फरीदाबाद : हरियाणा में परीक्षा देकर घर जा रही एक छात्रा की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक पिछले कई सालों से लड़की पर दोस्ती करने का दबाव बना रहा था. जांच के संबंध में पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया कि मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया और मामले की जांच एसआईटी कर रही है.
वहीं इस मामले के विरोध में मृतक लड़की के परिजनों का फरीदाबाद के सेक्टर 23 में अपने घर कॉलोनी के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मृतका के परिजनों की मांग है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और हत्यारों को फांसी दी जाए. ताकि उनकी बेटी को जल्द से जल्द न्याय मिल सके. परिजनों का कहना है कि पुलिस उनकी बेटी के मरने का इंतजार करती रही थी.
इस मामले में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का बयान सामने आया है. उन्होंने दावा किया कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाएगी. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हरियाणा में किसी की भी दबंगई बर्दाश्त नहीं होगी.
गृहमंत्री ने कहा कि परिवार की सुरक्षा के लिए फरीदाबाद कमिश्नर से बात की गई है. जल्द ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों को पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है. अनिल विज ने आगे कहा कि हरियाणा में पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है. जिसका नतीजा ये है कि 24 घंटे से पहले ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही गृहमंत्री ने ये भी दावा किया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
कांग्रेस ने जहां हरियाणा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है, वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञाल ले लिया है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है और डीजीपी हरियाणा को पत्र लिखा है.
गोली मारकर की थी हत्या
बता दें कि पिछले सोमवार को आरोपी ने पहले छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया और फिर असफल होने पर गोली मार दी जिससे छात्रा की मौत हो गई. यह पूरा मामला सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया है. इस मामले को लेकर मृतका के परिजनों ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सेक्टर-23 में प्रदर्शन भी किया था.
पिता ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक लड़की के पिता ने बताया कि पहले भी उन युवकों ने लड़की को परेशान किया था. जिसकी रिपोर्ट उन्होंने पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी. उस रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. आखिरकार आरोपी ने उनकी बेटी की जान ले ली. छात्रा बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी.
मीडिया को दिए बयान में छात्रा के पिता ने बताया कि कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री ने उसके और आरोपी के परिवार के बीच समझौता कराया था. उन्होंने बताया कि 2018 में जब आरोपी तौसिफ ने उनकी बेटी का अपहरण किया था तो दो घंटे बाद पुलिस ने छात्रा को बरामद कर लिया था. उस दौरान उनकी ओर से आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन आरोपी परिवार और कांग्रेस के एक बड़े नेता ने समझौता कराया था. उन्होंने कहा कि बड़े बुजुर्गों के दबाव में आकर उन्होंने समझौते के तहत केस वापस ले लिया था. तब आरोपी के परिजनों ने कहा था कि आरोपी आगे से ऐसा कुछ नहीं करेगा.
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2018 से कर रहा था परेशान
दरअसल, यह मामला अभी का नहीं है. 2018 में भी इन आरोपियों ने छात्रा को परेशान किया था. दो साल पहले छात्रा के साथ छेड़छाड़ की गई थी और अपहरण करने की भी कोशिश की गई थी. उस वक्त छात्रा के परिजनों की ओर से पुलिस में मामला भी दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस ने मामला छेड़खानी का होने के बावजूद भी समझौता करा दिया था.
छात्रा के भाई का आरोप है कि पुलिस ने दो साल पहले भी समझौते का दबाव बनाया था. अगर उस वक्त पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज उसकी बहन जिंदा होती. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक 12वीं कक्षा तक लड़की के साथ ही पढ़ा था. वो उस पर दोस्ती के लिए दबाव डालता था, लेकिन लड़की ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया था.
क्या है मामला?
बता दें कि बीते दिन यानि सोमवार को आरोपी ने पहले छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया और फिर असफल रहने पर गोली मार दी. जिससे छात्रा की मौत हो गई. इस पूरे मामले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इस मामले को लेकर मृतका के परिजनों ने फरीदाबाद के सेक्टर-23 में प्रदर्शन भी किया है. परिजनों का आरोप है कि आरोपी छात्रा पर शादी का दबाव बना रहा था.