नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी पूर्वी आर्थिक मंच में भाग लेने के लिए 4 सितंबर को रूस का दौरा करेंगे, जहां वो ऊर्जा क्षेत्र के साथ अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे.
पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने दावा किया है अफगानिस्तान को लेकर भारत और रूस दोनों एक मत हैं.
गोखले ने कहा कि भारत शांति के लिए की जाने वाली हर पहल का समर्थन करता है. हमारा काम किसी भी मुद्दे को बढ़ने से पहले सुलझाना है और इस संबंध में हमारी स्थिति स्पष्ट है.
उन्होंने आगे कहा, 'हम एक ऐसी प्रणाली तैयार करते हैं जिसमें एक संवैधानिक वैधता राजनीतिक जनादेश, विश्वास और स्थिरता हो और अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि आतंकी संगठनों के लिए कोई स्थान नहीं छोड़ा जाएगा.'
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गोखले ने कहा कि हम अफगान सरकार को शांति प्रक्रिया में शामिल करना चाहते हैं, जिसको तालिबान ने इसे यूएस की कठपुतली कहते हुए खारिज कर दिया.
बता दें कि पिछले सप्ताह संपन्न हुई हमसफर वार्ता के नौंवे दौर के बाद, अमेरिकी-अफगान वार्ता के विशेष प्रतिनिधि जल्मे खलीजाद खलीजाद ने अमेरिकी और तालिबान के बीच तैयार किए गए समझौते के मसौदे को पेश किया.