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भारत में प्रोग्रामिंग, डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन डिग्री कोर्स शुरू

मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कोर्स शुरू किया है. इस पाठ्यक्रम को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लांच किया.

Union HRD Minister
रमेश पोखरियाल निशंक
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Published : Jul 2, 2020, 4:07 AM IST

हैदराबाद : मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कोर्स शुरू किया है.

यह कोर्स ऐसे किसी भी विद्यार्थी के लिए है जो कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण कर चुके हैं और दसवीं में उनके पास अंग्रेजी और गणित विषय थे, जो कैंपस वाले किसी स्नातक पाठ्यक्रम मे दाखिला करा चुका है. जो विद्यार्थी इस बार बारहवीं उत्तीर्ण कर रहे हैं, वह भी आवेदन के पात्र हैं. स्नातक और कार्यशील पेशेवर भी यह पाठ्यक्रम कर सकते हैं.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने यह पाठ्यक्रम लांच किया.

निशंक ने इस मौके पर कहा, 'आईआईटी मद्रास ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कार्यक्रम शुरू किया है. विश्लेषण से खुलासा होता है कि हर साल सात से साढ़े सात लाख भारतीय विद्यार्थी बेहतर शिक्षा की खोज में विदेश चले जाते हैं और हमारी मेधा एवं राजस्व देश के बाहर चला जाता है.'

उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास जैसे संस्थानों के पास भारत में ही ऐसी उत्तम शिक्षा एवं अनोखा पाठ्यक्रम लाकर आत्मनिर्भरता के मार्ग पर देश को आगे बढ़ने में मदद पहुंचाने की दूरदृष्टि और मिशन है.

पढ़ें : कोरोना पर नियंत्रण के बाद होगी भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार : नीति आयोग

आईआईटी मद्रास के अधिकारियों के अनुसार डाटा साइंस तेजी से उभरते क्षेत्रों में एक है, जहां 2026 तक 1.15 करोड़ नौकरियां पैदा होने का अनुमान है.

इस पाठ्यक्रम में तीन चरण होंगे. फाउंडेशन कार्यक्रम, डिप्लोमा कार्यक्रम और डिग्री कार्यक्रम. हर चरण में विद्यार्थी के पास इस सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कर बाहर आने का विकल्प होगा.

हैदराबाद : मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कोर्स शुरू किया है.

यह कोर्स ऐसे किसी भी विद्यार्थी के लिए है जो कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण कर चुके हैं और दसवीं में उनके पास अंग्रेजी और गणित विषय थे, जो कैंपस वाले किसी स्नातक पाठ्यक्रम मे दाखिला करा चुका है. जो विद्यार्थी इस बार बारहवीं उत्तीर्ण कर रहे हैं, वह भी आवेदन के पात्र हैं. स्नातक और कार्यशील पेशेवर भी यह पाठ्यक्रम कर सकते हैं.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने यह पाठ्यक्रम लांच किया.

निशंक ने इस मौके पर कहा, 'आईआईटी मद्रास ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कार्यक्रम शुरू किया है. विश्लेषण से खुलासा होता है कि हर साल सात से साढ़े सात लाख भारतीय विद्यार्थी बेहतर शिक्षा की खोज में विदेश चले जाते हैं और हमारी मेधा एवं राजस्व देश के बाहर चला जाता है.'

उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास जैसे संस्थानों के पास भारत में ही ऐसी उत्तम शिक्षा एवं अनोखा पाठ्यक्रम लाकर आत्मनिर्भरता के मार्ग पर देश को आगे बढ़ने में मदद पहुंचाने की दूरदृष्टि और मिशन है.

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आईआईटी मद्रास के अधिकारियों के अनुसार डाटा साइंस तेजी से उभरते क्षेत्रों में एक है, जहां 2026 तक 1.15 करोड़ नौकरियां पैदा होने का अनुमान है.

इस पाठ्यक्रम में तीन चरण होंगे. फाउंडेशन कार्यक्रम, डिप्लोमा कार्यक्रम और डिग्री कार्यक्रम. हर चरण में विद्यार्थी के पास इस सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कर बाहर आने का विकल्प होगा.

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