रुद्रप्रयाग: 2013 की केदारनाथ आपदा में लापता हुए लोगों के कंकालों की खोजबीन में सर्च अभियान जारी है. सर्च टीम को अभी तक चार नर कंकाल बरामद हुए हैं. जिन्हें सोनप्रयाग भेजा गया है, वहां डीएनए सैंपल लेने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
बता दें कि 2013 में 16-17 जून की रात को केदारनाथ विनाशकारी आपदा आई थी. इस आपदा में कई लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग लापता हो गए थे.
लापता लोगों के कंकालों की तलाश में पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में केदारनाथ के जंगलों में चार दिन पहले सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. सर्च ऑपरेशन में पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय गाइडों की दस टीमें लगी हुई थीं.
इस दौरान केदारनाथ, रामबाड़ा, त्रियुगीनारायण और लिनचैली सहित अन्य जंगलों व पैदल ट्रैकों पर सर्च अभियान चलाया गया. सर्च अभियान के दौरान टीम को गौरी माई खर्क के जंगलों से चार नर कंकाल बरामद हुए हैं.
पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 2013 की आपदा में केदारनाथ और पैदल मार्ग से काफी यात्री लापता थे. पुलिस महानिदेशक के निर्देश के बाद चार दिवसीय सर्च अभियान चलाया गया.
सर्च अभियान के दौरान चार नर कंकाल बरामद हुये हैं. इन नर कंकालों का डीएनए सैंपल लेने के बाद पंचनामा भरा गया है और फिर सोनप्रयाग में इनका अंतिम संस्कार किया गया. अभीतक 699 लोगों के शव और नरकंकाल बरामद हो चुके हैं.