हैदराबाद: मुगल वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी ने अयोध्या भूमि विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि अगर उच्चतम न्यायलय उन्हें राम जन्म भूमि का मालिकाना हक साबित करने का मौका दे, तो वो न सिर्फ इसका मालिकाना हक साबित करेंगे बल्कि भूमि को राम मंदिर निर्माण के लिए दान कर देंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो मंदिर निर्माण के लिए उपहार के तौर पर सोने की ईंट भी देंगे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए तुसी ने राम जन्म भूमि पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी को गलत करार देते हुए कहा है कि वक्फ के पास कोई दस्तावेज मौजूद नहीं है. ऐसे में वक्फ बोर्ड जमीन पर अपनी दावेदारी कैसे पेश कर सकता है?
उन्होंने कहा कि अयोध्या में विवादित जमीन को लेकर किसी भी पक्षकार के पास अपने पक्ष को साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है. वो कोर्ट का समय खराब कर रहे हैं और अपनी दुकाने चला रहे हैं.
मुगलिया परिवार के उत्तराधिकारी ने राम मंदिर के लिए भूमि के दान को उचित ठहरायाते हुए कहा कि भले ही जमीन पर एक मस्जिद थी, लेकिन अब भूमि दो धर्मों के बीच एक विवादास्पद बिंदु बन गई है और इस्लाम के अनुसार विवादित स्थान पर पूजा करने की अनुमति है.
तुसी ने इस मामले पर मशहूर इस्लामिक संस्थान जामिया अजहर के फतवे का हवाला देते हुए कहा कि वो इस मामले में जामिया अजहर से फतवा भी ले चुके हैं.
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गौरतलब है कि अयोध्या विवाद पर उच्च न्यालय में रोजाना सुनवाई हो रही है ताकि इस मसले का जल्द जल्द हल निकाला जा सके.