ETV Bharat / bharat

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को किया गया रिहा

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने महबूबा को रिहा करने का फैसला लिया है. उन्हें 14 महीने के बाद रिहा कर दिया गया है. महबूबा की रिहाई के बाद उनकी बेटी और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी खुशी जाहिर की है.

महबूबा का घर
महबूबा का घर
author img

By

Published : Oct 13, 2020, 9:30 PM IST

Updated : Oct 14, 2020, 6:39 AM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को रिहा कर दिया गया है. राज्य प्रशासन में सचिव और प्रवक्ता रोहित कंसल ने पूर्व में कहा था कि पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाएगा. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही वो नजरबंद थीं. खुद पर पीएसए लगाने को लेकर महबूबा ने विगत 10 फरवरी को ट्वीट भी किया था. उन्होंने एक पूर्व सीएम के खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाए जाने की आलोचना की थी.

raw
नजरबंद रखे जाने के फैसले और संबंध में महबूबा का पुराना ट्वीट

महबूबा के अलावा कई अन्य नेताओं को भी एक साल से अधिक समय तक नजरबंद रखा जा चुका है. जम्मू कश्मीर प्रशासन के सचिव रोहित कंसल ने महबूबा की रिहाई को लेकर ट्वीट कर जानकारी दी.

ETVBHARAT
महबूबा की रिहाई के संबंध में प्रवक्ता रोहित कंसल का ट्वीट

गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती को करीब 14 महीनों के बाद प्रशासन रिहा करने जा रही है. बता दें कि बीते साल अगस्त में मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने से पहले महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किया गया था. इसके बाद उन्हें पीएसए कानून के तहत हिरासत में ले लिया गया था.

महबूबा की रिहाई के आदेश के बाद पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला ने खुशी जाहिर की.

raw
महबूबा की रिहाई के संबंध में उमर अब्दुल्ला का ट्वीट

महबूबा मुफ्ती को 14 महीने के बाद नजरबंदी से रिहा किया गया. उनके खिलाफ लगाए गए पीएसए के आरोप भी निरस्त कर दिए गए. इस पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी खुशी का इजहार किया.

raw
महबूबा की रिहाई के संबंध में सचिन पायलट का ट्वीट

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की 14 महीने की लंबी नजरबंदी के बाद प्रशासन ने उनके खिलाफ कड़े सार्वजनिक सुरक्षा कानून (पीएसए) को रद्द कर दिया. उनके खिलाफ पीएसए को रद्द करने का आदेश गृह सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी किया गया.

11
जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से जारी महबूबा की रिहाई के आदेश

महबूबा को 5 फरवरी को कड़े अधिनियम के तहत नजरबंद किया गया था. महबूबा की रिहाई की पुष्टि करते हुए उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने ट्वीट किया, 'अब जबकि सुश्री मुफ्ती की नजरबंदी समाप्त कर दी गई है. मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जिन्होंने इन कठिन समय में मेरा समर्थन किया. मैं आप सभी का आभार व्यक्त करती हूं. अब मैं इल्तिजा आपसे विदा लेती हूं. अल्लाह आपकी रक्षा करें.

ETVBHARAT
रिहाई के आदेश के बाद महबूबा मुफ्ती का ट्वीट.

उच्चतम न्यायालय में उन्हें हिरासत में रखने से जुड़े मामले पर अगली सुनवाई होने से महज दो दिन पहले यह कदम उठाया गया है. उपायुक्त ने आदेश दिया कि तत्काल प्रभाव से महबूबा से पीएसए हटाया जाए. उनकी हिरासत इस साल 31 जुलाई को तीन महीने के लिए बढ़ा दी गयी थी.

महबूबा को पिछले साल पांच अगस्त को पहले एहतियाती हिरासत में रखा गया था और बाद में छह फरवरी को उन पर कठोर पीएसए कानून लगा दिया गया था. उन्हें सात अप्रैल को उनके सरकारी निवास में ले जाया गया जिसे प्रशासन ने पहले उप-जेल घोषित किया था.

महबूबा की रिहाई के बाद इल्तिजा ने खुशी प्रकट करते हुए अन्य लोगों की रिहाई की भी आशा जाहिर की. उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश और उसके बाहर विभिन्न जेलों में साल भर से रखे गए युवा भी शीघ्र ही रिहा किए जाएं, ऐसी कामना है.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को रिहा कर दिया गया है. राज्य प्रशासन में सचिव और प्रवक्ता रोहित कंसल ने पूर्व में कहा था कि पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाएगा. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही वो नजरबंद थीं. खुद पर पीएसए लगाने को लेकर महबूबा ने विगत 10 फरवरी को ट्वीट भी किया था. उन्होंने एक पूर्व सीएम के खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाए जाने की आलोचना की थी.

raw
नजरबंद रखे जाने के फैसले और संबंध में महबूबा का पुराना ट्वीट

महबूबा के अलावा कई अन्य नेताओं को भी एक साल से अधिक समय तक नजरबंद रखा जा चुका है. जम्मू कश्मीर प्रशासन के सचिव रोहित कंसल ने महबूबा की रिहाई को लेकर ट्वीट कर जानकारी दी.

ETVBHARAT
महबूबा की रिहाई के संबंध में प्रवक्ता रोहित कंसल का ट्वीट

गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती को करीब 14 महीनों के बाद प्रशासन रिहा करने जा रही है. बता दें कि बीते साल अगस्त में मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने से पहले महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किया गया था. इसके बाद उन्हें पीएसए कानून के तहत हिरासत में ले लिया गया था.

महबूबा की रिहाई के आदेश के बाद पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला ने खुशी जाहिर की.

raw
महबूबा की रिहाई के संबंध में उमर अब्दुल्ला का ट्वीट

महबूबा मुफ्ती को 14 महीने के बाद नजरबंदी से रिहा किया गया. उनके खिलाफ लगाए गए पीएसए के आरोप भी निरस्त कर दिए गए. इस पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी खुशी का इजहार किया.

raw
महबूबा की रिहाई के संबंध में सचिन पायलट का ट्वीट

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की 14 महीने की लंबी नजरबंदी के बाद प्रशासन ने उनके खिलाफ कड़े सार्वजनिक सुरक्षा कानून (पीएसए) को रद्द कर दिया. उनके खिलाफ पीएसए को रद्द करने का आदेश गृह सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी किया गया.

11
जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से जारी महबूबा की रिहाई के आदेश

महबूबा को 5 फरवरी को कड़े अधिनियम के तहत नजरबंद किया गया था. महबूबा की रिहाई की पुष्टि करते हुए उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने ट्वीट किया, 'अब जबकि सुश्री मुफ्ती की नजरबंदी समाप्त कर दी गई है. मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जिन्होंने इन कठिन समय में मेरा समर्थन किया. मैं आप सभी का आभार व्यक्त करती हूं. अब मैं इल्तिजा आपसे विदा लेती हूं. अल्लाह आपकी रक्षा करें.

ETVBHARAT
रिहाई के आदेश के बाद महबूबा मुफ्ती का ट्वीट.

उच्चतम न्यायालय में उन्हें हिरासत में रखने से जुड़े मामले पर अगली सुनवाई होने से महज दो दिन पहले यह कदम उठाया गया है. उपायुक्त ने आदेश दिया कि तत्काल प्रभाव से महबूबा से पीएसए हटाया जाए. उनकी हिरासत इस साल 31 जुलाई को तीन महीने के लिए बढ़ा दी गयी थी.

महबूबा को पिछले साल पांच अगस्त को पहले एहतियाती हिरासत में रखा गया था और बाद में छह फरवरी को उन पर कठोर पीएसए कानून लगा दिया गया था. उन्हें सात अप्रैल को उनके सरकारी निवास में ले जाया गया जिसे प्रशासन ने पहले उप-जेल घोषित किया था.

महबूबा की रिहाई के बाद इल्तिजा ने खुशी प्रकट करते हुए अन्य लोगों की रिहाई की भी आशा जाहिर की. उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश और उसके बाहर विभिन्न जेलों में साल भर से रखे गए युवा भी शीघ्र ही रिहा किए जाएं, ऐसी कामना है.

Last Updated : Oct 14, 2020, 6:39 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.