अल्मोड़ा : कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक अपने-अपने प्रयोगों में जुटे हैं. इसी कड़ी में उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के जीबी पंत पर्यावरण एवं विकास संस्थान के वैज्ञानिकों व शोधार्थियों ने कोरोना के विरुद्ध दो ऐसे कंपाउंड की खोज की है, जो कोरोना संक्रमण को रोकने में काफी हद तक कारगर हैं. संस्थान के शोधार्थियों और वैज्ञानिकों ने मिलकर इन कंपाउंडों की खोज की है. जिससे जुड़ा हुआ शोध लंदन के जनरल साइंस पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ है.
जीबी पंत संस्थान के इनवायरमेंट इनफॉरमेशन सेंटर के प्रोगाम मैनेजर व रिसर्चर महेशानंद ने बताया कि कोविड-19 वायरस के अंदर एक खास तरह का एंजाइम पाया जाता है, जिसे 3-सीएलसीनाम-प्रो यानी 3-काइमोट्रिपसिन लाइक प्रोटिएज नाम से जाना जाता है. उन्होंने बताया कि इस एंजाइम के कारण ही कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है. अगर, 3-सीएलसी प्रो एंजायम को खत्म कर दिया जाए तो कोरोना वायरस के संक्रमण को कम किया जा सकता है.
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इसी को लेकर उनकी टीम ने एक शोध किया, जिसमें 1528 कंपाउंडों का एक एंटी एचआईवी कंपाउंड पर स्टडी की गई. इस पर काफी कम्प्यूटराइज्ड स्क्रीनिंग की गई. इसमें से आखिरकार दो ऐसे कंपाउंड निकल कर सामने आए जो इस 3-सीएलसी प्रो-एंजाइम को खत्म कर सकते हैं.
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अब इसका क्लीनिकल ट्रायल और पेटेंट कराए जाने की जरूरत है. इससे कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन बनाई जा सकती है. इस शोध को प्रकाशित करने वाली टीम के सदस्यों में डॉ. महेशानंद, डॉ. प्रियंका मैती, तुषार जोशी, डॉ. वीना पांडे, डॉ. सुभाष चंद्रा, डॉ. एमए रामाकृष्णन और डॉ. जेसी कुनियाल शामिल हैं. संस्थान के निदेशक आरएस रावल ने पूरी टीम को इस शोध के लिए बधाई दी है.