नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्य होने के नाते भारत ने वैश्विक निकाय की कामयाबी के लिए बहुत काम किया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्यों और सदस्य राष्ट्रों की आकांक्षाओं के मुताबिक भारत आगे भी मजबूती से काम करता रहेगा.
भारतीय डाक विभाग की ओर से शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के 75 साल पूरे होने पर एक स्मृति डाक टिकट जारी किया गया. इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्य के रूप में भारत ने शांति के अगुआ के रूप में संयुक्त राष्ट्र सहिता के सिद्धांतों को तैयार करने के समय से ही काम किया है.'
-
Welcome the initiative by @IndiaPostOffice to release commemorative postage stamp today on #UN75 at the eve of its founding day.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 23, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
As we look forward to our 8th term at UNSC, we recommit to work together to make this, one United Nations, the best possible @UN there can be. pic.twitter.com/mW0cJ9CtUN
">Welcome the initiative by @IndiaPostOffice to release commemorative postage stamp today on #UN75 at the eve of its founding day.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 23, 2020
As we look forward to our 8th term at UNSC, we recommit to work together to make this, one United Nations, the best possible @UN there can be. pic.twitter.com/mW0cJ9CtUNWelcome the initiative by @IndiaPostOffice to release commemorative postage stamp today on #UN75 at the eve of its founding day.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 23, 2020
As we look forward to our 8th term at UNSC, we recommit to work together to make this, one United Nations, the best possible @UN there can be. pic.twitter.com/mW0cJ9CtUN
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षा मिशन के लिए सैनिकों को भेजने के मामले में भी भारत की बड़ी भूमिका है.
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के 75 साल पूरा होने को संगठन के लिए मील का पत्थर बताया. उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों को एक जगह लाने और मानवता के बेहतर भविष्य के सपनों को पूरा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने एक मंच के तौर पर काम किया है.
उन्होंने कहा, '75 वीं वर्षगांठ विश्व के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण संगठन के लिए एक मील का पत्थर है.'
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत यूएनएससी सदस्य के तौर पर अपने आठवें कार्यकाल के लिए उत्सुक है.
उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इस लंबे सफर के इस कालक्रम में यह महत्वपूर्ण है कि हम संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्य और उद्देश्यों, इसके सदस्य राष्ट्रों तथा सबसे महत्वपूर्ण इसके लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के वास्ते हाथ मिलाने की अपनी प्रतिबद्धता फिर से जाहिर करते हैं. '
गौरतलब है कि डाक विभाग ने 1954, 1985 और 1995 में संयुक्त राष्ट्र की क्रमश: नौवीं, 40 वीं और 50 वीं वर्षगांठ पर भी स्मृति डाक टिकट जारी किया था.
बता दें कि आठवीं बार भारत को भारी समर्थन के साथ यूएनएससी का अस्थायी सदस्य चुना गया है. इससे पहले, भारत 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और 2011-2012 की अवधि के लिए यूएनएससी सदस्य के रूप में चुना जा चुका है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है. यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है.
संयुक्त राष्ट्र के अन्य पांच अंग यूएन महासभा, आर्थिक और सामाजिक परिषद, न्यासी परिषद, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय और सचिवालय हैं.
UNSC का पहला सत्र 17 जनवरी, 1946 को लंदन के वेस्टमिंस्टर में आयोजित किया गया था. तब से 2020 तक परिषद का मुख्यालय संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क शहर में ही रहा है.
यूएनएससी में 15 सदस्य हैं - पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य. पांच स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस हैं. हर साल, दो वर्षों के कार्यकाल के लिए पांच गैर-स्थायी सदस्य चुने जाते हैं.