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केंद्र और किसानों के बीच सात घंटे की मैराथन वार्ता, पांच दिसंबर को अगली बैठक - delhi chalo march

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Published : Dec 3, 2020, 7:01 AM IST

Updated : Dec 3, 2020, 8:08 PM IST

19:08 December 03

कृषि मंत्री ने दिया आश्वासन- एमएसपी के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगी सरकार

नरेंद्र सिंह तोमर का बयान

केंद्र सरकार के साथ किसान नेताओं की बैठक खत्म हुई. अगली बैठक 5 दिसंबर को होगी. सरकार और किसानों ने तकरीबन सात घंटे तक कृषि कानूनों पर मंथन किया. 

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि किसानों से अच्छे माहौल में बातचीत हुई है. नए अधिनियम में यह प्रावधान किया गया है कि किसान अपनी शिकायतें एसडीएम अदालत में ले जा सकते हैं. किसान यूनियनों को लगता है कि एसडीएम अदालत एक निचली अदालत है और उन्हें अदालत जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. सरकार इस मांग पर विचार करेगी. 

इससे पहले विज्ञान भवन में किसान नेताओं के साथ बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आश्वस्त किया है कि सरकार एमएसपी के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगी.

17:39 December 03

जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

किसान संगठन और सरकार के बीच बातचीत जारी है. गृहमंत्री अमित अमित शाह को फोन पर जानकारी दी गई. इस संबंध में पीयूष गोयल ने अमित शाह को बैठक के दौरान दो बार फोन किया. बता दें कि यह बैठक करीब 5 घंटे से चल रही है. वहीं कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर किसान अड़े हुए हैं. 

17:30 December 03

एहतियात के रूप में कई मार्ग बदले गए

royute
एहतियात के रूप में कई मार्ग बदले गए

बंद हुए कैरिजवे 

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-24 का एक कैरिजवे बंद कर दिया गया है. चीला बॉर्डर पर नोएडा से दिल्ली के लिए कैरिजवे को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया. जीटी रोड पर अप्सरा बॉर्डर, वजीराबाद रोड पर भोपुरा बॉर्डर और यूपी की ओर से दिल्ली के लिए डीएनडी फ्लाईओवर का उपयोग कर सकते हैं. 

किसान आंदोलन दक्षिण हरियाणा में भी रफ्तार पकड़ रहा है जिसको लेकर गुरुग्राम पुलिस पहले से तैयार है. गुरुग्राम पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी करके कहा है कि गुरुग्राम से दिल्ली की ओर जाने के लिए कुछ रूट डायवर्ट किये गये हैं जिनकी जानकारी आपको होना जरूरी है अगर आप गुरुग्राम की ओर से दिल्ली जाना चाहते हैं.

यहां लीजिए जरूरी जानकारी

  • कापड़ीवास बॉर्डर से दिल्ली के लिए वाया पटौदी-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • हीरो होंडा चौक से अगर दिल्ली जा रहे हैं तो फरूखनगर-झज्जर-बादली रोड से जाना होगा
  • राजीव चौक से अगर दिल्ली की ओर जा रहे हैं तो एनएच-48 से यू टर्न लेकर हीरो होंडा चौक से जाना होगा
  • शंकर चौक से अगर दिल्ली की ओर जाना है तो तो एनएच-48 से यू टर्न लेना होगा
  • बिलासपुर चौक से पटौदी की ओर से दिल्ली के लिए फरूखनगर-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • पंचगांव चौक से दिल्ली के लिए फरूखनगर-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • मानेसर चौक से यू-टर्न वाया केएमपी के लिए निर्धारित किया गया है
  • खेड़की दौला टोल प्लाजा यू टर्न वाया केएमपी की तरफ निर्धारित किया गया है

17:28 December 03

गाजीपुर बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पर इकट्ठा हुए आंदोलनकारी किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की.

पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश करते प्रदर्शनकारी

16:53 December 03

etv bharat
किसानों का प्रदर्शन जारी

नोएडाः डॉ. अंबेडकर मेमोरियल पार्क में किसानों ने अपना विरोध जारी रखा हुआ है. भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के प्रवक्ता राजीव मलिक कहते हैं कि हमारे संगठन के दो सदस्यों ने आज सरकार के साथ बातचीत में भाग लिया. एमएसपी पर हमारी गहन चर्चा हुई. 

16:49 December 03

किसानों को देशद्रोही कहने वाले हैं देशद्रोहीः सुखबीर सिंह 

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में बुजुर्ग महिलाएं हैं. क्या वे खालिस्तानियों की तरह दिखती हैं? यह देश के किसानों को देशद्रोही कहने का एक तरीका है. यह किसानों का अपमान है. वे हमारे किसानों को देशद्रोही कैसे कह सकते हैं? 

उन्होंने आगे कहा कि क्या भाजपा या किसी और को भी राष्ट्र-विरोधी घोषित करने का अधिकार है? इन लोगों (किसानों) ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया है और अब आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कह रहे हैं. जो लोग उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं वे वास्तव में देशद्रोही हैं. 

15:48 December 03

विज्ञान भवन में लंच करते किसान

दिल्ली: किसान नेताओं ने विज्ञान भवन में लंच किया, यहां किसान नेताओं की सरकार के साथ बातचीत चल रही है. एक किसान नेता कहते हैं, 'हम सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन या चाय को स्वीकार नहीं कर रहे हैं. हम अपना भोजन खुद लाए हैं.'

15:02 December 03

सुखदेव सिंह ढींडसा ने की पद्म भूषण लौटाने की घोषणा 

शिरोमणि अकाली दल (लोकतांत्रिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है. 

13:24 December 03

प्रकाश सिंह बादल ने लौटाया पद्म विभूषण सम्मान

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटाया.

13:15 December 03

सोम प्रकाश की प्रतिक्रिया

पूर्व आईएएस अधिकारी और गृह राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने किसानों के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. 

13:11 December 03

प्रदर्शन कर रहे किसान ने जताया रोष

प्रदर्शन कर रहे किसान ने कहा कि सारे देश का मामला है. शुरु पंजाब से हुआ था लेकिन अब पूरे देश में फैल चुका है. 

13:11 December 03

महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने का प्रस्ताव पारित किया.

13:10 December 03

जयपुर: CPI कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया. एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे. अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज़ होगा. 

12:34 December 03

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केंद्र सरकार की किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू

दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर की कृषि कानूनों पर किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई.

12:33 December 03

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार किसानों से लगातार चर्चा कर रही है और मुझे आशा है कि चर्चा के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे. चौथे चरण की चर्चा में कोई न कोई पक्ष जरूर निकलेगा. 

12:05 December 03

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी

नई दिल्ली: गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब एनएच 09/24 को भी जाम कर दिया है. जिस कारण गाजियाबाद और नोएडा से आने वाले वाहन चालकों को एक लंबा रास्ता तय कर दिल्ली जाना पड़ रहा है.

बॉर्डर पर लगा लंबा जाम
गाजीपुर बॉर्डर पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों का एक जत्था अचानक से एनएच 9/24 पर पहुंच गया, उन्होंने बैरिकेड लगाकर सड़क जाम कर दी. सड़क जाम होते ही नोएडा सेक्टर 62 तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. क्योंकि गाजियाबाद और नोएडा को दिल्ली से जोड़ने में एनएच-9/24 महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. लेकिन अभी के समय स्थिति यह है कि गाजियाबाद नोएडा से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को एक लंबा सफर तय करके दिल्ली जाना पड़ रहा है.

हल निकालने की हो रही कोशिश 
एनएच 24/9 पर किसानों के प्रदर्शन के बाद अधिकारी लगातार किसानों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह एक महत्वपूर्ण सड़क है और इसके बंद हो जाने से नोएडा सेक्टर 62 तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की जा रही है और उन्हें वापस सड़क से भेजने की कोशिश की जा रही है.

12:03 December 03

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे.

11:59 December 03

पलवल जिले के किसानों का आंदोलन

वीडियो

फरीदाबाद: किसान आंदोलन को कई राज्यों के किसानों और दूसरे संगठनों का साथ मिल रहा है. ऐसे में हरियाणा के पलवल जिले के किसानों ने भी आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया है. किसानों ने हजारों की संख्या में दिल्ली पहुंचने की बात कही है. जिसके बाद बदरपुर बॉर्डर पर एक बार फिर पुलिस बल की संख्या बढ़ा दी गई है.  

किसानों के ऐलान के बाद बदरपुर बॉर्डर पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. दिल्ली के बायपास रोड पर भी भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. पुलिस आने जाने वाली गाड़ियों को चेक कर रही है. जिसके बाद ही गाड़ियों को बॉर्डर की ओर जाने दिया जा रहा है.  

ये भी पढ़िए: कृषि कानूनों का विरोध: आज पलवल के किसान करेंगे बदरपुर बॉर्डर सील

बता दें कि पलवल के किसानों ने बुधवार को बैठक के बाद 3 दिसंबर को बदरपुर बॉर्डर आने की घोषणा की थी, जिसके बाद बॉर्डर पर पुलिस फोर्स बढ़ाई गई है. किसानों ने ये निर्णय लिया था कि गुरुवार को पलवल की जाट धर्मशाला में एकत्रित होकर पैदल ही दिल्ली के लिए कूच करेंगे और दिल्ली में एंट्री नहीं मिलने पर बदरपुर बॉर्डर करने की चेतावनी दी है. 

11:58 December 03

किसानों का प्रदर्शन जारी

वीडियो

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. वहीं सरकार के साथ हो रही चौथे दौर की वार्ता पर किसानों की नजर है. किसानों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अगर बात नहीं बनीं, तो प्रदर्शन जारी रहेगा.  

वहीं नोएडा से दिल्ली बॉर्डर का रास्ता बंद था, जिसे किसानों के मानने के बाद 22 घंटे बाद दिल्ली से नोएडा रूट को खोला गया. किसान अपनी बात पर अड़े हैं और उनका कहना है कि एमएसपी में संशोधन नहीं किया गया, तो पीछे नहीं हटेंगे. साथ ही उनका कहना है कि वह 6 महीने का राशन लेकर आए हैं और जब तक मांगे पूरी नहीं होगी डटे रहेंगे. 
 

'सरकार की हां या न पर टिकी नजरें'

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि किसान लगातार यही अपील कर रहे हैं कि एमएसपी की रेट पर पूरी फसल खरीद की गारंटी हो. एमएसपी को लिखित रूप में कानून बनाकर कार्यान्वयन किया जाए. एमएसपी से कम की खरीद होती है, तो उसे कानूनी अपराध की श्रेणी में लाया जाए. भारतीय किसान यूनियन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने नेशनल हाईवे पर और दिल्ली बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन किसानों ने कब्जा नहीं किया. किसान अपनी मांगों को लेकर बॉर्डर पर बैठे हैं और मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान दिल्ली कूंच करेंगे. 
 

'मां पूछती है जिंदा हो'

वहीं किसानों का कहना है कि जब तक किसान बिल वापस नहीं होगा या एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाएगी, तब तक किसान वापस नहीं जाएगा. किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दर्द बयां करते हुए कहा कि घर पर मां-बहन फोन कर यही पूछते हैं कि 'जिंदा हो'? किसानों को अच्छा नहीं लगता है कि वह इस तरीके खुले आसमान में रात्रि गुजारे. लेकिन सरकारों ने मजबूर किया, तो देश का किसान एक साथ सड़कों पर उतर आया और आवाज बुलंद कर रहा है.

11:37 December 03

केंद्र सरकार से वार्ता के लिए सिंघु बॉर्डर से रवाना हुए किसान

आज 12 बजे दिन में किसानों के साथ केंद्र सरकार की वार्ता होनी है. इसको लेकर किसान सिंघु बार्डर से रवाना हो गए हैं. 

10:38 December 03

किसानों के साथ केंद्र सरकार करेगी वार्ता

केंद्र सरकार और किसानों के बीच विज्ञान भवन में आज दिन के 12 बजे चौथे चरण की वार्ता होगी. 

10:12 December 03

हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात

हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात है.बता दें कि आज किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल  केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलेगा.

10:04 December 03

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और शाह के बीच मुलाकात थोड़ी देर में

 पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर कृषक नेताओं के साथ आज केंद्र की अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कुछ ही समय में मिलने वाले हैं. .

 सिंह गतिरोध का सौहार्द्रपूर्ण हल ढूंढने के लिए शाह के साथ चर्चा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक पंजाब के सीएम सुबह के साढ़े 10 बजे अमित शाह के आवास पर पहुंचेंगे. 

08:13 December 03

पलवल के किसान आज बदरपुर बॉर्डर ब्लॉक करेंगे

कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसान आंदोलन में आज पलवल जिले के किसान भी शामिल होंगे. बुधवार को किसान संघर्ष समिति की महापंचायत में इस बात पर सहमति बनी थी. जिसके बाद आज किसान बड़ी संख्या में पलवल से दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर का रूख करेंगे और बदरपुर बॉर्डर स्थित दिल्ली की सीमा को ब्लॉक करेंगे. 


 

08:12 December 03

किसान आंदोलन का आठवां दिन

वीडियो-

फरीदाबाद: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे लगातार आंदोलन से फरीदाबाद में हरियाणा रोडवेज को रोजाना 4 लाख के राजस्व का नुकसान हो रहा है. कोविड-19 के कारण पहले से ही रोडवेज करोड़ों के घाटे से चल रहा है. ऐसे में अगर जल्द ही बस सेवा पटरी पर नहीं लौटी तो हरियाणा रोडवेज का नुकसान बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.  

कोविड-19 के चलते हरियाणा रोडवेज को पहले ही करोड़ों रुपये के घाटे से निकलना भारी पड़ रहा था. धीरे-धीरे हरियाणा रोडवेज का पहिया गति पकड़ने लगा तो वैसे ही कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन ने हरियाणा रोडवेज के पहिए की गति फिर से थाम दी. किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद हरियाणा रोडवेज से चलने वाली बसों का पहिया रुक गया है और करीब दो दर्जन रूटों पर चलने वाली बसें बंद पड़ गई हैं.  

बता दें कि बंद किए गए रूटों में से ज्यादातर वो रूट हैं जहां से हरियाणा रोडवेज को भारी-भरकम किराया मिलता है.  किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद बस डिपो से उत्तरी राज्यों जैसे हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगभग 24 बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है.  

फरीदाबाद रोडवेज विभाग के अनुसार जब से किसानों की ओर से बॉर्डर बंद किए गए हैं तब से दिल्ली, पंचकूला, हमीरपुर, शिमला, बैजनाथ, जम्मू, हरिद्वार और ऋषिकेश सहित कई लंबे मार्गों पर कोई भी बस नहीं चली है. पिछले 8 दिनों से दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. किसान आंदोलन दिल्ली में 26 नवंबर से शुरू हुआ था, जिसके बाद दिल्ली से बसों का रूट बंद हो गया.  

ये भी पढ़िए: अगर सरकार और किसानों में जल्द बात नहीं बनी तो हरियाणा में बदल सकते हैं समीकरण

फरीदाबाद हरियाणा रोडवेज से 15 बस से फरीदाबाद से दिल्ली मार्ग पर चल रही थी. रोजाना 15,000 से अधिक यात्री स्थानीय डिपो की बस सेवाओं का उपयोग करते हैं. फरीदाबाद बस डिपो में 105 बसे हैं जिनमें से केवल वर्तमान में 65 बसें ही चल रही हैं.  

06:43 December 03

किसान प्रदर्शन-लाइव अपडेट

नई दिल्ली/चंडीगढ़ : किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच आज चौथे दौर की बातचीत होने वाली है. इससे पहले मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच वार्ता बेनतीजा रही थी. जानकारी के मुताबिक बातचीत से पूर्व पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे.

बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और सरकार से नये कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं.

किसानों और केंद्र के बीच अगले दौर की वार्ता से पहले गृह मंत्री से मिलेंगे अमरिंदर सिंह

जानकारी के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर कृषक नेताओं के साथ आज केंद्र की अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे.

सूत्रों ने बताया कि सिंह गतिरोध का सौहार्द्रपूर्ण हल ढूंढने के लिए बृहस्पतिवार सुबह को दिल्ली में शाह के साथ चर्चा करेंगे.

बता दें कि,तीन केन्द्रीय मंत्रियों के साथ किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही. देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए एक समिति गठित करने की सरकार की पेशकश को किसान संगठनों ने ठुकरा दिया। हालांकि, दोनों पक्ष बृहस्पतिवार को फिर से बैठक को लेकर सहमत हुये हैं.

सरकार की ओर से कानूनों को निरस्त करने की मांग को खारिज कर दिया. सरकार ने किसानों संगठनों को नए कानूनों को लेकर उनकी आपत्तियों को उजागर करने तथा बृहस्पतिवार को होने वाले वार्ता के अगले दौर से पहले बुधवार को सौंपने को कहा है.

आंदोलन तेज किया जाएगा

किसान संगठनों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं हैं तब तक देश भर में आंदोलन तेज किया जायेगा.

बैठक में 35 किसान नेताओं ने भाग लिया था. किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका विरोध प्रदर्शनआज भी जारी है.

विज्ञान भवन में 35 किसान यूनियनों के साथ की बैठक के बारे में, तोमर ने कहा था कि, हमने अच्छी चर्चा की. हमने किसान यूनियनों से कहा कि कानूनों को खंडवार चर्चा करने के लिए एक छोटा समूह बनाना बेहतर होगा. लेकिन वे सभी प्रतिनिधियों के साथ ही चर्चा चाहते थे. उन्होंने कहा, सरकार को इससे कोई समस्या नहीं है. हम पहले चर्चा के लिए तैयार थे, अब भी हम तैयार हैं और हम भविष्य में भी तैयार रहेंगे. इसलिए तीन दिसंबर को हम चौथे दौर की वार्ता करेंगे.

सितंबर में कृषि से जुड़े तीनों कानून बनाये गये थे

सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गये थे और सरकार का दावा है कि उनसे बिचौलिये हटेंगे एवं किसान देश में कहीं भी अपनी उपज बेच पायेंगे तथा कृषि क्षेत्र में सुधार आयेगा.

किसानों को डर है कि इन कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी तथा मंडी खत्म हो जाएंगे. हालांकि, सरकार का कहना है कि एमएसपी व्यवस्था जारी रहेगी तथा नये कानून किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए और विकल्प उपलबध करायेंगे.

किसानों के समर्थन में ट्रांसपोर्टर

किसानों के समर्थन में ट्रांसपोर्टरों ने आठ दिसंबर से उत्तर भारत में परिचालन बंद करने की धमकी दी

पढ़ें: किसान मुद्दों पर गृह मंत्री शाह के साथ बैठक कर सकते हैं कैप्टन अमरिंदर

ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए उत्तर भारत में आठ दिसंबर से परिचालन बंद करने की बुधवार को धमकी दी.

संगठन ने कहा कि यदि सरकार किसान समुदाय की चिंताओं को दूर करने में विफल रहती है, तो उत्तर भारत में ट्रांसपोर्टर परिचालन बंद कर देंगे.

एआईएमटीसी लगभग 95 लाख ट्रक ड्राइवरों और अन्य संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है.

19:08 December 03

कृषि मंत्री ने दिया आश्वासन- एमएसपी के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगी सरकार

नरेंद्र सिंह तोमर का बयान

केंद्र सरकार के साथ किसान नेताओं की बैठक खत्म हुई. अगली बैठक 5 दिसंबर को होगी. सरकार और किसानों ने तकरीबन सात घंटे तक कृषि कानूनों पर मंथन किया. 

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि किसानों से अच्छे माहौल में बातचीत हुई है. नए अधिनियम में यह प्रावधान किया गया है कि किसान अपनी शिकायतें एसडीएम अदालत में ले जा सकते हैं. किसान यूनियनों को लगता है कि एसडीएम अदालत एक निचली अदालत है और उन्हें अदालत जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. सरकार इस मांग पर विचार करेगी. 

इससे पहले विज्ञान भवन में किसान नेताओं के साथ बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आश्वस्त किया है कि सरकार एमएसपी के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगी.

17:39 December 03

जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

किसान संगठन और सरकार के बीच बातचीत जारी है. गृहमंत्री अमित अमित शाह को फोन पर जानकारी दी गई. इस संबंध में पीयूष गोयल ने अमित शाह को बैठक के दौरान दो बार फोन किया. बता दें कि यह बैठक करीब 5 घंटे से चल रही है. वहीं कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर किसान अड़े हुए हैं. 

17:30 December 03

एहतियात के रूप में कई मार्ग बदले गए

royute
एहतियात के रूप में कई मार्ग बदले गए

बंद हुए कैरिजवे 

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-24 का एक कैरिजवे बंद कर दिया गया है. चीला बॉर्डर पर नोएडा से दिल्ली के लिए कैरिजवे को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया. जीटी रोड पर अप्सरा बॉर्डर, वजीराबाद रोड पर भोपुरा बॉर्डर और यूपी की ओर से दिल्ली के लिए डीएनडी फ्लाईओवर का उपयोग कर सकते हैं. 

किसान आंदोलन दक्षिण हरियाणा में भी रफ्तार पकड़ रहा है जिसको लेकर गुरुग्राम पुलिस पहले से तैयार है. गुरुग्राम पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी करके कहा है कि गुरुग्राम से दिल्ली की ओर जाने के लिए कुछ रूट डायवर्ट किये गये हैं जिनकी जानकारी आपको होना जरूरी है अगर आप गुरुग्राम की ओर से दिल्ली जाना चाहते हैं.

यहां लीजिए जरूरी जानकारी

  • कापड़ीवास बॉर्डर से दिल्ली के लिए वाया पटौदी-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • हीरो होंडा चौक से अगर दिल्ली जा रहे हैं तो फरूखनगर-झज्जर-बादली रोड से जाना होगा
  • राजीव चौक से अगर दिल्ली की ओर जा रहे हैं तो एनएच-48 से यू टर्न लेकर हीरो होंडा चौक से जाना होगा
  • शंकर चौक से अगर दिल्ली की ओर जाना है तो तो एनएच-48 से यू टर्न लेना होगा
  • बिलासपुर चौक से पटौदी की ओर से दिल्ली के लिए फरूखनगर-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • पंचगांव चौक से दिल्ली के लिए फरूखनगर-झज्जर रोड निर्धारित किया गया है
  • मानेसर चौक से यू-टर्न वाया केएमपी के लिए निर्धारित किया गया है
  • खेड़की दौला टोल प्लाजा यू टर्न वाया केएमपी की तरफ निर्धारित किया गया है

17:28 December 03

गाजीपुर बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पर इकट्ठा हुए आंदोलनकारी किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की.

पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश करते प्रदर्शनकारी

16:53 December 03

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किसानों का प्रदर्शन जारी

नोएडाः डॉ. अंबेडकर मेमोरियल पार्क में किसानों ने अपना विरोध जारी रखा हुआ है. भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के प्रवक्ता राजीव मलिक कहते हैं कि हमारे संगठन के दो सदस्यों ने आज सरकार के साथ बातचीत में भाग लिया. एमएसपी पर हमारी गहन चर्चा हुई. 

16:49 December 03

किसानों को देशद्रोही कहने वाले हैं देशद्रोहीः सुखबीर सिंह 

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में बुजुर्ग महिलाएं हैं. क्या वे खालिस्तानियों की तरह दिखती हैं? यह देश के किसानों को देशद्रोही कहने का एक तरीका है. यह किसानों का अपमान है. वे हमारे किसानों को देशद्रोही कैसे कह सकते हैं? 

उन्होंने आगे कहा कि क्या भाजपा या किसी और को भी राष्ट्र-विरोधी घोषित करने का अधिकार है? इन लोगों (किसानों) ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया है और अब आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कह रहे हैं. जो लोग उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं वे वास्तव में देशद्रोही हैं. 

15:48 December 03

विज्ञान भवन में लंच करते किसान

दिल्ली: किसान नेताओं ने विज्ञान भवन में लंच किया, यहां किसान नेताओं की सरकार के साथ बातचीत चल रही है. एक किसान नेता कहते हैं, 'हम सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन या चाय को स्वीकार नहीं कर रहे हैं. हम अपना भोजन खुद लाए हैं.'

15:02 December 03

सुखदेव सिंह ढींडसा ने की पद्म भूषण लौटाने की घोषणा 

शिरोमणि अकाली दल (लोकतांत्रिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है. 

13:24 December 03

प्रकाश सिंह बादल ने लौटाया पद्म विभूषण सम्मान

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटाया.

13:15 December 03

सोम प्रकाश की प्रतिक्रिया

पूर्व आईएएस अधिकारी और गृह राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने किसानों के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. 

13:11 December 03

प्रदर्शन कर रहे किसान ने जताया रोष

प्रदर्शन कर रहे किसान ने कहा कि सारे देश का मामला है. शुरु पंजाब से हुआ था लेकिन अब पूरे देश में फैल चुका है. 

13:11 December 03

महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने का प्रस्ताव पारित किया.

13:10 December 03

जयपुर: CPI कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया. एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे. अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज़ होगा. 

12:34 December 03

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केंद्र सरकार की किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू

दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर की कृषि कानूनों पर किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई.

12:33 December 03

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार किसानों से लगातार चर्चा कर रही है और मुझे आशा है कि चर्चा के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे. चौथे चरण की चर्चा में कोई न कोई पक्ष जरूर निकलेगा. 

12:05 December 03

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी

नई दिल्ली: गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब एनएच 09/24 को भी जाम कर दिया है. जिस कारण गाजियाबाद और नोएडा से आने वाले वाहन चालकों को एक लंबा रास्ता तय कर दिल्ली जाना पड़ रहा है.

बॉर्डर पर लगा लंबा जाम
गाजीपुर बॉर्डर पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों का एक जत्था अचानक से एनएच 9/24 पर पहुंच गया, उन्होंने बैरिकेड लगाकर सड़क जाम कर दी. सड़क जाम होते ही नोएडा सेक्टर 62 तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. क्योंकि गाजियाबाद और नोएडा को दिल्ली से जोड़ने में एनएच-9/24 महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. लेकिन अभी के समय स्थिति यह है कि गाजियाबाद नोएडा से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को एक लंबा सफर तय करके दिल्ली जाना पड़ रहा है.

हल निकालने की हो रही कोशिश 
एनएच 24/9 पर किसानों के प्रदर्शन के बाद अधिकारी लगातार किसानों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह एक महत्वपूर्ण सड़क है और इसके बंद हो जाने से नोएडा सेक्टर 62 तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की जा रही है और उन्हें वापस सड़क से भेजने की कोशिश की जा रही है.

12:03 December 03

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे.

11:59 December 03

पलवल जिले के किसानों का आंदोलन

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फरीदाबाद: किसान आंदोलन को कई राज्यों के किसानों और दूसरे संगठनों का साथ मिल रहा है. ऐसे में हरियाणा के पलवल जिले के किसानों ने भी आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया है. किसानों ने हजारों की संख्या में दिल्ली पहुंचने की बात कही है. जिसके बाद बदरपुर बॉर्डर पर एक बार फिर पुलिस बल की संख्या बढ़ा दी गई है.  

किसानों के ऐलान के बाद बदरपुर बॉर्डर पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. दिल्ली के बायपास रोड पर भी भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. पुलिस आने जाने वाली गाड़ियों को चेक कर रही है. जिसके बाद ही गाड़ियों को बॉर्डर की ओर जाने दिया जा रहा है.  

ये भी पढ़िए: कृषि कानूनों का विरोध: आज पलवल के किसान करेंगे बदरपुर बॉर्डर सील

बता दें कि पलवल के किसानों ने बुधवार को बैठक के बाद 3 दिसंबर को बदरपुर बॉर्डर आने की घोषणा की थी, जिसके बाद बॉर्डर पर पुलिस फोर्स बढ़ाई गई है. किसानों ने ये निर्णय लिया था कि गुरुवार को पलवल की जाट धर्मशाला में एकत्रित होकर पैदल ही दिल्ली के लिए कूच करेंगे और दिल्ली में एंट्री नहीं मिलने पर बदरपुर बॉर्डर करने की चेतावनी दी है. 

11:58 December 03

किसानों का प्रदर्शन जारी

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नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. वहीं सरकार के साथ हो रही चौथे दौर की वार्ता पर किसानों की नजर है. किसानों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अगर बात नहीं बनीं, तो प्रदर्शन जारी रहेगा.  

वहीं नोएडा से दिल्ली बॉर्डर का रास्ता बंद था, जिसे किसानों के मानने के बाद 22 घंटे बाद दिल्ली से नोएडा रूट को खोला गया. किसान अपनी बात पर अड़े हैं और उनका कहना है कि एमएसपी में संशोधन नहीं किया गया, तो पीछे नहीं हटेंगे. साथ ही उनका कहना है कि वह 6 महीने का राशन लेकर आए हैं और जब तक मांगे पूरी नहीं होगी डटे रहेंगे. 
 

'सरकार की हां या न पर टिकी नजरें'

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि किसान लगातार यही अपील कर रहे हैं कि एमएसपी की रेट पर पूरी फसल खरीद की गारंटी हो. एमएसपी को लिखित रूप में कानून बनाकर कार्यान्वयन किया जाए. एमएसपी से कम की खरीद होती है, तो उसे कानूनी अपराध की श्रेणी में लाया जाए. भारतीय किसान यूनियन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने नेशनल हाईवे पर और दिल्ली बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन किसानों ने कब्जा नहीं किया. किसान अपनी मांगों को लेकर बॉर्डर पर बैठे हैं और मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान दिल्ली कूंच करेंगे. 
 

'मां पूछती है जिंदा हो'

वहीं किसानों का कहना है कि जब तक किसान बिल वापस नहीं होगा या एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाएगी, तब तक किसान वापस नहीं जाएगा. किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दर्द बयां करते हुए कहा कि घर पर मां-बहन फोन कर यही पूछते हैं कि 'जिंदा हो'? किसानों को अच्छा नहीं लगता है कि वह इस तरीके खुले आसमान में रात्रि गुजारे. लेकिन सरकारों ने मजबूर किया, तो देश का किसान एक साथ सड़कों पर उतर आया और आवाज बुलंद कर रहा है.

11:37 December 03

केंद्र सरकार से वार्ता के लिए सिंघु बॉर्डर से रवाना हुए किसान

आज 12 बजे दिन में किसानों के साथ केंद्र सरकार की वार्ता होनी है. इसको लेकर किसान सिंघु बार्डर से रवाना हो गए हैं. 

10:38 December 03

किसानों के साथ केंद्र सरकार करेगी वार्ता

केंद्र सरकार और किसानों के बीच विज्ञान भवन में आज दिन के 12 बजे चौथे चरण की वार्ता होगी. 

10:12 December 03

हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात

हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात है.बता दें कि आज किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल  केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलेगा.

10:04 December 03

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और शाह के बीच मुलाकात थोड़ी देर में

 पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर कृषक नेताओं के साथ आज केंद्र की अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कुछ ही समय में मिलने वाले हैं. .

 सिंह गतिरोध का सौहार्द्रपूर्ण हल ढूंढने के लिए शाह के साथ चर्चा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक पंजाब के सीएम सुबह के साढ़े 10 बजे अमित शाह के आवास पर पहुंचेंगे. 

08:13 December 03

पलवल के किसान आज बदरपुर बॉर्डर ब्लॉक करेंगे

कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसान आंदोलन में आज पलवल जिले के किसान भी शामिल होंगे. बुधवार को किसान संघर्ष समिति की महापंचायत में इस बात पर सहमति बनी थी. जिसके बाद आज किसान बड़ी संख्या में पलवल से दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर का रूख करेंगे और बदरपुर बॉर्डर स्थित दिल्ली की सीमा को ब्लॉक करेंगे. 


 

08:12 December 03

किसान आंदोलन का आठवां दिन

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फरीदाबाद: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे लगातार आंदोलन से फरीदाबाद में हरियाणा रोडवेज को रोजाना 4 लाख के राजस्व का नुकसान हो रहा है. कोविड-19 के कारण पहले से ही रोडवेज करोड़ों के घाटे से चल रहा है. ऐसे में अगर जल्द ही बस सेवा पटरी पर नहीं लौटी तो हरियाणा रोडवेज का नुकसान बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.  

कोविड-19 के चलते हरियाणा रोडवेज को पहले ही करोड़ों रुपये के घाटे से निकलना भारी पड़ रहा था. धीरे-धीरे हरियाणा रोडवेज का पहिया गति पकड़ने लगा तो वैसे ही कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन ने हरियाणा रोडवेज के पहिए की गति फिर से थाम दी. किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद हरियाणा रोडवेज से चलने वाली बसों का पहिया रुक गया है और करीब दो दर्जन रूटों पर चलने वाली बसें बंद पड़ गई हैं.  

बता दें कि बंद किए गए रूटों में से ज्यादातर वो रूट हैं जहां से हरियाणा रोडवेज को भारी-भरकम किराया मिलता है.  किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद बस डिपो से उत्तरी राज्यों जैसे हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगभग 24 बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है.  

फरीदाबाद रोडवेज विभाग के अनुसार जब से किसानों की ओर से बॉर्डर बंद किए गए हैं तब से दिल्ली, पंचकूला, हमीरपुर, शिमला, बैजनाथ, जम्मू, हरिद्वार और ऋषिकेश सहित कई लंबे मार्गों पर कोई भी बस नहीं चली है. पिछले 8 दिनों से दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. किसान आंदोलन दिल्ली में 26 नवंबर से शुरू हुआ था, जिसके बाद दिल्ली से बसों का रूट बंद हो गया.  

ये भी पढ़िए: अगर सरकार और किसानों में जल्द बात नहीं बनी तो हरियाणा में बदल सकते हैं समीकरण

फरीदाबाद हरियाणा रोडवेज से 15 बस से फरीदाबाद से दिल्ली मार्ग पर चल रही थी. रोजाना 15,000 से अधिक यात्री स्थानीय डिपो की बस सेवाओं का उपयोग करते हैं. फरीदाबाद बस डिपो में 105 बसे हैं जिनमें से केवल वर्तमान में 65 बसें ही चल रही हैं.  

06:43 December 03

किसान प्रदर्शन-लाइव अपडेट

नई दिल्ली/चंडीगढ़ : किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच आज चौथे दौर की बातचीत होने वाली है. इससे पहले मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच वार्ता बेनतीजा रही थी. जानकारी के मुताबिक बातचीत से पूर्व पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे.

बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और सरकार से नये कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं.

किसानों और केंद्र के बीच अगले दौर की वार्ता से पहले गृह मंत्री से मिलेंगे अमरिंदर सिंह

जानकारी के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर कृषक नेताओं के साथ आज केंद्र की अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे.

सूत्रों ने बताया कि सिंह गतिरोध का सौहार्द्रपूर्ण हल ढूंढने के लिए बृहस्पतिवार सुबह को दिल्ली में शाह के साथ चर्चा करेंगे.

बता दें कि,तीन केन्द्रीय मंत्रियों के साथ किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही. देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए एक समिति गठित करने की सरकार की पेशकश को किसान संगठनों ने ठुकरा दिया। हालांकि, दोनों पक्ष बृहस्पतिवार को फिर से बैठक को लेकर सहमत हुये हैं.

सरकार की ओर से कानूनों को निरस्त करने की मांग को खारिज कर दिया. सरकार ने किसानों संगठनों को नए कानूनों को लेकर उनकी आपत्तियों को उजागर करने तथा बृहस्पतिवार को होने वाले वार्ता के अगले दौर से पहले बुधवार को सौंपने को कहा है.

आंदोलन तेज किया जाएगा

किसान संगठनों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं हैं तब तक देश भर में आंदोलन तेज किया जायेगा.

बैठक में 35 किसान नेताओं ने भाग लिया था. किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका विरोध प्रदर्शनआज भी जारी है.

विज्ञान भवन में 35 किसान यूनियनों के साथ की बैठक के बारे में, तोमर ने कहा था कि, हमने अच्छी चर्चा की. हमने किसान यूनियनों से कहा कि कानूनों को खंडवार चर्चा करने के लिए एक छोटा समूह बनाना बेहतर होगा. लेकिन वे सभी प्रतिनिधियों के साथ ही चर्चा चाहते थे. उन्होंने कहा, सरकार को इससे कोई समस्या नहीं है. हम पहले चर्चा के लिए तैयार थे, अब भी हम तैयार हैं और हम भविष्य में भी तैयार रहेंगे. इसलिए तीन दिसंबर को हम चौथे दौर की वार्ता करेंगे.

सितंबर में कृषि से जुड़े तीनों कानून बनाये गये थे

सितंबर में ये तीनों कानून बनाये गये थे और सरकार का दावा है कि उनसे बिचौलिये हटेंगे एवं किसान देश में कहीं भी अपनी उपज बेच पायेंगे तथा कृषि क्षेत्र में सुधार आयेगा.

किसानों को डर है कि इन कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी तथा मंडी खत्म हो जाएंगे. हालांकि, सरकार का कहना है कि एमएसपी व्यवस्था जारी रहेगी तथा नये कानून किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए और विकल्प उपलबध करायेंगे.

किसानों के समर्थन में ट्रांसपोर्टर

किसानों के समर्थन में ट्रांसपोर्टरों ने आठ दिसंबर से उत्तर भारत में परिचालन बंद करने की धमकी दी

पढ़ें: किसान मुद्दों पर गृह मंत्री शाह के साथ बैठक कर सकते हैं कैप्टन अमरिंदर

ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए उत्तर भारत में आठ दिसंबर से परिचालन बंद करने की बुधवार को धमकी दी.

संगठन ने कहा कि यदि सरकार किसान समुदाय की चिंताओं को दूर करने में विफल रहती है, तो उत्तर भारत में ट्रांसपोर्टर परिचालन बंद कर देंगे.

एआईएमटीसी लगभग 95 लाख ट्रक ड्राइवरों और अन्य संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है.

Last Updated : Dec 3, 2020, 8:08 PM IST
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