नई दिल्लीः 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को भारत सरकार ने खत्म कर दिया था. इसके बाद से पाकिस्तान सरकार और उसकी सेना ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन भारत के बढ़ते वैश्विक कद ने उनके हर प्रयास को विफल कर दिया.
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने मलीहा लोधी को संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि के पद से हटा दिया है. इसपर पूर्व भारतीय राजदूत अनिल त्रिगुणायत ने ईटीवी भारत से बातचीत की.
उनका मानना है कि मलीहा लोधी को बलि का बकरा बनाया गया है. क्योंकि कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में विफल रहने के लिए इमरान खान प्रशासन से उनकी सेना खुश नहीं है.
त्रिगुणायत ने कहा, मलीहा लोधी संयुक्त राष्ट्र में चार साल से अधिक समय से हैं. वह भारत के बारे में खासी जानकारी रखती हैं जो आसानी से भारत के बारे में झूठ फैला सकती हैं. इस बार पाकिस्तान बड़ी हार झेलनी पड़ी है. इमरान खान प्रशासन काफी दबाव में है इसी लिए मलीहा लोधी पर दोषारोपण करके कि उन्होंने पर्याप्त काम नहीं किया है, उन्हें हटा दिया गया.
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लोधी को हटाने की घोषणा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इमरान खान के अमेरिका से लौटने के एक दिन बाद की थी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अब राजदूत मुनीर अकरम को संयुक्त राष्ट्र में अपना स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया है.
मुनीर अकरम की नियुक्ति पर, राजदूत त्रिगुणायत ने उनके विवादास्पद अतीत के बारे में बात की और उनकी काबिलियत पर सवाल उठाया.
जानकारी के लिए बता दें, 2002 में, मुनीर अकरम पर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में कार्य करते हुए उनकी साथी मारिजियाना मिहिक ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था.