नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत-पाक संबंध पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद दोनों देशों को तीन-तीन नदियां मिली थी. लेकिन भारत अब तीन परियोजनाओं के माध्यम से तीनों नदियों का पानी यमुना नदी में वापस ला रहा है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री गडकरी उत्तरप्रदेश में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इसमें उन्होंने कहा 'भारत और पाकिस्तान अलग होने के बाद जो हमारी तीन नदियां पाकिस्तान को मिली थी, और तीन भारत को मिली थी.' उन्होंने कहा 'हमारे तीन नदियों का अधिकतर पानी पाक में जा रहा था. अब उस पार तीन प्रोजेक्ट करके ये पानी भी यमुना में वापस ला रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने अहम फैसला किया है. उन्होंने बताया कि सरकार ने भारत की ओर से पाकिस्तान पहुंचने वाले पानी को रोकने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि इस पानी को रोक कर जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लोगों को सप्लाई किया जाएगा.
The construction of dam has started at Shahpur- Kandi on Ravi river. Moreover, UJH project will store our share of water for use in J&K and the balance water will flow from 2nd Ravi-BEAS Link to provide water to other basin states.
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इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि रावी नदी के शाहपुर-कंडी पर बांध का निर्माण शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि UJH परियोजना के तहत जम्मू-कश्मीर में पहुंचाने के लिए पानी को संग्रहीत किया जाएगा.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली-आगरा से इटावा तक जलमार्ग की डीपीआर भी तैयार हो चुकी है और बागपत में रिवर पोर्ट बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पानी की कमी दूर होने से किसान अपनी फसल चक्र बदलें और चीनी मिलें गन्ने के रस से एथनॉल बनाएं, तो रोजगार और आमदनी भी बढ़ेगी.
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वहीं, इस संबंध में ईटीवी भारत ने विदेश नीति और रक्षा विशेषज्ञ रंजीत कुमार से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार का ये फैसला पाकिस्तान के लिए जहनी तौर पर एक बड़ा झटका है.
उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से ये मामला लंबित चला आ रहा था. उन्होंने कहा, 'असल में ये फैसला बहुत पहले ही ले लिया गया था. रावी नदी पर बांध बनाने का निर्णय पिछले दिसंबर में लिया गया था. गडकरी ने अभी सिर्फ इस फैसले की घोषणा की है.'
बता दें कि गडकरी ने आज उत्तरप्रदेश में पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी. इसमें सड़क परिवहन, जलमार्ग की कई परियोजनाएं शामिल हैं. गडकरी केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री हैं.