है जबकि आपके साथ ऐसा नहीं है.'

मदुरै: महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में दिये गये बयान पर विवादों में घिरे मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने वही कहा है जो एक ऐतिहासिक सच था.

हासन ने मद्रास उच्च न्यायलय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. इससे पहले अदालत ने हासन की पूर्व याचिका पर गौर करने से इनकार कर दिया था जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी खारिज करने की अपील की थी.

मदुरै पीठ के न्यायमूर्ति वी पुगलेंधी ने कहा कि प्राथमिकी रद्द करने की याचिकाओं को अवकाश के दौरान तत्काल सुनवाई की याचिकाओं के तौर पर नहीं लिया जा सकता.हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर अग्रिम जमानत याचिका दायर की जाती है तो उस पर सुनवाई हो सकती है.

बता दें कि मंगलवार को हासन के खिलाफ अरवाकुरिचि पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने से जुड़ी धारा 153ए और 295ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी.
अपने बयान पर पहली बार प्रकिक्रिया देते हुए कमल हासन ने अपने विरोधियों से बस जायज आरोप लगाने को कहा है.

हासन ने मदुरै के समीप तिरूपुरकुंदरम में उप चुनाव के प्रचार के दौरान कहा,' मैं अरवाकुरिचि में जो कुछ कहा, उससे वे नाराज हो गये.मैंने जो कुछ कहा है वह ऐतिहासिक सच है. मैंने किसी को झगड़े के लिए नहीं उकसाया.

उन्होंने कहा कि विजय सच की होती है न कि जाति और धर्म की और मैंने ऐतिहासिक सच कहा है.

पढ़ें- मोदी को डैडी बताने वाले मंत्री ने कहा- काट देंगे कमल हासन की जीभ

हासन ने कहा, ' शब्द का अर्थ समझिए. मैं (गोडसे के खिलाफ) आतंकवादी या हत्यारा शब्द का इस्तेमाल कर सकता था.हम सक्रिय राजनीति में हैं, कोई हिंसा नहीं होगी.

उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाषण को चुनिंदा ढंग से संपादित किया गया .उन्होंने यह कहते हुए विरोधियों पर निशाना साधा कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोप के लिए हमारे मीडिया के दोस्त भी जिम्मेदार हैं.

उन्होंने कहा कि क्या मेरे आलोचक दिखा सकते हैं कि उनके बयान में कुछ ऐसा है जो हिंसा भड़का सकता है.

हासन ने कहा कि 'कह रहे हैं कि मैंनें हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई. मेरे परिवार में भी कई हिंदू हैं. मेरी बेटी भी हिंदू धर्म को मानती है.

हासन ने कहा, 'मुझे अपमानित करने के लिए मेरी विचारधारा का ढोल मत पीटिए. आपके हाथ कुछ नहीं आएगा. दरअसल, ईमानदारी मेरी विचारधारा का आधार है जबकि आपके साथ ऐसा नहीं है.'

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  • जो ऐतिहासिक सच था, बस वही कहा: कमल हासन



मदुरै, 15 मई (भाषा) महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में दिये गये बयान‘आजाद भारत का पहला चरमपंथी एक हिंदू था’ पर विवादों में घिरे मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने वही कहा है जो एक ऐतिहासिक सच था।



हासन ने मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। इससे पहले अदालत ने हासन की पूर्व याचिका पर गौर करने से इनकार कर दिया था जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी खारिज करने की अपील की थी।



मदुरै पीठ के न्यायमूर्ति वी पुगलेंधी ने कहा कि प्राथमिकी रद्द करने की याचिकाओं को अवकाश के दौरान तत्काल सुनवाई की याचिकाओं के तौर पर नहीं लिया जा सकता।



हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अग्रिम जमानत याचिका दायर की जाती है तो उस पर सुनवाई हो सकती है।



अरवाकुरिचि पुलिस ने मंगलवार को हासन के खिलाफ भादसं की धाराएं 153 ए और 295 ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। ये धाराएं क्रमश: धार्मिक भावनाएं आहत करने और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने से जुड़ी हैं।



एमएनएम ने दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद विकास मंत्री के टी राजेंद्र भालाजी के खिलाफ चेन्नई एवं तिरुचिरापल्ली में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मंत्री ने कहा था कि हासन के इस बयान के लिए उनकी जीभ काट ली जानी चाहिए।



हासन की पार्टी ने दावा किया कि रविवार को उनके दिये गये बयान को ‘संदर्भ से पूरी तरह हटाकर’ पेश किया गया।



रविवार के बयान के बाद पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए फिल्मी दुनिया से राजनीति में उतरे हासन ने अपने विरोधियों से बस ‘जायज आरोप’ लगाने को कहा है और पूछा कि राजनीति में कदम रखने के बाद क्या वह समाज के बस एक ही तबके की बात करें।



हासन ने मदुरै के समीप तिरूपुरकुंदरम में उप चुनाव के प्रचार के दौरान कहा, ‘‘मैं अरवाकुरिचि में जो कुछ कहा, उससे वे नाराज हो गये। मैंने जो कुछ कहा है वह ऐतिहासिक सच है। मैंने किसी को झगड़े के लिए नहीं उकसाया। ’’ 



उन्होंने कहा कि सच विजयी होता है न कि जाति और धर्म, तथा ‘‘मैने ऐतिहासिक सच कहा है, ’’ 



हासन ने कहा, ‘‘ शब्द का अर्थ समझिए। मैं (गोडसे के खिलाफ) आतंकवादी या हत्यारा शब्द का इस्तेमाल कर सकता था । हम सक्रिय राजनीति में हैं, कोई हिंसा नहीं होगी।’’ 



उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाषण को चुनिंदा ढंग से संपादित किया गया । उन्होंने यह कहते हुए विरोधियों पर निशाना साधा कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोप के लिए हमारे मीडिया के दोस्त भी जिम्मेदार हैं। 



उन्होंने कहा कि क्या उनके आलोचक उनके बयान में ऐसा कुछ दिखा सकते हैं जो हिंसा भड़काए और कहा कि उनके खिलाफ लगे आरोपों से उन्हें पीड़ा पहुंची है।



हासन ने कहा, ‘‘वे कह रहे हैं कि मैंनें हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई। मेरे परिवार में भी कई हिंदू हैं। मेरी बेटी भी हिंदू धर्म को मानती है।’’ 



हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से बेटी, क्योंकि उनकी दो बेटियां हैं।



हासन ने कहा, ‘‘ मुझे अपमानित करने के लिए मेरी विचारधारा का ढोल मत पीटिए। आपके हाथ कुछ नहीं आएगा। दरअसल ईमानदारी मेरी विचारधारा का आधार है जबकि आपके साथ ऐसा नहीं है।’’ 



उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा, ‘‘ आपने अपने बुनियाद को झूठा बना लिया है, आप कहीं भी हों, चाहे दिल्ली या चेन्नई में, आप लंबे समय तक झूठ बोलकर लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते।’’ 



हासन ने एक विवाद को जन्म देते हुए रविवार को कहा था कि आजाद भारत का पहला चरमपंथी हिंदू था। उनका इशारा नाथूराम गोडसे की ओर था जिसने महात्मा गांधी की हत्या की।



इस बीच एमएनएम के उपाध्यक्ष आर महेंद्रन ने कहा कि उनकी पार्टी के प्रमुख के अरवाकुरिचि भाषण को दुर्भावना से संदर्भ से पूरी तरह हटाकर पेश किया गया है।



उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक संगठनों की शह पर ऐसा किया गया।



उधर दिल्ली उच्च न्यायालय ने हासन के बयान के खिलाफ कार्रवाई तथा चुनाव आयोग को चुनावी फायदे के लिए धर्म के इस्तेमाल पर रोक के लिए कार्रवाई करने का निर्देश देने संबंधी एक जनहित याचिका पर गौर करने से इनकार कर दिया। 



इस बीच भाजपा ने कहा कि यह ऐसा विषय नहीं है जिस पर सार्वजनिक सभा में बोला जाए और उसने पूछा किया कि गांधी की हत्या के इतने सालों बाद उन्हें किसने इस मुद्दे को उठाने के लिए उकसाया।



उधर वैष्णव संत मन्नागुडी के चंद्रलेखा संपत कुमार रामानुज जीयार ने कहा है कि यदि हासन ऐसे बयान देते रहे वह प्रदर्शन पर उतर आयेंगे।



इस बीच तिरुपरंकुंडरम विधानसभा क्षेत्र में कमल हासन की गाड़ी पर चप्पल फेंकी गईं जिस पर से वह चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। हालांकि चप्पल हासन को नहीं लगी। इस संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।


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