नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस के 20 वर्ष पूरे होने पर भारतीय रेलवे ने एक नई पहल की है. इसके तहत कारगिल के बहादुर जवानों को सम्मानित किया जाएगा.
दरअसल, रेलवे ने विनाइल रैपिंग के माध्यम से कई ट्रेनों पर करगिल युद्ध से जुड़ी कुछ तस्वीरें लगाई हैं. इसके तहत सबसे पहली ट्रन काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस आज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हुई.
बता दें, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली स्टेशन से रवाना किया. इस दौरान भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी भी विशेष रूप से मौजूद रही.
इस समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भारतीय रेलवे को इस पहल के लिए बधाई दी. उन्होंने कारगिल के शहीदों को याद करते हुए कहा, 'कारगिल युद्ध तकनीकी तौर पर काफी मुश्किल था. लेकिन हमारे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मजबूत प्रयासों और भारतीय सेना की बहादुरी के कारण इसमें हमें जीत हासिल हुई.'
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इसके साथ ही उन्होंने रेलवे की उपलब्धियों की सराहना की और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के विकास कार्यों को गिनाया. वहीं इस मौके पर रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा, 'रेलवे की इस पहल के जरिये कारगिल यद्ध लोगों को हमेशा याद रहेगा और लोग हमेशा हमारे शहीदों को याद रखेंगे.'
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जब भी लोग भारतीय रेलवे की ट्रेनों को देखें तो वह इस दिन को याद करें. गौरतलब है कि इस पहल के तहत 700 ट्रेन कोचों की विनाइल रैपिंग की गई है. इसमें कारगिल युद्ध से जुड़ी तस्वीरें, कारगिल विजय दिवस और हमारे बहादुर शहीदों की तस्वीरें शामिल हैं.
क्या होती है विनाइल रैपिंग
विनाइल रैपिंग एक खास तरह की प्लास्टिक शीट होती है. इस शीट पर तैयार विज्ञापन या तस्वीर को ट्रेन कोच पर चिपकाया जाता है. इसे लगाने और उतारने के दौरान कोच को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है. बता दें, ये रैपिंग अस्थाई होती है.