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भारत ने कश्मीर पर OIC के उल्लेख को अस्वीकार्य बताकर खारिज किया

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Published : Jun 3, 2019, 9:45 PM IST

Updated : Jun 3, 2019, 9:54 PM IST

विदेश मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई कि जम्मू कश्मीर से जुड़ा मामला ओआईसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. जाने उन्होंने और क्या कुछ कहा...

विदेश मंत्री एस जयशंकर

नई दिल्ली: भारत ने इस्लामी देशों के संगठन ओआईसी के कश्मीर संबंधी उल्लेख को एक बार फिर अस्वीकार्य बताते हुए खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि जम्मू कश्मीर ओआईसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है और यह भारत का एक अभिन्न हिस्सा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'हम 31 मई को सऊदी अरब के मक्का में ओआईसी की 14वीं बैठक में मंजूर अंतिम बयान में भारत के अभिन्न हिस्से के बारे में अस्वीकार्य उल्लेख को एक बार फिर खारिज करते हैं.'

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर राज्य भारत का एक अभिन्न हिस्सा है और इससे जुड़ा मामला ओआईसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है.

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत यह बात दोहराता है कि ओआईसी को ऐसे अवांछित उल्लेखों से बचना चाहिए.

पढ़ें: गुजरात से एस जयशंकर बन सकते हैं सांसद, मोदी ने बनाया है विदेश मंत्री

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय संगठन ओआईसी में 57 सदस्य देश हैं और इनमें से 53 मुस्लिम बहुल देश हैं. पिछले शुक्रवार को पवित्र शहर मक्का में ओआईसी की 14वीं बैठक आयोजित हुई और मुस्लिम देशों के कई नेता इसमें शामिल हुये.

भारत ने कश्मीर पर OIC के उल्लेख को अस्वीकार्य बताकर खारिज किया

बैठक में कश्मीर के संदर्भ में कथित मानवाधिकारों के हनन का विषय उठाया गया और भारत से वहां संयुक्त राष्ट्र आयोग और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन को जाने देने की अनुमति देने को कहा गया.

इससे पहले भी मार्च में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है और भारत के लिए यह पूरी तरह से आंतरिक मामला है.

नई दिल्ली: भारत ने इस्लामी देशों के संगठन ओआईसी के कश्मीर संबंधी उल्लेख को एक बार फिर अस्वीकार्य बताते हुए खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि जम्मू कश्मीर ओआईसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है और यह भारत का एक अभिन्न हिस्सा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'हम 31 मई को सऊदी अरब के मक्का में ओआईसी की 14वीं बैठक में मंजूर अंतिम बयान में भारत के अभिन्न हिस्से के बारे में अस्वीकार्य उल्लेख को एक बार फिर खारिज करते हैं.'

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर राज्य भारत का एक अभिन्न हिस्सा है और इससे जुड़ा मामला ओआईसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है.

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत यह बात दोहराता है कि ओआईसी को ऐसे अवांछित उल्लेखों से बचना चाहिए.

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गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय संगठन ओआईसी में 57 सदस्य देश हैं और इनमें से 53 मुस्लिम बहुल देश हैं. पिछले शुक्रवार को पवित्र शहर मक्का में ओआईसी की 14वीं बैठक आयोजित हुई और मुस्लिम देशों के कई नेता इसमें शामिल हुये.

भारत ने कश्मीर पर OIC के उल्लेख को अस्वीकार्य बताकर खारिज किया

बैठक में कश्मीर के संदर्भ में कथित मानवाधिकारों के हनन का विषय उठाया गया और भारत से वहां संयुक्त राष्ट्र आयोग और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन को जाने देने की अनुमति देने को कहा गया.

इससे पहले भी मार्च में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है और भारत के लिए यह पूरी तरह से आंतरिक मामला है.

Intro:After Oraganistaion of Islamic Cooperation during their recent summit in Makkah appointed Yousef Aldobeay of Saudi Arabia as its special envoy for Jammu and Kashmir and raised the issue of it self determination in their final communique, Modi government has now reacted strongly.


Body:In its response, Ministry of External Affairs has said, 'we categorically reject yet another unacceptable reference to India's internal matter in the Final Communique adopted at the conclusion of the 14th OIC summit.'

Refraining OIC from making such statements in future, the Ministry of External Affairs claimed, 'the OIC has no locus standi in matters relating to state of Jammu and Kashmir which is an integral part of India.'


Conclusion:During the recently held summit OIC called for the adoption of a comprehensive strategy to combat Islamophobia, building on a proposal made by Pakistan.

Last Updated : Jun 3, 2019, 9:54 PM IST
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