देहरादून : उत्तराखंड में देश का ऐसा पहला टेक्निकल सिस्टम खड़ा किया गया है, जिसके जरिए कोरोना मरीज या फिर क्वारंटाइन किए गए संदिग्धों का रियल टाइम ट्रैकिंग किया जा रहा है. देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित यह सिस्टम कैसे काम करता है. आइए आपको बताते हैं...
देहरादून आईटीडीए यानी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट अथॉरिटी की बिल्डिंग में यह सिस्टम मौजूद है. देहरादून स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर में बड़ी स्क्रीन पर स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार की गई जीएसआई एप्लिकेशन की मदद से मॉनिटरिंग की जा रही है.
शहर में क्वारंटाइन किए गए सभी लोगों की मॉनिटरिंग की जा रही है. स्क्रीन पर ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में क्वारंटाइन किए गए लोगों की रियल टाइम ट्रैकिंग कुछ इस तरह से की जाती है कि अगर व्यक्ति अपने घर से बाहर निकलता है तो वह सीधे कंट्रोल रूम में नजर आता है.
ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए कोविड-19 के तीन अलग-अलग कैटेगरी में ग्रीन, ऑरेंज ओर रेड लाइन से उनके द्वारा तय की गई दूरी को दर्शाया जाता है.
क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति द्वारा या फिर संदिग्ध व्यक्ति द्वारा नियमों का उलंघन करने की स्थिति में जानकारी मिलते ही संबंधित क्षेत्र की पुलिस को सूचित कर दिया जाता है.
इसके बाद पुलिस उस व्यक्ति को क्वारंटाइन करती है. साथ ही उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाती है.
देहरादून स्मार्ट सिटी इस तरह की टेक्नोलॉजी विकसित करने वाला पहला ऐसा सिस्टम है, जो कि कोविड-19 से लड़ाई लड़ने में कारगर साबित होता नजर आ रहा है.
इतना ही नहीं इसी कमांड सेंटर से शहर के सभी बड़े अस्पतालों पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से नजर रखी जा रही है. ताकि, वहां भर्ती मरीजों के साथ-साथ वहां की वस्तुस्थिति की भी कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जा सके.
इसके अलावा अस्पताल ही नहीं बल्कि शहर के सभी मुख्य चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे का डाटा भी इस कंट्रोल रूम में आता है.
वहीं, शहर में लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट के रूप में काम करने वाला यह कंट्रोल रूम नियम का उल्लंघन करने वालों पर भी सख्त नजर रखता है.