अलवर : 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर रैली निकालने को लेकर कई दौर की वार्ता के बाद हरियाणा सरकार से किसानों को शाहजहांपुर से मानेसर तक जाने की अनुमति दे दी है. सुबह 10:15 पर हरियाणा सीमा में ट्रैक्टर प्रवेश करेंगे. उसके बाद 10 घंटे में वापस किसानों को लौट कर शाहजहांपुर बॉर्डर आना होगा.
अलवर, कोटपुतली, जयपुर, शाहजहांपुर, दौसा सहित आस-पास के जिलों से हजारों की संख्या में ट्रैक्टर शाहजहांपुर सीमा पर पहुंच रहे हैं. इसके अलावा राजस्थान, हरियाणा, गुजरात व आस-पास के कई राज्यों से भी बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर शाहजहांपुर पहुंच रहे हैं. किसान नेताओं ने बताया कि सबसे पहले ट्रैक्टर-ट्रॉली में अब तक शहीद हुए किसानों की झांकी होगी. इसके बाद 16 राज्यों की झांकी अलग-अलग ट्रैक्टरों में होगी. उसके पीछे हजारों की संख्या में ट्रैक्टर और दूसरे वाहन होंगे.
किसान नेताओं ने बताया कि सुबह 9 बजे शाहजहांपुर बॉर्डर से ट्रैक्टर रवाना होंगे. मानेसर में प्रशासन की तरफ से तिरंगा लगाया गया है. तिरंगे को सलामी देते हुए ट्रैक्टर वापस शाहजहांपुर बॉर्डर के लिए रवाना होंगे. शाहजहांपुर से मानेसर जाने और फिर वापस आने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से किसानों को 10 घंटे की अनुमति मिली है.
पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से 5 आरएसी की कंपनियां तैनात रहेंगी. इसके अलावा भिवाड़ी के सभी थानों से पुलिस बल मंगवाया गया है. साथ ही 750 राजस्थान पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे.
स्वास्थ्य सेवा के रहेंगे इंतजाम
किसानों को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक टीम सीमा पर तैनात की गई है. जो प्रतिदिन 100 से अधिक किसानों को दवाई और उनका इलाज करती है. 26 जनवरी के कार्यक्रम को देखते हुए नर्सिंगकर्मी व डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मौके पर तीन से चार एंबुलेंस रहेंगे. इसके अलावा डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ के भी पर्याप्त इंतजाम रहेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा को 1500 ट्रैक्टर की अनुमति
हरियाणा सरकार की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा को 1500 ट्रैक्टर की अनुमति मिली है. हालांकि, हरियाणा सीमा पर तीन से चार हजार ट्रैक्टर पहुंचने का दावा किया जा रहा है, लेकिन कितने ट्रैक्टर आते हैं, यह अभी साफ नहीं हो पाया है. एक ट्रैक्टर पर 3 लोगों को बैठने की अनुमति दी गई है.