जयपुर : राजस्थान में सियासी महासंग्राम के बीच होटल फेयरमाउंट में चल रही विधायकों की बाड़ेबंदी में सोमवार को भी विधायक दल की बैठक आयोजित हुई. विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने होटल फेयरमाउंट में उनके समर्थन में मौजूद विधायकों को लोकतंत्र बचाने वाले लोकतंत्र का वॉरियर बताया.
गहलोत ने कहा कि यह संघर्ष लोकतंत्र बचाने का है. उन्होंने कहा कि जो भी कांग्रेस को बचाने में उनका साथ दे रहे हैं, उस हर विधायक का वे अंतिम सांस तक अभिभावक के तौर पर सेवा करेंगे. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति पार्टी का मुखिया होकर अपनी ही सरकार को टॉपल करवाएं, ऐसा उदाहरण देश की राजनीति में मुश्किल से ही मिलता है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कई लोगों को यह बात पसंद नहीं है कि बागी विधायकों को पार्टी में आने की फिर से बात हो. विधायक मुझे कहते हैं कि ऐसे लोगों को लेने की बात सोचो ही मत. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए और लोकतंत्र के लिए अगर सोनिया गांधी उन्हें माफ कर देती है तो हम सोनिया गांधी की बात का भी सम्मान करेंगे.
गहलोत ने कहा कि जो लोग गए हैं उनके सपने थे कि 40 लोग टूटेंगे, सरकार को इस्तीफा देना पड़ेगा, चौथे दिन ही शपथ हो जाएगी और उसके बाद राज्यसभा के चुनाव होंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोग कह रहे हैं कि अशोक गहलोत ने सिर्फ नीचा दिखाने के लिए खेल किया, लेकिन इस पूरे मामले का प्रूफ मेरे पास पहले से ही था.
पढ़ें - राजस्थान : बागी विधायकों को माफ कर सकती है कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्ष राज्यपाल पर बरसे
19 में से 3 विधायकों से पुनः संपर्क कर लिया गया हैः सुरेजवाला
वहीं, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 19 विधायकों से हमनें आज चर्चा की है और 19 में से 3 विधायकों से पुनः संपर्क कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर वह वापस आना चाहते हैं तो आ जाएं. सुरजेवाला ने कहा कि जो वकील सचिन पायलट के हैं, वही वकील बसपा विधायकों के खिलाफ भी है. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं हम कांग्रेस में हैं, उनको इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है.