नई दिल्ली: भारत के कुछ हिस्सों में राजनीतिक और पुलिसवालों की हत्याएं करने के लिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की मदद से तीन शीर्ष आतंकवादी संगठनों को जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदारियां दी गई हैं.
इन आतंकी संगठनों में लश्कर-ए-तैयबा (LET), हिजबुल मुजाहिदीन (HM) और जैश-ए-मोहम्मद (JEM) शामिल है.
एक मीडिया हाउस की खबर के अनुसार पिछले सप्ताह पुलवामा के एक स्थान पर एक बैठक आयोजित की गई, जहां तीन आतंकवादी समूहों को उनके मुखिया द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी गई थी.
खबर के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान द्वारा समर्थित इन आतंकी समूहों को घाटी, भारत के कुछ हिस्सों में हमले करने और पुलिसकर्मियों और राजनीतिक नेताओं की हत्या करने के लिए काम सौंपा गया है.
JeM को राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमले को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.जबकि LeT को आंतरिक सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले को करने की जिम्मेदारी दी गई है, इलके अलावा HM को शटडाउन और पुलिस /
राजनीतिक हत्याओं को सुनिश्चित करने, अशांति पैदा करने और स्थानीय लोगों को निशाना बनाने के लिए कहा गया है.
सूत्रों ने कहा कि इन आतंकवादी संगठनों को घाटी में बंद सुनिश्चित करने और किसी भी सकारात्मक विकास के मामले में हमले करने का काम सौंपा गया है.
पढ़ें- आतंकियों को पैसे देने पर पाक फिर हुआ बेनकाब, एफएएटीएफ ने 'झिड़का'
हमले के इनपुट मिलने के बाद सेना ने सुरक्षा बलों को मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करने और खुफिया एजेंसियों, स्थानीय पुलिस और भारतीय सेना के साथ लगातार समन्वय बनाने के लिए कहा है.
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी संगठन, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा , जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन लोगों पर दबाव डाल रहे हैं कि वे अपने दैनिक कामकाज को पूरा न करें. पेट्रोल पंप न खोले लेकिन पेट्रोल पंप खुले और हमने सुनिश्चित किया कि जहां भी लोग अपनी दुकाने खोलना चाहते हैं, वहां दुकानें खुली रहें.