गृहमंत्री अमित शाह ने भी राफेल विमानों का स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि मुझे भरोसा है कि वर्ल्ड क्लास फाइटर जेट गेम चेंजर साबित होगा. पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना और पूरे देश को बधाई.
भारत आए पांच राफेल, पीएम मोदी ने कहा- राष्ट्र रक्षा जैसा कोई व्रत नहीं - अंबाला एयरबेस
16:30 July 29
अमित शाह ने किया स्वागत
16:23 July 29
पीएम मोदी ने संस्कृत में किया ट्वीट, लिखा- राष्ट्र रक्षा जैसा कोई व्रत नहीं
पीएम मोदी ने राफेल विमानों का स्वागत संस्कृत के श्लोक से किया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि राष्ट्र रक्षा जैसा न कोई पुण्य, न कोई व्रत और न कोई यज्ञ है. पीएम मोदी ने वायुसेना के ध्येय वाक्य 'नभः स्पृशं दीप्तम्' को भी उद्धृत किया.
15:56 July 29
राफेल विमानों को दिया गया वाटर सैल्यूट
अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमानों को वाटर सैल्यूट दिया गया.
15:49 July 29
15:26 July 29
राजनाथ सिंह ने किया राफेल का स्वागत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर राफेल विमानों का स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'राफेल विमान अंबाला में सुरक्षित लैंड कर चुके हैं. भारत में राफेल लड़ाकू विमानों का आना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है. ये मल्टीरोल विमान भारतीय वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे.'
15:25 July 29
14:27 July 29
भारतीय वायुसीमा में दाखिल होने पर सुखोई 30 एमकेआई ने किया राफेल का स्वागत
भारतीय वायुसीमा में दाखिल होने पर सुखोई 30 ने किया राफेल का स्वागत. रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया वीडियो.
13:53 July 29
आईएनएस कोलकाता से राफेल विमानों का संपर्क हुआ
आईएनएस कोलकाता से राफेल विमानों का संपर्क हुआ.
13:43 July 29
राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में दाखिल हो गए हैं
राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में दाखिल हो गए हैं, संयुक्त अरब अमीरात से उड़ान भरने के तुरंत बाद, पांच राफेल विमानों ने पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता के साथ संपर्क स्थापित किया.
12:11 July 29
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ईटीवी भारत से बातचीत की
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आज इतिहास रचा जा रहा है. फाइटर प्लेन का सरताज आज देश में आ रहा है. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना फैला है, जिस वजह से लोगों को इकट्ठा नहीं किया जा सकता है. वरना आज पूरा अंबाला शहर भंगड़ा पा रहा होता.
क्या है राफेल की विशेषताएं?
इंजन: M88-2 टरबो फैन इंजन
पंखों का फैलाव:10.90mm
विमान की लंबाई: 15.3mm
कुल गति: 1.8 M से लेकर 1389 Kmph
विमान का वजन: 10 टन
कितना टन उठाने में सक्षम है राफेल: 24.5 टन
इन ऑपरेशन में माहिर है राफेल
- MICA- हवा से हवा में मार कर सकने वाली मिसाइल
- METEOR लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
- HAMMER हवा से जमीन पर सटीक निशाना साधने वाली मिसाइलें
- SCALP लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल
- AM39 EXOCET एंटी शिप मिसाइल
- लेजर गाइडेड बम
- प्रति मिनट 2500 राउंड फायर करने वाली 30 MM की बंदूक
11:30 July 29
वायुसेना प्रमुख रहेंगे मौजूद
अंबाला एयरबेस पहुंचने के बाद राफेल को वाटर सैल्यूट दिया जाएगा. एयरपोर्ट पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया खुद मौजूद रहेंगे.
11:20 July 29
ईटीवी भारत की रिपोर्ट-
10:33 July 29
केंद्रीय मंत्री ने राफेल पर दी जानकारी
06:55 July 29
राफेल विमान-
नई दिल्ली : वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया रणनीतिक और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अंबाला एयरबेस पर बुधवार दोपहर पांच राफेल विमानों को प्राप्त कर उन्हें भारतीय वायुसेना में शामिल करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि पांच लड़ाकू विमानों का यह बेड़ा बुधवार दोपहर एयरबेस पर पहुंच रहा है. राफेल विमान भारत द्वारा पिछले दो दशक से अधिक समय में लड़ाकू विमानों की पहली बड़ी खरीद है. इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोत्तरी होने की संभावना है.
भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था. बता दें कि वायुसेना प्रमुख भदौरिया की उपस्थिति में आज अंबाला एयरबेस पर राफेल विमान उतरेगा.
छह राफेल प्रशिक्षु विमानों की पूंछ पर आरबी श्रृंखला की संख्या अंकित होगी. आरबी एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया के नाम के पहले और अंतिम शब्द का संक्षिप्त रूप होगा. उन्होंने इस सौदे में मुख्य वार्ताकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सोमवार को मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी राफेल
पांच विमानों का पहली खेप सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी. ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर को अंबाला पहुंचेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि इन विमानों में तीन एक सीट वाले और दो विमान दो सीट वाले होंगे. इन विमानों को बुधवार दोपहर में भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन नम्बर 17 में शामिल किया जाएगा, जिसे 'गोल्डन एरोज' के नाम से भी जाना जाता है.
हालांकि, इन विमानों को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए मध्य अगस्त के आसपास समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है.
अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे
फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे.
पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था.
राफेल जेट का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हासिमारा बेस पर रहेगा.
अंबाला एयरबेस को भारतीय वायुसेना का महत्वपूर्ण बेस माना जाता है क्योंकि यहां से भारत-पाकिस्तान सीमा महज 220 किलोमीटर की दूरी पर है.
भारत के रास्ते में, पांच राफेल विमानों में फ्रांसीसी टैंकर ने बीच हवा में भरा ईंधन
फ्रांस से भारत आ रहे पांच राफेल लड़ाकू विमानों में एक फ्रांसीसी टैंकर ने 30 हजार फुट की ऊंचाई पर बीच हवा में ही ईंधन भरा था. फ्रांस में भारतीय दूतावास द्वारा मंगलवार को जारी तस्वीरों में यह जानकारी दी गई.
भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया, भारतीय वायुसेना हमारे राफेल विमानों की घर वापसी की यात्रा में फ्रांसीसी वायुसेना द्वारा उपलब्ध कराए गए सहयोग के लिये उनकी सराहना करती है.
अधिकारियों ने कहा कि पांच राफेल विमान सोमवार की शाम को करीब सात घंटों की उड़ान के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अल दाफरा हवाईअड्डे पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि फ्रांस से भारत आ रहे इन लड़ाकू विमानों के लिये यही एक ठहराव था.
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने विमानों में बीच हवा में ईंधन भरे जाने की कई तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, 30,000 फीट की ऊंचाई से कुछ तस्वीरें! भारत के लिये निकले राफेल विमानों में सफर के दौरान बीच हवा में ईंधन भरा गया.
36 राफेल विमान खरीदे हैं भारत ने
भारत ने जो 36 राफेल विमान खरीदे हैं उनमें से 30 लड़ाकू विमान जबकि छह प्रशिक्षु विमान हैं.
राफेल विमानों के आने पहले कड़ी सुरक्षा, अंबाला वायु सेना केंद्र के आसपास धारा 144 लागू
फ्रांस से पांच राफेल लड़ाकू विमानों के आने के पहले मंगलवार को अंबाला वायु सेना केंद्र के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी और निषेधाज्ञा लागू की गयी है. वहां वीडयोग्राफी और फोटो खिंचने पर रोक लगा दी गई.
एक अधिकारी ने बताया कि अंबाला जिला प्रशासन ने वायुसेना केंद्र के तीन किलोमीटर के दायरे में लोगों के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है .
बता दें कि राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच जहाज सोमवार को फ्रांस से भारत के लिये रवाना हुए थे. इन विमानों के बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पहुंचने की उम्मीद है. भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था.
पढ़ें : मौसम खराब होने पर जोधपुर के एयरबेस पर उतर सकता है राफेल
वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है. भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है.
16:30 July 29
अमित शाह ने किया स्वागत
गृहमंत्री अमित शाह ने भी राफेल विमानों का स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि मुझे भरोसा है कि वर्ल्ड क्लास फाइटर जेट गेम चेंजर साबित होगा. पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना और पूरे देश को बधाई.
16:23 July 29
पीएम मोदी ने संस्कृत में किया ट्वीट, लिखा- राष्ट्र रक्षा जैसा कोई व्रत नहीं
पीएम मोदी ने राफेल विमानों का स्वागत संस्कृत के श्लोक से किया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि राष्ट्र रक्षा जैसा न कोई पुण्य, न कोई व्रत और न कोई यज्ञ है. पीएम मोदी ने वायुसेना के ध्येय वाक्य 'नभः स्पृशं दीप्तम्' को भी उद्धृत किया.
15:56 July 29
राफेल विमानों को दिया गया वाटर सैल्यूट
अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमानों को वाटर सैल्यूट दिया गया.
15:49 July 29
15:26 July 29
राजनाथ सिंह ने किया राफेल का स्वागत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर राफेल विमानों का स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'राफेल विमान अंबाला में सुरक्षित लैंड कर चुके हैं. भारत में राफेल लड़ाकू विमानों का आना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है. ये मल्टीरोल विमान भारतीय वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे.'
15:25 July 29
14:27 July 29
भारतीय वायुसीमा में दाखिल होने पर सुखोई 30 एमकेआई ने किया राफेल का स्वागत
भारतीय वायुसीमा में दाखिल होने पर सुखोई 30 ने किया राफेल का स्वागत. रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया वीडियो.
13:53 July 29
आईएनएस कोलकाता से राफेल विमानों का संपर्क हुआ
आईएनएस कोलकाता से राफेल विमानों का संपर्क हुआ.
13:43 July 29
राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में दाखिल हो गए हैं
राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में दाखिल हो गए हैं, संयुक्त अरब अमीरात से उड़ान भरने के तुरंत बाद, पांच राफेल विमानों ने पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता के साथ संपर्क स्थापित किया.
12:11 July 29
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ईटीवी भारत से बातचीत की
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आज इतिहास रचा जा रहा है. फाइटर प्लेन का सरताज आज देश में आ रहा है. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना फैला है, जिस वजह से लोगों को इकट्ठा नहीं किया जा सकता है. वरना आज पूरा अंबाला शहर भंगड़ा पा रहा होता.
क्या है राफेल की विशेषताएं?
इंजन: M88-2 टरबो फैन इंजन
पंखों का फैलाव:10.90mm
विमान की लंबाई: 15.3mm
कुल गति: 1.8 M से लेकर 1389 Kmph
विमान का वजन: 10 टन
कितना टन उठाने में सक्षम है राफेल: 24.5 टन
इन ऑपरेशन में माहिर है राफेल
- MICA- हवा से हवा में मार कर सकने वाली मिसाइल
- METEOR लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
- HAMMER हवा से जमीन पर सटीक निशाना साधने वाली मिसाइलें
- SCALP लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल
- AM39 EXOCET एंटी शिप मिसाइल
- लेजर गाइडेड बम
- प्रति मिनट 2500 राउंड फायर करने वाली 30 MM की बंदूक
11:30 July 29
वायुसेना प्रमुख रहेंगे मौजूद
अंबाला एयरबेस पहुंचने के बाद राफेल को वाटर सैल्यूट दिया जाएगा. एयरपोर्ट पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया खुद मौजूद रहेंगे.
11:20 July 29
ईटीवी भारत की रिपोर्ट-
10:33 July 29
केंद्रीय मंत्री ने राफेल पर दी जानकारी
06:55 July 29
राफेल विमान-
नई दिल्ली : वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया रणनीतिक और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अंबाला एयरबेस पर बुधवार दोपहर पांच राफेल विमानों को प्राप्त कर उन्हें भारतीय वायुसेना में शामिल करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि पांच लड़ाकू विमानों का यह बेड़ा बुधवार दोपहर एयरबेस पर पहुंच रहा है. राफेल विमान भारत द्वारा पिछले दो दशक से अधिक समय में लड़ाकू विमानों की पहली बड़ी खरीद है. इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोत्तरी होने की संभावना है.
भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था. बता दें कि वायुसेना प्रमुख भदौरिया की उपस्थिति में आज अंबाला एयरबेस पर राफेल विमान उतरेगा.
छह राफेल प्रशिक्षु विमानों की पूंछ पर आरबी श्रृंखला की संख्या अंकित होगी. आरबी एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया के नाम के पहले और अंतिम शब्द का संक्षिप्त रूप होगा. उन्होंने इस सौदे में मुख्य वार्ताकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सोमवार को मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी राफेल
पांच विमानों का पहली खेप सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई थी. ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर को अंबाला पहुंचेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि इन विमानों में तीन एक सीट वाले और दो विमान दो सीट वाले होंगे. इन विमानों को बुधवार दोपहर में भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन नम्बर 17 में शामिल किया जाएगा, जिसे 'गोल्डन एरोज' के नाम से भी जाना जाता है.
हालांकि, इन विमानों को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए मध्य अगस्त के आसपास समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है.
अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे
फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे.
पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था.
राफेल जेट का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हासिमारा बेस पर रहेगा.
अंबाला एयरबेस को भारतीय वायुसेना का महत्वपूर्ण बेस माना जाता है क्योंकि यहां से भारत-पाकिस्तान सीमा महज 220 किलोमीटर की दूरी पर है.
भारत के रास्ते में, पांच राफेल विमानों में फ्रांसीसी टैंकर ने बीच हवा में भरा ईंधन
फ्रांस से भारत आ रहे पांच राफेल लड़ाकू विमानों में एक फ्रांसीसी टैंकर ने 30 हजार फुट की ऊंचाई पर बीच हवा में ही ईंधन भरा था. फ्रांस में भारतीय दूतावास द्वारा मंगलवार को जारी तस्वीरों में यह जानकारी दी गई.
भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया, भारतीय वायुसेना हमारे राफेल विमानों की घर वापसी की यात्रा में फ्रांसीसी वायुसेना द्वारा उपलब्ध कराए गए सहयोग के लिये उनकी सराहना करती है.
अधिकारियों ने कहा कि पांच राफेल विमान सोमवार की शाम को करीब सात घंटों की उड़ान के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अल दाफरा हवाईअड्डे पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि फ्रांस से भारत आ रहे इन लड़ाकू विमानों के लिये यही एक ठहराव था.
फ्रांस में भारतीय दूतावास ने विमानों में बीच हवा में ईंधन भरे जाने की कई तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, 30,000 फीट की ऊंचाई से कुछ तस्वीरें! भारत के लिये निकले राफेल विमानों में सफर के दौरान बीच हवा में ईंधन भरा गया.
36 राफेल विमान खरीदे हैं भारत ने
भारत ने जो 36 राफेल विमान खरीदे हैं उनमें से 30 लड़ाकू विमान जबकि छह प्रशिक्षु विमान हैं.
राफेल विमानों के आने पहले कड़ी सुरक्षा, अंबाला वायु सेना केंद्र के आसपास धारा 144 लागू
फ्रांस से पांच राफेल लड़ाकू विमानों के आने के पहले मंगलवार को अंबाला वायु सेना केंद्र के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी और निषेधाज्ञा लागू की गयी है. वहां वीडयोग्राफी और फोटो खिंचने पर रोक लगा दी गई.
एक अधिकारी ने बताया कि अंबाला जिला प्रशासन ने वायुसेना केंद्र के तीन किलोमीटर के दायरे में लोगों के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है .
बता दें कि राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच जहाज सोमवार को फ्रांस से भारत के लिये रवाना हुए थे. इन विमानों के बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पहुंचने की उम्मीद है. भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था.
पढ़ें : मौसम खराब होने पर जोधपुर के एयरबेस पर उतर सकता है राफेल
वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है. भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है.