जयपुर. 14 जुलाई को राजनीतिक उठापटक के बाद गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी. उसके करीब 6 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गोविंद सिंह डोटासरा को उनकी नई टीम मिल गई है. फिलहाल, प्रदेश कांग्रेस की छोटी कार्यकारिणी बनाई गई है, जिसमें 7 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव और 24 सचिव बनाए गए हैं. यानी कुल मिलाकर 39 नेताओं को ही कार्यकारणी में शामिल किया गया है.
कार्यकारिणी में 11 मौजूदा विधायकों को मिली जगह
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारणी में 11 मौजूदा विधायकों को शामिल किया गया है, जिनमें गोविंद मेघवाल, जितेंद्र सिंह गुर्जर, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, जीआर खटाना, हाकिम अली, लाखन मीणा, प्रशांत बैरवा, राकेश पारीक, रीटा चौधरी और वेद सोलंकी शामिल हैं. इनमें से 3 विधायक वह हैं, जो राजनीतिक उठापटक के समय नाराज होकर सचिन पायलट के साथ चले गए थे, इनमें वेद सोलंकी, राकेश पारीक और जी आर खटाणा शामिल हैं.
प्रदेश कार्यकारिणी में 5 पूर्व विधायक शामिल
प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में 5 पूर्व विधायकों नसीम अख्तर, महेंद्र गुर्जर, मांगीलाल गरासीया, हरिमोहन शर्मा और राजेन्द्र चौधरी को जगह दी गयी है. इनमें से नसीम अख्तर, राजेन्द्र चौधरी, मांगीलाल गरासिया और हरिमोहन शर्मा पहले मंत्री भी रह चुके हैं.
कार्यकारिणी में विधानसभा चुनाव हारे 6 नेता शामिल
वहीं, इन नेताओं में 6 नेता वैसे भी शामिल हैं, जो विधायक का चुनाव हार गए थे. जिनमें नसीम अख्तर इंसाफ, पुष्पेन्द भारद्वाज, मांगीलाल गरासीया, शोभा सोलंकी, प्रशांत शर्मा और राखी गौतम शामिल हैं, तो वहीं विधायक लखन मीणा, जो बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए थे.
सचिन पायलट गुट के नेता
राजस्थापन प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी में सचिन पायलट गुट के नेताओं को भी शामिल किया गया है. इनमें राजेंद्र चौधरी, जीआर खटाना, वेद सोलंकी, राकेश पारीक, देशराज मीणा, महेन्द्र खेड़ी, महेन्द गुर्जर, प्रशांत शर्मा, राखी गौतम और शोभा सोलंकी पायलट कैंप के नेता हैं.
पीसीसी की नई कार्यकारिणी के जातीय समीकरण
राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय समीकरण | |
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जाट | 6 |
एससी | 5 |
ब्राह्मण | 5 |
गुर्जर | 4 |
यादव | 3 |
आदिवासी/एसटी | 3 |
मुस्लिम | 3 |
मीणा | 2 |
पटेल | 2 |
राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय समीकरण | |
कुमावत | 2 |
राजपूत | 1 |
सीरवी | 1 |
माली | 1 |
जांगिड़ | 14 |
महिलाओं को किया गया कार्यकारिणी में शामिल
संगठन में मिली जगह, राजनीतिक नियुक्तियों से बाहर
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष को अब उनकी नई टीम मिल गई है, जिसमें 11 विधायकों समेत 39 नेताओं को शामिल किया गया है, लेकिन आपको बता दें कि अब यह 11 विधायक राजनीतिक नियुक्तियों और कैबिनेट विस्तार के पदों की दौड़ से बाहर हो गए हैं, तो बाकी बचे नेता भी अब राजनीतिक नियुक्तियां नहीं पा सकेंगे. क्योंकि, कांग्रेस ने पहले ही यह तय कर दिया था कि जिन्हें कार्यकारिणी में जगह मिलेगी, उन्हें राजनीतिक नियुक्तियों की दौड़ से बाहर होना पड़ेगा. यही कारण था कि ज्यादातर नेता कार्यकारिणी में आने के इच्छुक नहीं थे.