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सुशिक्षित दंपती ने अंधविश्वास में की दो बेटियों की हत्या - अंधविश्वास में की दो बेटियों की हत्या

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में दैवीय शक्ति में विश्वास करते हुए एक दंपती ने अपनी दो बेटियों को मार डाला. दंपती को भरोसा था कि दोनों बेटियां दैवीय शक्ति से कुछ घंटों में वापस जिंदा हो जाएंगी. पुलिस के मुताबिक, छोटी बेटी को पहले त्रिशूल से मारा गया और फिर बड़ी बेटी की डम्बल से हत्या की गई. पढ़ें पूरी खबर...

अंधविश्वास में दो बेटियों की हत्या
अंधविश्वास में दो बेटियों की हत्या
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Published : Jan 25, 2021, 6:16 PM IST

Updated : Jan 25, 2021, 6:53 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में माता-पिता द्वारा अंधविश्वास में दो बेटियों की हत्या का मामला सामने आया है. मदनपल्ली में रहने वाले पुरुषोत्तम नायडू और उनकी पत्नी पद्माजा ने अपनी दो बेटियों की कथित तौर पर इस उम्मीद में हत्या कर दी कि क्योंकि कलयुग सतयुग में बदलने वाला है और दैवीय शक्ति से कुछ घंटों में वे वापस जिंदा हो जाएंगी.

पुलिस ने बताया कि लड़कियों के पिता ने रविवार रात अपनी बेटियों की हत्या करने के बाद खुद अपने एक सहकर्मी को फोन कर इसकी जानकारी दी थी. इसके बाद, स्तब्ध सहकर्मी ने तुरंत पुलिस को वारदात की जानकारी दी. पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंची और दंपती को अवचेतन अवस्था में पाया.

पुरुषोत्तम नायडू (एमएससी, पीएचडी) मदनपल्ली में सरकारी महिला डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वह कॉलेज के उप प्रधानाचार्य भी हैं. उनकी पत्नी पद्माजा स्नातकोत्तर और स्वर्ण पदक विजेता हैं, जो एक स्थानीय निजी स्कूल की प्रधानाचार्य हैं.

उनकी बड़ी बेटी एलिकख्या (27) भोपाल में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी और छोटी बेटी साई दिव्या (22) बीबीए करने के बाद ए.आर. रहमान म्यूजिक एकेडमी में संगीत का अध्ययन कर रही थी. कोरोना वायरस के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के बाद से दोनों बेटियां अपने माता-पिता के साथ रह रही थीं.

दंपती की दोनों बेटियां
दंपती की दोनों बेटियां

वह पिछले साल अगस्त में मदनपल्ली के शिवनगर में नवनिर्मित घर में शिफ्ट हुए थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे घर में ही पूजा-पाठ करते थे. घर में बाहरी लोगों को जाने की अनुमति नहीं थी. रविवार की रात को भी पूजन किया गया.

पुलिस को संदेह है कि परिवार कुछ समय से किसी रहस्यमय गतिविधियों में संलिप्त था.

मदनपल्ली के पुलिस उप अधीक्षक रवि मनोहर चारी के अनुसार, लड़कियों की मां ने दोनों की हत्या की. एक बेटी की हत्या से पहले उसका मुंडन भी किया गया था. पिता वहां खड़ा सब देख रहा था और मां ने ही कथित हत्याएं की. उनके अनुसार छोटी बेटी को पहले त्रिशूल से मारा गया और फिर बड़ी बेटी की डम्बल से हत्या की गई.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दंपती की योजना खुद को मारने की भी थी, लेकिन पुलिस कर्मी समय पर वहां पहुंच गए.

डीएसपी ने कहा, 'माता-पिता ने उनसे कहा कि एक दिन का इंतजार करें, उनकी बेटियां जीवित हो जाएंगी.' मनोहर चारी ने बताया कि परिवार सुशिक्षित है और हैरानी की बात है कि इन्होंने ऐसा कदम उठाया.

पढ़ें- त्रिपुरा में एक और शिक्षक की मौत, गुस्साए शिक्षकों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

पुलिस ने दंपती को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं, फॉरेंसिक टीमें आसपास के कैमरों की फुटेज की जांच कर यह पता लगाने कि कोशिश कर रही हैं कि क्या परिवार के अलावा कोई और इस वारदात में शामिल है.

बाहरी लोगों को घर में जाने के इजाजत नहीं थी.

अमरावती : आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में माता-पिता द्वारा अंधविश्वास में दो बेटियों की हत्या का मामला सामने आया है. मदनपल्ली में रहने वाले पुरुषोत्तम नायडू और उनकी पत्नी पद्माजा ने अपनी दो बेटियों की कथित तौर पर इस उम्मीद में हत्या कर दी कि क्योंकि कलयुग सतयुग में बदलने वाला है और दैवीय शक्ति से कुछ घंटों में वे वापस जिंदा हो जाएंगी.

पुलिस ने बताया कि लड़कियों के पिता ने रविवार रात अपनी बेटियों की हत्या करने के बाद खुद अपने एक सहकर्मी को फोन कर इसकी जानकारी दी थी. इसके बाद, स्तब्ध सहकर्मी ने तुरंत पुलिस को वारदात की जानकारी दी. पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंची और दंपती को अवचेतन अवस्था में पाया.

पुरुषोत्तम नायडू (एमएससी, पीएचडी) मदनपल्ली में सरकारी महिला डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वह कॉलेज के उप प्रधानाचार्य भी हैं. उनकी पत्नी पद्माजा स्नातकोत्तर और स्वर्ण पदक विजेता हैं, जो एक स्थानीय निजी स्कूल की प्रधानाचार्य हैं.

उनकी बड़ी बेटी एलिकख्या (27) भोपाल में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी और छोटी बेटी साई दिव्या (22) बीबीए करने के बाद ए.आर. रहमान म्यूजिक एकेडमी में संगीत का अध्ययन कर रही थी. कोरोना वायरस के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के बाद से दोनों बेटियां अपने माता-पिता के साथ रह रही थीं.

दंपती की दोनों बेटियां
दंपती की दोनों बेटियां

वह पिछले साल अगस्त में मदनपल्ली के शिवनगर में नवनिर्मित घर में शिफ्ट हुए थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे घर में ही पूजा-पाठ करते थे. घर में बाहरी लोगों को जाने की अनुमति नहीं थी. रविवार की रात को भी पूजन किया गया.

पुलिस को संदेह है कि परिवार कुछ समय से किसी रहस्यमय गतिविधियों में संलिप्त था.

मदनपल्ली के पुलिस उप अधीक्षक रवि मनोहर चारी के अनुसार, लड़कियों की मां ने दोनों की हत्या की. एक बेटी की हत्या से पहले उसका मुंडन भी किया गया था. पिता वहां खड़ा सब देख रहा था और मां ने ही कथित हत्याएं की. उनके अनुसार छोटी बेटी को पहले त्रिशूल से मारा गया और फिर बड़ी बेटी की डम्बल से हत्या की गई.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दंपती की योजना खुद को मारने की भी थी, लेकिन पुलिस कर्मी समय पर वहां पहुंच गए.

डीएसपी ने कहा, 'माता-पिता ने उनसे कहा कि एक दिन का इंतजार करें, उनकी बेटियां जीवित हो जाएंगी.' मनोहर चारी ने बताया कि परिवार सुशिक्षित है और हैरानी की बात है कि इन्होंने ऐसा कदम उठाया.

पढ़ें- त्रिपुरा में एक और शिक्षक की मौत, गुस्साए शिक्षकों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

पुलिस ने दंपती को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं, फॉरेंसिक टीमें आसपास के कैमरों की फुटेज की जांच कर यह पता लगाने कि कोशिश कर रही हैं कि क्या परिवार के अलावा कोई और इस वारदात में शामिल है.

बाहरी लोगों को घर में जाने के इजाजत नहीं थी.

Last Updated : Jan 25, 2021, 6:53 PM IST
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